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बिहार चुनावः सीट बंटवारे को लेकर महागठबंधन में विवाद! RJD के ऑफ़र को सीपीआई (ML) ने ठुकराया

बिहार चुनाव से पहले इंडिया गठबंधन में सीट बंटवारे पर मतभेद गहरा गया है. आरजेडी का प्रस्ताव ठुकराकर सीपीआई(एमएल) ने नई सूची सौंपी है और संकेत दिए हैं कि सभी विकल्प खुले हैं.

बिहार चुनावः सीट बंटवारे को लेकर महागठबंधन में विवाद! RJD के ऑफ़र को सीपीआई (ML) ने ठुकराया
  • बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महागठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है
  • सीपीआई(एमएल) ने आरजेडी द्वारा दिए गए सीट प्रस्ताव को सम्मानजनक नहीं मानकर ठुकरा दिया है
  • सीपीआई(एमएल) पार्टी आज करीब तीस सीटों की नई सूची आरजेडी को सौंपने वाली है
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पटना:

बिहार विधानसभा चुनाव से पहले इंडिया गठबंधन (महागठबंधन) में सीट बंटवारे को लेकर विवाद गहराता जा रहा है. सूत्रों के मुताबिक, आरजेडी द्वारा दिए गए सीट ऑफर को सीपीआई (एमएल) ने ठुकरा दिया है. एमएल का कहना है कि प्रस्ताव ‘सम्मानजनक नहीं' है और पार्टी आज करीब 30 सीटों की नई सूची आरजेडी को सौंपेगी. गठबंधन की बातचीत फिलहाल अटक गई है. यह वही सीपीआई(एमएल) है जिसने 2020 विधानसभा और 2024 लोकसभा दोनों चुनावों में शानदार प्रदर्शन किया था, जिससे अब वह अपने हिस्से में ज्यादा सीटें चाह रही है.

क्या है विवाद का कारण? 

सीपीआई(एमएल) का कहना है कि आरजेडी ने पिछले विधानसभा चुनाव जितनी ही सीटों पर लड़ने का प्रस्ताव दिया, जबकि पार्टी इस बार करीब 40 सीटों पर दावा ठोक रही है. सूत्रों के अनुसार, आरजेडी ने एमएल को 19 सीटों के आसपास का ऑफर दिया था, जिसे एमएल ने “सम्मानजनक नहीं” बताते हुए अस्वीकार कर दिया. पार्टी अब आरजेडी को नई सीटों की सूची सौंपेगी और भविष्य की रणनीति पर फिर विचार करेगी.

पिछले प्रदर्शन के आधार पर माले मांग रही है अधिक सीटें

सीपीआई(एमएल) का स्ट्राइक रेट इंडिया गठबंधन में सबसे बेहतर रहा है. 2020 विधानसभा चुनाव में पार्टी ने 19 सीटों में से 12 जीतीं और 3 सीटें दो हजार वोट से कम अंतर से हारी थीं. 2024 लोकसभा चुनाव में उसे 3 सीटों में से 2 पर जीत मिली. इसी प्रदर्शन को आधार बनाकर पार्टी इस बार अधिक सीटों की मांग कर रही है.

पार्टी से संबंधित एक सूत्र ने कहा, ‘‘भाकपा (माले) लिबरेशन ने इस प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया क्योंकि यह सम्मानजनक प्रस्ताव नहीं था, और हम लगभग 30 सीटों पर लड़ने के लिए एक नया प्रस्ताव रखने जा रहे हैं.''

भाकपा (माले) ने यह भी तर्क दिया है कि पार्टी ने ‘महागठबंधन' को न केवल उन सीटों पर मदद की जिन पर उन्होंने चुनाव लड़ा था, बल्कि आसपास के इलाकों में वोट भी हासिल किए. यह पूछे जाने पर उनका प्रस्ताव नहीं माने जाने पर क्या रुख होगा तो वामपंथी दल के सूत्रों ने कहा, ‘‘सभी विकल्प खुले हैं.''

क्या है चुनाव का कार्यक्रम

चुनाव आयोग की ओर से जारी कार्यक्रम के मुताबिक पहले चरण कुल 121 सीटों पर मतदान कराया जाएगा तो दूसरे चरण में 122 सीटों पर मतदान कराया जाएगा. चुनाव आयोग के मुताबिक पहले चरण के चुनाव की अधिसूचना 10 अक्तूबर को की जाएगी. पहले चरण में 17 अक्टूबर तक नामांकन दाखिल किए जा सकेंदगे. नामांकन पत्रों की जांच 18 अक्टूबर को की जाएगी तो 20 अक्टूबर तक नाम वापस लिए जा सकेंगे. इस चरण का मतदान छह नवंबर को कराया जाएगा. 

महागठबंधन का पिछला प्रदर्शन कैसा था

महागठबंधन में कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल, वाम दल और मुकेश सहनी की विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) शामिल हैं. वर्ष 2020 में राजद ने 144 सीटों पर चुनाव लड़ा और 75 पर जीत हासिल की, जबकि कांग्रेस ने 70 सीटों पर चुनाव लड़ा और 19 पर जीत हासिल की.

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