नई दिल्ली:
नेशनल हेराल्ड केस में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी के सुब्रमण्यम स्वामी जिस तरह से कांग्रेस नेतृत्व के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं, हमें इसमें पहले से ही शक था कि भाजपा नीत केंद्र सरकार और पीएम नरेंद्र मोदी इस केस के पीछे हैं।
उन्होंने कहा, केद्र सरकार ने नियम से परे जाकर स्वामी को जेड श्रेणी सुरक्षा प्रदान की और सरकारी मकान अलॉट किया। वे संसदीय सदस्य नहीं है और ना ही बॉर्डर स्टेट में हैं। उन्होंने किसी आतंकवाद के खिलाफ कोई लड़ाई नहीं लड़ी है। यह ईनाम के तौर पर सरकार ने उन्हें प्रदान किया है।
आजाद ने आगे कहा, भाजपा जबसे सत्ता में आई है, विपक्षी दलों को निशाना बना रही है। ऐसी मिसाल कभी नहीं मिली। जिस तरह से अरुणाचल प्रदेश में चुनी हुई सरकार को गिराने का प्रयास हुआ, वह कामयाब नहीं हुए। अदालती फैसले से उन्हें मुंह की खानी पड़ी। विपक्ष मुक्त भारत बीजेपी का लक्ष्य बन गया है। केंद्र विपक्ष के नेताओं को टारगेट कर रहा है। हम संसद से सड़क तक यह लड़ाई लड़ेंगे। चाहे वह कानूनी हो या संघर्ष के जरिए हो। हमें देश के संविधान और न्याय व्यवस्था पर पूरा भरोसा है, लेकिन जिस तरह से भाजपा और पीएम कांग्रेस लीडरशिप को निशाना बना रहे हैं, हम उनसे दबने वाले नहीं है। उन्होंने कहा, कांग्रेस तो अंग्रेजों के शासनकाल से भी नहीं डरी थी। इस मुद्दे को बीजेपी ने सियासी बनाया। वह ही इस केस में पूरी ब्रीफिंग करती रही है।
वहीं, मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम न्याय व्यवस्था का पूरा सम्मान करते हैं। मामला कोर्ट में है, इस पर सियासत ठीक नहीं है। हमारे कैडर तो पूरे भारत में फैले हैं। हमारी आवाज दबाई नहीं जा सकती।
उन्होंने कहा, केद्र सरकार ने नियम से परे जाकर स्वामी को जेड श्रेणी सुरक्षा प्रदान की और सरकारी मकान अलॉट किया। वे संसदीय सदस्य नहीं है और ना ही बॉर्डर स्टेट में हैं। उन्होंने किसी आतंकवाद के खिलाफ कोई लड़ाई नहीं लड़ी है। यह ईनाम के तौर पर सरकार ने उन्हें प्रदान किया है।
आजाद ने आगे कहा, भाजपा जबसे सत्ता में आई है, विपक्षी दलों को निशाना बना रही है। ऐसी मिसाल कभी नहीं मिली। जिस तरह से अरुणाचल प्रदेश में चुनी हुई सरकार को गिराने का प्रयास हुआ, वह कामयाब नहीं हुए। अदालती फैसले से उन्हें मुंह की खानी पड़ी। विपक्ष मुक्त भारत बीजेपी का लक्ष्य बन गया है। केंद्र विपक्ष के नेताओं को टारगेट कर रहा है। हम संसद से सड़क तक यह लड़ाई लड़ेंगे। चाहे वह कानूनी हो या संघर्ष के जरिए हो। हमें देश के संविधान और न्याय व्यवस्था पर पूरा भरोसा है, लेकिन जिस तरह से भाजपा और पीएम कांग्रेस लीडरशिप को निशाना बना रहे हैं, हम उनसे दबने वाले नहीं है। उन्होंने कहा, कांग्रेस तो अंग्रेजों के शासनकाल से भी नहीं डरी थी। इस मुद्दे को बीजेपी ने सियासी बनाया। वह ही इस केस में पूरी ब्रीफिंग करती रही है।
वहीं, मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हम न्याय व्यवस्था का पूरा सम्मान करते हैं। मामला कोर्ट में है, इस पर सियासत ठीक नहीं है। हमारे कैडर तो पूरे भारत में फैले हैं। हमारी आवाज दबाई नहीं जा सकती।
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