सूरज परमार (फाइल फोटो)
मुंबई:
बिल्डर सूरज परमार खुदखुशी मामले में ठाणे महानगर पालिका के 4 पार्षदों के नाम सार्वजनिक किए गए। मामले की जांच कर रही ठाणे पुलिस के मुताबिक फोरेंसिक रिपोर्ट में पार्षद नजीब मुल्ला, विक्रांत चव्हाण, सुधाकर चव्हाण और हनुमन्त जगदाले के नाम ख़ुदकुशी नोट में लिखे पाए गए।
सूरज परमार ने ख़ुदकुशी के पहले 18 पेज का सुसाइड नोट लिखा था जिसमें रिश्वत के लिए परेशान करने वाले नगरसेवकों और सरकारी अफसरों के नाम लिखकर काट दिए गए थे। अब इन चारों पार्षदों के ऊपर गिरफ़्तारी की तलवार लटकने लगी है।
7 अक्टूबर ठाणे के बिल्डर सूरज परमार ने की खुदकुशी
ठाणे के बिल्डर सूरज परमार ने 7 अक्टूबर की दोपहर खुद की रिवाल्वर से गोली मार कर ख़ुदकुशी कर ली थी। परमार ठाणे के प्रतिष्ठित कॉसमॉस ग्रुप के चेयरमैन थे।
परमार की कार की तलाशी में पुलिस को 18 पेज का सुसाईड नोट मिला था। जिसमें उन्होंने कुछ नेताओं और सरकारी अफसरों की रिश्वतखोरी से परेशान होकर ख़ुदकुशी की बात लिखी थी। उस नोट में कुछ नाम भी लिखे थे लेकिन बाद उन्हें काट दिया गया था। इसलिए पुलिस ने सुसाईड नोट को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया था।
काम करता है गोल्डन गैंग
आरोप है कि ठाणे मनपा में कुछ पार्षदों और अफसरों का गठजोड़ है जो गोल्डन गैंग के नाम से जाने जाते हैं। जो मनपा में इजाजत के लिए बिल्डिंग प्रोजेक्ट की पहचान कर पहले उसके खिलाफ माहौल बनाते हैं फिर स्टॉप वर्क का नोटिस दिलवाकर सुलह समझौते के लिए मजबूर करते हैं। गिरफ़्तारी के डर से चारों पार्षदों ने अदालत में अग्रिम जमानत की अर्जी दे रखी है।
सूरज परमार ने ख़ुदकुशी के पहले 18 पेज का सुसाइड नोट लिखा था जिसमें रिश्वत के लिए परेशान करने वाले नगरसेवकों और सरकारी अफसरों के नाम लिखकर काट दिए गए थे। अब इन चारों पार्षदों के ऊपर गिरफ़्तारी की तलवार लटकने लगी है।
7 अक्टूबर ठाणे के बिल्डर सूरज परमार ने की खुदकुशी
ठाणे के बिल्डर सूरज परमार ने 7 अक्टूबर की दोपहर खुद की रिवाल्वर से गोली मार कर ख़ुदकुशी कर ली थी। परमार ठाणे के प्रतिष्ठित कॉसमॉस ग्रुप के चेयरमैन थे।
परमार की कार की तलाशी में पुलिस को 18 पेज का सुसाईड नोट मिला था। जिसमें उन्होंने कुछ नेताओं और सरकारी अफसरों की रिश्वतखोरी से परेशान होकर ख़ुदकुशी की बात लिखी थी। उस नोट में कुछ नाम भी लिखे थे लेकिन बाद उन्हें काट दिया गया था। इसलिए पुलिस ने सुसाईड नोट को फोरेंसिक जांच के लिए भेज दिया था।
काम करता है गोल्डन गैंग
आरोप है कि ठाणे मनपा में कुछ पार्षदों और अफसरों का गठजोड़ है जो गोल्डन गैंग के नाम से जाने जाते हैं। जो मनपा में इजाजत के लिए बिल्डिंग प्रोजेक्ट की पहचान कर पहले उसके खिलाफ माहौल बनाते हैं फिर स्टॉप वर्क का नोटिस दिलवाकर सुलह समझौते के लिए मजबूर करते हैं। गिरफ़्तारी के डर से चारों पार्षदों ने अदालत में अग्रिम जमानत की अर्जी दे रखी है।
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