मध्य प्रदेश के इंदौर में सबसे बड़े सरकारी अस्पताल महाराजा यशवंतराव अस्पताल में बदइंतजामी का ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें मॉर्चुरी में एक स्ट्रेचर पर रखी लाश कंकाल बन गई. 11 दिनों से ये लावारिश लाश शवगृह में पड़ी रही. इससे लाश सड़ गई और सिर्फ कंकाल बच गया. अस्पताल अब इस मामले में जांच कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की बात कह रहा है.
अस्पताल अधीक्षक डॉ. पीएस ठाकुर ने बताया कि अज्ञात शव हम एक सप्ताह तक रखते हैं. इस लावारिश शव के अंतिम संस्कार के लिए नगर निगम को फोन किया गया था या नहीं, इसकी जानकारी ली जा रही है. उन्होंने कहा कि मॉर्चुरी के इंचार्ज को भी नोटिस दिया गया है. किसी की लापरवाही सामने आने पर तुरंत कार्रवाई की जाएगी.
एमवाय अस्पताल प्रदेश का सबसे बड़ा सरकारी अस्पताल है. इंदौर कोरोना से सबसे ज्यादा प्रभावित जिला है. अस्पताल प्रबंधन का कहना है कि रोज़ाना उनके मुर्दाघर में 21-22 लाशें आ रही हैं, जबकि वहां सिर्फ 16 फ्रीजर ही मौजूद हैं. इस बारे में डॉ. ठाकुर ने भी कहा कि हमारे पास संसाधन सीमित हैं. हमने कई बार प्रशासन के सामने और फ्रीजर मंगवाने के लिए कई खत लिखा है.
दरअसल, मंगलवार को जब अस्पताल परिसर में बहुत ज्यादा बदबू आ रही थी, तब किसी ने स्ट्रैचर पर से चादर हटाई तो शव के साथ अस्पताल के इंतजामात की भी वीभत्स तस्वीर सामने आ गई. लाश सड़ चुकी थी और सिर्फ कंकाल शेष रह गया था. मामला सामने आने के बाद तुरंत शव को हटवाया गया. जुलाई महीने में भी अव्यवस्था की वजह से एक परिवार ने अपने बेटे की जगह दूसरी लाश का अंतिम संस्कार कर दिया था.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं