- गढ़वा जिले में भाजपा संगठन चुनाव के बाद मंडल प्रतिनिधियों की सूची में दो मृतक व्यक्तियों के नाम शामिल थे
- चिनियां मंडल में राम सकल कोरवा और रमकंडा प्रखंड में पारसनाथ माली को मंडल प्रतिनिधि घोषित किया गया था
- सोशल मीडिया पर सूची वायरल होने के बाद विपक्षी दलों ने निशाना साधा है
झारखंड के गढ़वा जिले में भाजपा संगठन चुनाव के बाद शुरू हुआ विवाद अब तूल पकड़ चुका है. जिले में हाल ही में भाजपा ने संगठन का चुनाव कराया और विभिन्न प्रखंडों तथा मंडलों के प्रतिनिधियों की आधिकारिक घोषणा की गई. लेकिन जैसे ही सूची सार्वजनिक हुई, सोशल मीडिया पर एक ऐसे विवाद ने जन्म ले लिया, जिसने भाजपा की किरकिरी करा दी है.
दरअसल, संगठन सूची में भाजपा ने दो ऐसे व्यक्तियों के नाम को मंडल प्रतिनिधि बनाया, जिनकी मृत्यु काफी पहले हो चुकी है. चिनियां मंडल में राम सकल कोरवा को मंडल प्रतिनिधि घोषित किया गया है, जबकि रमकंडा प्रखंड में पारसनाथ माली को मंडल प्रतिनिधि नियुक्त किया गया है. दोनों ही व्यक्ति अब इस दुनिया में नहीं हैं.
जैसे ही यह सूची सोशल मीडिया पर वायरल हुई, विपक्षी दलों ने इसे भाजपा की गंभीर भूल बताया और पार्टी को निशाने पर लेना शुरू कर दिया. सबसे ज्यादा सक्रिय रही जेएमएम, जिसने सूची को शेयर कर भाजपा पर तंज कस दिया. जेएमएम नेताओं ने कहा कि भाजपा इतनी जल्दीबाजी में संगठन चुनाव कराने उतावली थी कि जीवित और मृतक में अंतर तक नहीं देख पाई.
वहीं इस मामले पर भाजपा जिला अध्यक्ष ठाकुर महतो ने सफाई देते हुए कहा कि यह पूरी तरह मिस प्रिंटिंग का मामला है. उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टियां इसे मुद्दा बनाकर सिर्फ राजनीतिक रोटियां सेंक रही हैं. उनका कहना है कि जो लोग इसे मजाक बना रहे हैं, उन्हें पहले खुद अपने गिरेबान में झांकना चाहिए. भाजपा जिला अध्यक्ष ने दावा किया कि जल्द ही सूची को संशोधित कर सही नाम जारी कर दिए जाएंगे.
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