कोरोनावायरस और उससे फैली महामारी के दौर में मानसिक रोगियों की तादाद लगातार बढ़ती जा रही है. ऐसे कई मामले देखने में आए हैं, जब लॉकडाउन में अकेलेपन, आर्थिक असुरक्षा, नौकरियों के जाने की वजह से लोग डिप्रेशन में चले गए. पिछले कुछ महीनों में आत्महत्याओं के मामलों में भी इज़ाफ़ा देखा गया. ऐसे ही निराश लोगों की मदद के लिए सरकार ने एक पहल की है, और सोमवार को केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री थावरचंद गहलोत ने मानसिक स्वास्थ्य पुनर्वास हेल्पलाइन 'किरण' (1800-599-0019) का वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिये उद्घाटन किया.
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बताया गया है कि इस हेल्पलाइन के ज़रिये मरीज़ों की स्क्रीनिंग, इलाज और उनके पुनर्वास की व्यवस्था की जाएगी. यह व्यवस्था नि:शुल्क होगी, और इसका उद्देश्य तनाव, चिंता, अवसाद, पैनिक अटैक समेत सभी मानसिक परेशानियों से लोगों को बचाने का है. हेल्पलाइन देशभर में 13 भाषाओं में चौबीसों घंटे उपलब्ध होगी.
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इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री थावरचंद गहलोत ने मानसिक स्वास्थ्य रोगियों को पुनर्वास संबंधी सेवाएं प्रदान करने के लिए मध्य प्रदेश के सीहोर में NIMHR की स्थापना की भी जानकारी दी. इस मौके पर DEPWD सचिव शकुंतला डी. गामलिन ने कहा कि समाज को ऐसे लोगों को हीनभावना से नहीं देखना चाहिए, बल्कि इससे उबरने में उनका भरपूर साथ देना चाहिए.
Video: लॉकडाउन में अकेलापन, असुरक्षा और अवसाद बढ़े
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