जस्टिन ट्रूडो के साथ कैप्टन अमरिंदर सिंह
चंडीगढ़:
कई सारी अटकलों के बीच भारतीय दौरे पर आए कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो और पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह के बीच अमृतसर में बैठक हुई. दोनों नेताओं ने कनाडा और पंजाब के बीच मजबूत संबंधों पर चर्चा की. इस बैठक के दौरान कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पीएम ट्रूडो के साथ आने वाले सभी 6 मंत्रियों से बातचीत की, जिसके केंद्र में खालिस्तान का भी मुद्दा था.
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कनाडाई पीएम से मुलाकात के बाद कहा कि मैंने प्राथमिक मुद्दे के रूप में खालिस्तान का मुद्दा उठाया, क्योंकि कनाडा सहित कई देशों से भी इसे पैसे मिलते हैं. बता दें कि दोनों के बीच यह मीटिंग ताज होटल में हुई, जब पीएम ट्रूडो अपने परिवार और मंत्रियों के साथ गोल्डेन टेंपल में मत्था टेका.
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कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पिछले साल कहा था कि वह कैनेडियन मंत्रियों की बैठक में कोई दिलचस्पी नहीं रखते हैं. उनका आरोप था कि कनाडा सिख चरमपंथी समूहों के लिए सॉफ्ट रुख रखता है. अप्रैल 2017 में सज्जन के पंजाब दौरे के दौरान अमरिंदर ने उनसे मिलने से मना कर दिया था और उन्हें तथा पंजाब मूल के अन्य मंत्रियों को 'खालिस्तानी समर्थक' कहा था.
इससे पहले कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रू़डो ने आज स्वर्ण मंदिर में मत्था टेका और उन्हें वहां सम्मानित किया गया. सफेद कुर्ता पाजामा पहने कनाडाई प्रधानमंत्री करीब एक घंटा तक मंदिर में रहे. उनके साथ उनकी पत्नी सोफी ग्रेगोरी और उनके तीन में दो बच्चे भी थे. वे सभी पारंपरिक पंजाबी परिधानों में थे. कनाडाई प्रधानमंत्री और उनके परिवार ने ‘गुरू रामदास जी लंगर हॉल’ में रोटियां बनायीं. उन्होंने हाथ जोड़कर श्रद्धालुओं का अभिवादन किया. कई श्रद्धालु कनाडाई प्रधानमंत्री के परिवार की तस्वीरें खींच रहे थे.
यह भी पढ़ें - कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने परिवार सहित आगरा में किया ताजमहल का दीदार
उनकी स्वर्ण मंदिर की यात्रा के दौरान केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी और पंजाब के पर्यटन मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू भी साथ थे। ट्रूडो देश के विभाजन से जुड़े संग्रहालय भी देखने गए.
VIDEO: कनाडा के पीएम के दौरे को कम महत्व क्यों?
न्यूज एजेंसी एएनआई के मुताबिक कैप्टन अमरिंदर सिंह ने कनाडाई पीएम से मुलाकात के बाद कहा कि मैंने प्राथमिक मुद्दे के रूप में खालिस्तान का मुद्दा उठाया, क्योंकि कनाडा सहित कई देशों से भी इसे पैसे मिलते हैं. बता दें कि दोनों के बीच यह मीटिंग ताज होटल में हुई, जब पीएम ट्रूडो अपने परिवार और मंत्रियों के साथ गोल्डेन टेंपल में मत्था टेका.
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कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पिछले साल कहा था कि वह कैनेडियन मंत्रियों की बैठक में कोई दिलचस्पी नहीं रखते हैं. उनका आरोप था कि कनाडा सिख चरमपंथी समूहों के लिए सॉफ्ट रुख रखता है. अप्रैल 2017 में सज्जन के पंजाब दौरे के दौरान अमरिंदर ने उनसे मिलने से मना कर दिया था और उन्हें तथा पंजाब मूल के अन्य मंत्रियों को 'खालिस्तानी समर्थक' कहा था.
इससे पहले कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रू़डो ने आज स्वर्ण मंदिर में मत्था टेका और उन्हें वहां सम्मानित किया गया. सफेद कुर्ता पाजामा पहने कनाडाई प्रधानमंत्री करीब एक घंटा तक मंदिर में रहे. उनके साथ उनकी पत्नी सोफी ग्रेगोरी और उनके तीन में दो बच्चे भी थे. वे सभी पारंपरिक पंजाबी परिधानों में थे. कनाडाई प्रधानमंत्री और उनके परिवार ने ‘गुरू रामदास जी लंगर हॉल’ में रोटियां बनायीं. उन्होंने हाथ जोड़कर श्रद्धालुओं का अभिवादन किया. कई श्रद्धालु कनाडाई प्रधानमंत्री के परिवार की तस्वीरें खींच रहे थे.
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उनकी स्वर्ण मंदिर की यात्रा के दौरान केंद्रीय आवास एवं शहरी मामलों के मंत्री हरदीप सिंह पुरी और पंजाब के पर्यटन मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू भी साथ थे। ट्रूडो देश के विभाजन से जुड़े संग्रहालय भी देखने गए.
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