महबूबा मुफ्ती (फाइल फोटो)
जम्मू कश्मीर में पीडीपी प्रमुख मुफ्ती मोहम्मद के देहांत के बाद राज्य में पीडीपी और भाजपा के गठबंधन पर फिर से सवाल उठने लगे हैं। हाल ही में पीडीपी के नेता नईम अख़्तर ने कहा था कि पार्टी अपनी अगली रणनीति के तहत गठबंधन के एजेंडों की फिर से समीक्षा करेगी और उसके बाद ही कोई फ़ैसला लेगी। इस पर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सत शर्मा ने प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए कहा है कि उनकी पार्टी गठबंधन के एजेंडे को लेकर पूरी तरह से गंभीर है।
एनडीटीवी से विशेष बातचीत में जम्मू-कश्मीर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सत शर्मा ने कहा है कि पिछले साल दोनों पार्टियों के वरिष्ठ नेताओं ने बैठकर गठबंधन के जिस एजेंडे को तय किया था उसे लागू करने के लिए बीजेपी गंभीर है। शर्मा ने कहा है कि यह एजेंडे 6 साल के लिए तय किए गए हैं जिसे पूरी तरह लागू होने में अभी और समय लगेगा। शर्मा ने नईम के बयान पर कहा है कि ये उनका निज़ी बयान हो सकता है और पीडीपी की तरफ़ से कोई आधिकारिक बयान जारी होने की पार्टी प्रतीक्षा कर रही है।
सोनिया से मुलाकात
गौरतलब है कि मुफ्ती की मृत्यु के बाद जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री पद को उनकी बेटी महबूबा मुफ्ती संभालने जा रही हैं और वह जल्द ही इस पद की शपथ भी लेने वाली हैं। हालांकि यह भी जा रहा है कि महबूबा 10 महीने पहले हुए पीडीपी-बीजेपी गठबंधन से बहुत खुश नहीं हैं और उन्हें लग रहा है कि इस दोस्ती से कश्मीरी भी खुश नहीं हैं। उधर बीजेपी के नेताओं की नींद तब और उड़ गई जब कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने महबूबा से मुलाकात की। ऐसी खबरें भी आने लगीं कि कहीं पीडीपी और कांग्रेस मिलकर सरकार तो नहीं बनाएंगे। इन सब खबरों के बावजूद महबूबा की चुप्पी से बीजेपी नेताओं की हालत कभी खुशी-कभी गम वाली हो गई है।
सोनिया गांधी ने महबूबा से मुलाकात की
एनडीटीवी से विशेष बातचीत में जम्मू-कश्मीर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सत शर्मा ने कहा है कि पिछले साल दोनों पार्टियों के वरिष्ठ नेताओं ने बैठकर गठबंधन के जिस एजेंडे को तय किया था उसे लागू करने के लिए बीजेपी गंभीर है। शर्मा ने कहा है कि यह एजेंडे 6 साल के लिए तय किए गए हैं जिसे पूरी तरह लागू होने में अभी और समय लगेगा। शर्मा ने नईम के बयान पर कहा है कि ये उनका निज़ी बयान हो सकता है और पीडीपी की तरफ़ से कोई आधिकारिक बयान जारी होने की पार्टी प्रतीक्षा कर रही है।
सोनिया से मुलाकात
गौरतलब है कि मुफ्ती की मृत्यु के बाद जम्मू कश्मीर के मुख्यमंत्री पद को उनकी बेटी महबूबा मुफ्ती संभालने जा रही हैं और वह जल्द ही इस पद की शपथ भी लेने वाली हैं। हालांकि यह भी जा रहा है कि महबूबा 10 महीने पहले हुए पीडीपी-बीजेपी गठबंधन से बहुत खुश नहीं हैं और उन्हें लग रहा है कि इस दोस्ती से कश्मीरी भी खुश नहीं हैं। उधर बीजेपी के नेताओं की नींद तब और उड़ गई जब कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने महबूबा से मुलाकात की। ऐसी खबरें भी आने लगीं कि कहीं पीडीपी और कांग्रेस मिलकर सरकार तो नहीं बनाएंगे। इन सब खबरों के बावजूद महबूबा की चुप्पी से बीजेपी नेताओं की हालत कभी खुशी-कभी गम वाली हो गई है।
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