सीबीआई चीफ आलोक वर्मा की फाइल फोटो.
नई दिल्ली:
सीबीआई निदेशक आलोक वर्मा केंद्रीय सतर्कता आयोग(सीवीसी) के सामने पेश हुए. उन्होंने अपने ऊपर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों पर जवाब दिया. उन्होंने घूस सहित अन्य सभी तरह के आरोपों को खारिज किया. आलोक वर्मा के खिलाफ यह जांच सीबीआई के स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना की शिकायत पर हो रही है. दरअसल सीबीआई निदेशक ने हैदराबाद के व्यापारी सतीश सना से तीन करोड़ रुपये की कथित घूस लेने के आरोप में सीबीआई के स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना के खिलाफ केस दर्ज करवाया था. जिसके बाद राकेश अस्थाना ने सीबीआई निदेशक पर ही इस मामले में आरोपी को बचाने के लिए दो करोड़ रुपये घूस लेने का आरोप लगाया. दोनों अफसरों के बीच मची रार सार्वजनिक हो गई तो केंद्र सरकार ने दखल दी और उन्हें छुट्टी पर भेज दिया, वहीं कई अफसरों का ट्रांसफर भी कर दिया. जिसके बाद अब सीवीसी दोनों अफसरों के खिलाफ जांच कर रही है.
सीबीआई के स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना का दावा है कि उनके खिलाफ सतीश सना कि शिकायत सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय के कुछ अधिकारियों की साजिश है. उन्होंने सीबीआई चीफ और सीवीसी अरुण शर्मा के खिलाफ भी भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. अस्थाना ने बताया कि उन्होंने अगस्त में ही कैबिनेट सचिव को इन शीर्ष अधिकारियों के भ्रष्टाचार के 10 उदाहरण, आपराधिक कदाचार, संवेदनशील मामलों की जांच में हस्तक्षेप की जानकारी दी थी. उन्होंने आरोप लगाया कि सीबीआई चीफ ने मोइन कुरैशी के मामले में सतीश सना के खिलाफ चल रही जांच को असफल करने के बदले 2 करोड़ रुपयी की रिश्वत ली है. लेकिन जब सतीश सना को देश को छोड़ने से मना कर दिया और उसे जांच के दायरे में लाया गया तो उनके खिलाफ साजिश रची गई.
अस्थाना के मुताबिक उन्होंने कैबिनेट सचिव को बताया कि सतीश सना ने हाल ही में की गई पूछताछ में बताया है कि उसने टीडीपी के नेता के जरिए सीबीआई निदेशक से केस का 'सेटलमेंट' किया है. टीडीपी के इस नेता के खिलाफ इनकम टैक्स छापे की भी कार्रवाई कर चुका है. आपको बता दें कि मीट व्यापारी मोइन कुरैशी के खिलाफ इस समय प्रवर्तन निदेशालय हवाला के मामलों की जांच कर रहा है. इसके तार दुबई, लंदन और यूरोप में कई जगह तक फैले हो सकते हैं. जांच एजेंसी ने यह भी बताया है कि आयकर विभाग से मिले दस्तावेजों के मुताबिक मोइन कुरैशी ने 'उच्चाधिकारियों' से 'अनुचित' काम कराने के बदले कई लोगों से काफी पैसे लिए हैं.
वीडियो- सीबीआई चीफ आलोक वर्मा के खिलाफ जांच शुरू
सीबीआई के स्पेशल डायरेक्टर राकेश अस्थाना का दावा है कि उनके खिलाफ सतीश सना कि शिकायत सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय के कुछ अधिकारियों की साजिश है. उन्होंने सीबीआई चीफ और सीवीसी अरुण शर्मा के खिलाफ भी भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. अस्थाना ने बताया कि उन्होंने अगस्त में ही कैबिनेट सचिव को इन शीर्ष अधिकारियों के भ्रष्टाचार के 10 उदाहरण, आपराधिक कदाचार, संवेदनशील मामलों की जांच में हस्तक्षेप की जानकारी दी थी. उन्होंने आरोप लगाया कि सीबीआई चीफ ने मोइन कुरैशी के मामले में सतीश सना के खिलाफ चल रही जांच को असफल करने के बदले 2 करोड़ रुपयी की रिश्वत ली है. लेकिन जब सतीश सना को देश को छोड़ने से मना कर दिया और उसे जांच के दायरे में लाया गया तो उनके खिलाफ साजिश रची गई.
अस्थाना के मुताबिक उन्होंने कैबिनेट सचिव को बताया कि सतीश सना ने हाल ही में की गई पूछताछ में बताया है कि उसने टीडीपी के नेता के जरिए सीबीआई निदेशक से केस का 'सेटलमेंट' किया है. टीडीपी के इस नेता के खिलाफ इनकम टैक्स छापे की भी कार्रवाई कर चुका है. आपको बता दें कि मीट व्यापारी मोइन कुरैशी के खिलाफ इस समय प्रवर्तन निदेशालय हवाला के मामलों की जांच कर रहा है. इसके तार दुबई, लंदन और यूरोप में कई जगह तक फैले हो सकते हैं. जांच एजेंसी ने यह भी बताया है कि आयकर विभाग से मिले दस्तावेजों के मुताबिक मोइन कुरैशी ने 'उच्चाधिकारियों' से 'अनुचित' काम कराने के बदले कई लोगों से काफी पैसे लिए हैं.
वीडियो- सीबीआई चीफ आलोक वर्मा के खिलाफ जांच शुरू
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