रामविलास पासवान की फाइल तस्वीर
पटना:
बिहार विधानसभा चुनाव में अभी भले ही देरी हो, लेकिन राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में मुख्यमंत्री पद और सीटों के बंटवारे को लेकर घटक दल के नेता आमने-सामने नजर आ गए हैं।
एनडीए की सहयोगी पार्टी एलजेपी के अध्यक्ष रामविलास पासवान ने कहा है कि जीतन राम मांझी को एनडीए में शामिल करने तक तो ठीक है, लेकिन अगर उनकी पार्टी के उन उम्मीदवारों को चुनाव में उतारा गया जो एलजेपी छोड़ कर गए हैं, तो एलजेपी भी उनके ख़िलाफ़ उम्मीदवार उतारेगी। ये घोषणा खुद पासवान और उनके भाई पशुपति कुमार पारस ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में की।
उन्होंने कहा कि मांझी के एनडीए में शामिल होने से उन्हें ऐतराज़ नहीं, लेकिन एलजेपी के बाग़ी विधायकों से उन्हें दिक्कत है। इधर, एनडीए की एक अन्य सहयोगी पार्टी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी ने अपने नेता उपेंद्र कुशवाहा को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया और साठ से अधिक सीटों पर दावेदारी कर दी। हालांकि उपेंद्र कुशवाहा का कहना है कि उनकी पार्टी ने एक सुझाव दिया था और ये एनडीए को तय करना है कि इसका क्या फायदा या नुकसान हो सकता है।
एनडीए में शामिल एक अन्य दल राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी) ने पार्टी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने की मांग को लेकर प्रस्ताव पारित किया है।
आरएलएसपी कार्यसमिति की बैठक में रविवार को केंद्रीय मंत्री और आरएलएसपी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने की मांग को लेकर एक प्रस्ताव पारित किया गया है।
आरएलएसपी के मुख्य प्रवक्ता शिवराज सिंह ने पत्रकारों को बताया कि दो दिवसीय कार्यसमिति की बैठक के अंतिम दिन सर्वसम्मति से कुशवाहा को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने की मांग को लेकर प्रस्ताव पारित किया गया। उन्होंने बताया कि बैठक में प्रस्ताव भी पारित किया गया कि सितंबर-अक्टूबर में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में 243 विधानसभा सीटों में से पार्टी 67 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
हालांकि उपेंद्र कुशवाहा का कहना है कि उनकी पार्टी ने एक सुझाव दिया था और ये एनडीए को तय करना है कि इसका क्या फायदा या नुकसान हो सकता है।
इधर, एलजेपी के अध्यक्ष रामविलास पासवान ने मांझी गुट में शामिल पांच विधायकों के खिलाफ रविवार को मोर्चा खोल दिया। पासवान ने पटना में कहा, 'नरेंद्र सिंह सहित पांच विधायक अवसरवादी हैं। इन्होंने एलजेपी से गद्दारी की है। उनकी पार्टी इन नेताओं को एनडीए का उम्मीदवार बनाए जाने का विरोध करती है।'
पासवान के इस बयान पर मांझी ने पलटवार करते हुए कहा कि गठबंधन के अंदर घटक दलों के प्रत्याशियों के चयन की जिम्मेदारी पासवान की नहीं है।
एनडीए में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर उपजे विवाद पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता और सांसद अश्विनी चौबे ने स्पष्ट कहा कि मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बीजेपी का होगा। बीजेपी में मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार संसदीय बोर्ड तय करता है। (इनपुट आईएएनएस से भी)
एनडीए की सहयोगी पार्टी एलजेपी के अध्यक्ष रामविलास पासवान ने कहा है कि जीतन राम मांझी को एनडीए में शामिल करने तक तो ठीक है, लेकिन अगर उनकी पार्टी के उन उम्मीदवारों को चुनाव में उतारा गया जो एलजेपी छोड़ कर गए हैं, तो एलजेपी भी उनके ख़िलाफ़ उम्मीदवार उतारेगी। ये घोषणा खुद पासवान और उनके भाई पशुपति कुमार पारस ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में की।
उन्होंने कहा कि मांझी के एनडीए में शामिल होने से उन्हें ऐतराज़ नहीं, लेकिन एलजेपी के बाग़ी विधायकों से उन्हें दिक्कत है। इधर, एनडीए की एक अन्य सहयोगी पार्टी राष्ट्रीय लोक समता पार्टी ने अपने नेता उपेंद्र कुशवाहा को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर दिया और साठ से अधिक सीटों पर दावेदारी कर दी। हालांकि उपेंद्र कुशवाहा का कहना है कि उनकी पार्टी ने एक सुझाव दिया था और ये एनडीए को तय करना है कि इसका क्या फायदा या नुकसान हो सकता है।
एनडीए में शामिल एक अन्य दल राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (आरएलएसपी) ने पार्टी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने की मांग को लेकर प्रस्ताव पारित किया है।
आरएलएसपी कार्यसमिति की बैठक में रविवार को केंद्रीय मंत्री और आरएलएसपी के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने की मांग को लेकर एक प्रस्ताव पारित किया गया है।
आरएलएसपी के मुख्य प्रवक्ता शिवराज सिंह ने पत्रकारों को बताया कि दो दिवसीय कार्यसमिति की बैठक के अंतिम दिन सर्वसम्मति से कुशवाहा को मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बनाने की मांग को लेकर प्रस्ताव पारित किया गया। उन्होंने बताया कि बैठक में प्रस्ताव भी पारित किया गया कि सितंबर-अक्टूबर में होने वाले बिहार विधानसभा चुनाव में 243 विधानसभा सीटों में से पार्टी 67 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
हालांकि उपेंद्र कुशवाहा का कहना है कि उनकी पार्टी ने एक सुझाव दिया था और ये एनडीए को तय करना है कि इसका क्या फायदा या नुकसान हो सकता है।
इधर, एलजेपी के अध्यक्ष रामविलास पासवान ने मांझी गुट में शामिल पांच विधायकों के खिलाफ रविवार को मोर्चा खोल दिया। पासवान ने पटना में कहा, 'नरेंद्र सिंह सहित पांच विधायक अवसरवादी हैं। इन्होंने एलजेपी से गद्दारी की है। उनकी पार्टी इन नेताओं को एनडीए का उम्मीदवार बनाए जाने का विरोध करती है।'
पासवान के इस बयान पर मांझी ने पलटवार करते हुए कहा कि गठबंधन के अंदर घटक दलों के प्रत्याशियों के चयन की जिम्मेदारी पासवान की नहीं है।
एनडीए में मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार को लेकर उपजे विवाद पर भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के वरिष्ठ नेता और सांसद अश्विनी चौबे ने स्पष्ट कहा कि मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार बीजेपी का होगा। बीजेपी में मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार संसदीय बोर्ड तय करता है। (इनपुट आईएएनएस से भी)
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