गणतंत्र दिवस परेड में शामिल राहुल गांधी
नई दिल्ली:
राजपथ पर गणतंत्र दिवस परेड में राहुल गांधी के बैठने की सीट को लेकर अभी भी घमासान जारी है. कांग्रेस के आरोपों पर पलटवार करते हुए बीजेपी ने जवाबी हमला बोला है. बीजेपी सूत्र ने कहा है कि समारोह में सीट के मुद्दे पर हो रही राजनीति को देखकर ऐसा लगता है कि कांग्रेस को सिर्फ राहुल गांधी की परवाह है न कि हमारे गणतंत्र की.
बीजेपी सूत्र ने कहा कि जब भारत आसियान देशों से के साथ अभूतपूर्व प्रगति कर रहा है, तो उधर कांग्रेस गणतंत्र दिवस के दिन सीटों को लेकर ओछी राजनीति करने में व्यस्त है. बीजेपी सूत्र ने कहा कि राहुल गांधी का कोई अपमान नहीं किया गया है. पूर्व प्रधानमंत्री, नेता प्रतिपक्ष से लेकर राहुल गांधी तक के सीट बंटवारे में उचित प्रोटोकॉल का पालन किया गया है. राहुल अपने सरनेम की वजह से अलग से विशेष तरजीह की उम्मीद नहीं कर सकते.
यह भी पढ़ें - गणतंत्र दिवस परेड में राहुल गांधी को न पहली, न चौथी बल्कि छठी पंक्ति में मिली बैठने की जगह, सियासी पारा चढ़ा
जो लोग राहुल गांधी के बैठने की समस्या को लेकर परेशान हैं, उन्हें यह जांचना चाहिए कि यूपीए की सरकार में बीजेपी के नेताओं के साथ किस तरह का व्यवहार होता था. 2013-14 में भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी और राजनाथ सिंह को भी वीआईपी घेरे में जगह नहीं दी गई थी और उन्हें सरकारी अफसरों के साथ बैठना पड़ा था. बता दें कि कांग्रेस ने इसे सरकार की ओछी राजनीति का नमूना करार दिया था.
बता दें कि गणतंत्र दिवस के परेड में राहुल गांधी को छठी पंक्ति में बैठाया गया था, मगर कांग्रेस अध्यक्ष होने के नाते कांग्रेस आगे की पंक्ति में उम्मीद कर रही थी. राहुल गांधी राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद के साथ छठी पंक्ति की सीट पर बैठे दिखाई दिये थे. छठी पंक्ति में बैठाए जाने के बाद कांग्रेस के रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर मोदी सरकार पर निशाना साधा था.
यह भी पढ़ें - गणतंत्र दिवस परेड में राहुल गांधी के बैठने की जगह को लेकर राजनीति गरमाई, इस पंक्ति में मिली जगह
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा था कि 'मोदी सरकार की ओछी राजनीति जग ज़ाहिर! कांग्रेस अध्यक्ष श्री राहुल गांधी को गणतंत्र दिवस के राष्ट्रीय पर्व पर अंहकारी शासकों ने सारी परंपराओं को दरकिनार करके पहले चौथी पंक्ति और फिर छठी पंक्ति में जानबूझकर बिठाया. हमारे लिये संविधान का उत्सव ही सर्व प्रथम है.'
VIDEO:गणतंत्र दिवस परेड के दौरान छठी पंक्ति में राहुल गांधी, कांग्रेस ने जताया ऐतराज
बीजेपी सूत्र ने कहा कि जब भारत आसियान देशों से के साथ अभूतपूर्व प्रगति कर रहा है, तो उधर कांग्रेस गणतंत्र दिवस के दिन सीटों को लेकर ओछी राजनीति करने में व्यस्त है. बीजेपी सूत्र ने कहा कि राहुल गांधी का कोई अपमान नहीं किया गया है. पूर्व प्रधानमंत्री, नेता प्रतिपक्ष से लेकर राहुल गांधी तक के सीट बंटवारे में उचित प्रोटोकॉल का पालन किया गया है. राहुल अपने सरनेम की वजह से अलग से विशेष तरजीह की उम्मीद नहीं कर सकते.
यह भी पढ़ें - गणतंत्र दिवस परेड में राहुल गांधी को न पहली, न चौथी बल्कि छठी पंक्ति में मिली बैठने की जगह, सियासी पारा चढ़ा
जो लोग राहुल गांधी के बैठने की समस्या को लेकर परेशान हैं, उन्हें यह जांचना चाहिए कि यूपीए की सरकार में बीजेपी के नेताओं के साथ किस तरह का व्यवहार होता था. 2013-14 में भाजपा अध्यक्ष नितिन गडकरी और राजनाथ सिंह को भी वीआईपी घेरे में जगह नहीं दी गई थी और उन्हें सरकारी अफसरों के साथ बैठना पड़ा था. बता दें कि कांग्रेस ने इसे सरकार की ओछी राजनीति का नमूना करार दिया था.
बता दें कि गणतंत्र दिवस के परेड में राहुल गांधी को छठी पंक्ति में बैठाया गया था, मगर कांग्रेस अध्यक्ष होने के नाते कांग्रेस आगे की पंक्ति में उम्मीद कर रही थी. राहुल गांधी राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद के साथ छठी पंक्ति की सीट पर बैठे दिखाई दिये थे. छठी पंक्ति में बैठाए जाने के बाद कांग्रेस के रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर मोदी सरकार पर निशाना साधा था.
यह भी पढ़ें - गणतंत्र दिवस परेड में राहुल गांधी के बैठने की जगह को लेकर राजनीति गरमाई, इस पंक्ति में मिली जगह
कांग्रेस नेता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर कहा था कि 'मोदी सरकार की ओछी राजनीति जग ज़ाहिर! कांग्रेस अध्यक्ष श्री राहुल गांधी को गणतंत्र दिवस के राष्ट्रीय पर्व पर अंहकारी शासकों ने सारी परंपराओं को दरकिनार करके पहले चौथी पंक्ति और फिर छठी पंक्ति में जानबूझकर बिठाया. हमारे लिये संविधान का उत्सव ही सर्व प्रथम है.'
VIDEO:गणतंत्र दिवस परेड के दौरान छठी पंक्ति में राहुल गांधी, कांग्रेस ने जताया ऐतराज
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं