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भारत में पहली बार: नीचे से सरपट निकलेंगी गाड़ियां, ऊपर से बुलेट ट्रेन; दिल्ली-मुंबई-चेन्नई 6 लेन पर लगा स्टील ब्रिज

6 लेन वाले भारत के सबसे व्यस्त हाईवे पर शनिवार को बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के स्टील ब्रिज का पहला स्पैन सफलतापूर्वक स्थापित हुआ. पुल बन जाने के बाद यहां नीचे से सरपट गाड़ियां निकलेंगी और ऊपर से बुलेट ट्रेन.

भारत में पहली बार: नीचे से सरपट निकलेंगी गाड़ियां, ऊपर से बुलेट ट्रेन; दिल्ली-मुंबई-चेन्नई 6 लेन पर लगा स्टील ब्रिज
दिल्ली-मुंबई-चेन्नई 6 लेन पर लगा स्टील ब्रिज.

Bullet Train Project: भारत में बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट पर काम जारी है. शनिवार को बुलेट प्रोजेक्ट में लगी निर्माण एजेंसी को तब बड़ी सफलता मिली, जब गुजरात में दिल्ली-मुंबई-चेन्नई 6 लेन पर बन रहे स्टील ब्रिज का पहला स्पैन सफलतापूर्वक लॉन्च कर दिया गया. इसके बारे में बताया गया कि मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन कॉरिडोर के निर्माण कार्य में एक और बड़ी उपलब्धि दर्ज हुई है. गुजरात के नाडियाड के पास राष्ट्रीय राजमार्ग-48 (एनएच-48) पर 100 मीटर लंबे स्टील ब्रिज के पहले 100 मीटर स्पैन को सफलतापूर्वक लॉन्च कर दिया गया.

एनएच-48 देश का सबसे व्यस्त राजमार्ग

एनएच-48 देश के सबसे व्यस्त छह लेन वाले राजमार्गों में से एक है, जो दिल्ली, मुंबई और चेन्नई जैसे महानगरों को जोड़ता है. इस 'मेक इन इंडिया' पहल के तहत निर्मित स्टील ब्रिज का पहला स्पैन, लगभग 200 मीटर तक खिसकाकर राजमार्ग के बीच के तीन लेन पर स्थापित किया गया. 

अत्यधिक व्यस्त यातायात वाले इस मार्ग पर यातायात सुचारू बनाए रखने और सड़क उपयोगकर्ताओं के लिए न्यूनतम असुविधा सुनिश्चित करने के उद्देश्य से लॉन्चिंग प्रक्रिया को अत्यंत योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया गया.

1414 मीट्रिक टन वजनी स्टील स्पैन लगाया गया 

ब्रिज के इस स्टील स्पैन की विशेषताएं काफी प्रभावशाली हैं. इसकी लंबाई 100 मीटर है और चौड़ाई 14.3 मीटर तथा ऊंचाई 14.6 मीटर है. इसका वजन करीब 1414 मीट्रिक टन है. यह विशाल स्टील ब्रिज उत्तर प्रदेश के हापुड़ के पास स्थित सालासर कार्यशाला में निर्मित किया गया है और इसे 100 वर्षों की सेवा अवधि के लिए डिज़ाइन किया गया है.

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निर्माण में 57,200 टोर-शियर प्रकार के हाई स्ट्रेंथ बोल्ट, सी5 सिस्टम पेंटिंग, और इलास्टोमेरिक बियरिंग्स का उपयोग किया गया है. ब्रिज को अस्थायी ट्रेस्टल्स पर 14.9 मीटर की ऊंचाई पर स्थापित किया गया और मैक अलॉय बार्स तथा दो सेमी-ऑटोमैटिक जैक (प्रत्येक 250 टन क्षमता वाले) के माध्यम से खींचकर लॉन्च किया गया.

बुलेट ट्रेन कॉरिडोर के लिए 28 स्टील ब्रिज बनने हैं

मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन कॉरिडोर के लिए कुल 28 स्टील ब्रिज प्रस्तावित हैं, जिनमें से 17 गुजरात और 11 महाराष्ट्र में बन रहे हैं. अब तक गुजरात में रेलवे, डीएफसीसी ट्रैक, राजमार्गों और औद्योगिक क्षेत्रों पर कुल 7 स्टील ब्रिज का सफलतापूर्वक निर्माण पूरा हो चुका है.

इस उपलब्धि के साथ भारत के पहले बुलेट ट्रेन प्रोजेक्ट के लिए आधारभूत ढांचे का कार्य और अधिक गति पकड़ रहा है, जो देश के रेल नेटवर्क को भविष्य की गति और गुणवत्ता प्रदान करेगा.
 

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