नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी (BJP) जयंत सिंह के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के साथ सीट-बंटवारा समझौते को जल्द ही अंतिम रूप दे सकती है. सूत्रों ने यह जानकारी दी. केंद्र में सत्तारूढ़ भाजपा, राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को और मजबूत करने का विचार कर रही है, क्योंकि ऐसे संकेत मिले हैं कि इसने तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) और शिरोमणि अकाली दल (शिअद) जैसे पूर्व सहयोगियों के लिए अपने दरवाजे खुले रखे हैं.
सूत्रों ने बताया कि भाजपा की रालोद के साथ गठजोड़ के लिए वार्ता अंतिम चरण में है. उन्होंने बताया कि भाजपा (लोकसभा चुनाव में) बागपत सहित दो सीट रालोद को देने को इच्छुक है और उसे राज्यसभा की भी एक सीट दे सकती है. बागपत सीट का प्रतिनिधित्व अभी भाजपा के सत्यपाल सिंह कर रहे हैं.
सूत्रों ने बताया कि भाजपा यह सुनिश्चित करने का प्रयास कर रही है कि राजग चुनावों से पहले अधिक से अधिक मजबूत हो जाए, ताकि यह हाल में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा घोषित अबकी बार 400 सीट पार के लक्ष्य को हासिल कर सके. मोदी ने संसद में देश के मिजाज का हवाला देते हुए कहा था कि भाजपा 543 सदस्यीय लोकसभा में अकेले 370 सीट हासिल कर लेगी.
सूत्रों ने कहा कि काफी कुछ इस बात पर निर्भर करेगा कि भाजपा और इसके संभावित सहयोगी क्या सीट-बंटावारा फार्मूले पर सहमत होंगे, हालांकि इस बीच सकारात्मक घटनाक्रम हुए हैं. तेदेपा अध्यक्ष एवं आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने बुधवार को गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की थी.
अकाली दल, भाजपा के सबसे पुराने सहयोगियों में से एक था, लेकिन उसने कृषि कानूनों का विरोध करने के लिए उससे अपने संबंध तोड़ लिए. इन कानूनों को, विशेष रूप से पंजाब में और हरियाणा तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में किसानों के विरोध प्रदर्शन के चलते बाद में रद्द कर दिया गया था.