सीमा पर तैनात बीएसएफ जवान (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
भारत और पाकिस्तान की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर तैनात दोनों भारत के बार्डर सिक्योरिटी फोर्स और पाकिस्तान रेंजर्स के डीजी के बीच बातचीत 9 से 12 सितंबर के बीच दिल्ली के बीएसएफ मुख्यालय में होगी। दो साल में एक बार होने वाली इस मीटिंग से किसी को बहुत ज्यादा उम्मीद नहीं है क्योंकि पाकिस्तान के अड़ियल रवैये की वजह से पिछले महीने के अंत में होने वाली एनएसए स्तर की बातचीत रद्द हो चुकी है।
पिछली बार दोनों मुल्कों की सरहदों की रखवाली करने वाली फोर्स के बीच बातचीत 24 से 28 दिसंबर 2013 को लाहौर में हुई थी ।
इस कांफ्रेंस में पाकिस्तान रेंजर्स के डीजी मेजर जनरल उमर फारुक की अगुवाई में 15 सदस्यीय उच्च स्तरीय टीम बुधवार को दिल्ली आ रही है । बीएसएफ के 23 सदस्यीय दल की अगुवाई डीजी डी के पाठक करेंगे। इस दल में गृह मंत्रालय,नॉरकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो और सर्वे ऑफ इंडिया के भी अफसर शामिल होंगे ।
पाकिस्तानी दल बाघा बार्डर- अटारी होते हुई नई दिल्ली आएगा। यह प्रतिनिधिमंडल भारत में चार दिन रहेगा। बातचीत में सीमा पर गोलाबारी , घुसपैठ, तस्करी जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी। चर्चा के दौरान सकारात्मक मुद्दों पर ज्यादा जोर होगा, जैसे कि हर स्तर पर बात , सामंजस्य के साथ मिलकर सरहद पर पेट्रोलिंग और आपसी विश्वास बढ़ाने के तरीकों पर फोकस होगा। बातचीत के अंत में 12 सितंबर को दोंनों डीजी ज्वाइंट रिकार्ड डिस्कशन पर हस्ताक्षर करेंगे।
1989 में पाकिस्तान के इस्लामाबाद में दोनों देशों के गृह सचिव स्तर की बातचीत में फैसला लिया गया था कि दो साल में एक बार बीएसएफ और पाक रेंजर्स के बीच सरहद पर तालमेल और शांति का माहौल बनाने के लिए बैठक होगी। पहली मीटिग 1993 को अमृतसर में हुई थी।
पिछली बार दोनों मुल्कों की सरहदों की रखवाली करने वाली फोर्स के बीच बातचीत 24 से 28 दिसंबर 2013 को लाहौर में हुई थी ।
इस कांफ्रेंस में पाकिस्तान रेंजर्स के डीजी मेजर जनरल उमर फारुक की अगुवाई में 15 सदस्यीय उच्च स्तरीय टीम बुधवार को दिल्ली आ रही है । बीएसएफ के 23 सदस्यीय दल की अगुवाई डीजी डी के पाठक करेंगे। इस दल में गृह मंत्रालय,नॉरकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो और सर्वे ऑफ इंडिया के भी अफसर शामिल होंगे ।
पाकिस्तानी दल बाघा बार्डर- अटारी होते हुई नई दिल्ली आएगा। यह प्रतिनिधिमंडल भारत में चार दिन रहेगा। बातचीत में सीमा पर गोलाबारी , घुसपैठ, तस्करी जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी। चर्चा के दौरान सकारात्मक मुद्दों पर ज्यादा जोर होगा, जैसे कि हर स्तर पर बात , सामंजस्य के साथ मिलकर सरहद पर पेट्रोलिंग और आपसी विश्वास बढ़ाने के तरीकों पर फोकस होगा। बातचीत के अंत में 12 सितंबर को दोंनों डीजी ज्वाइंट रिकार्ड डिस्कशन पर हस्ताक्षर करेंगे।
1989 में पाकिस्तान के इस्लामाबाद में दोनों देशों के गृह सचिव स्तर की बातचीत में फैसला लिया गया था कि दो साल में एक बार बीएसएफ और पाक रेंजर्स के बीच सरहद पर तालमेल और शांति का माहौल बनाने के लिए बैठक होगी। पहली मीटिग 1993 को अमृतसर में हुई थी।
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