बिहार के मुख्य मंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) को विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) से चिढ़ है. पहली कैबिनेट मीटिंग में ही 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने के तेजस्वी के वादे से वो काफी खफा हैं. नीतीश ने इसे तेजस्वी के अनुभव हीनता का परिचायक बताया है लेकिन बुधवार को अपना नामांकन भरने के पहले तेजस्वी यादव ने ना केवल मुख्यमंत्री को अपने गृह ज़िला नालंदा के किसी विधान सभा क्षेत्र से चुनाव लड़ने की चुनौती दी बल्कि अपने ख़िलाफ़ नीतीश कुमार के हर स्टेप का जवाब दिया.
10 लाख नौकरी के वादे पर नीतीश कुमार ने टिप्पणी की थी कि ये असंभव है और विश्व में किसी भी देश में नहीं हो सकता, उसपर तेजस्वी ने कहा कि हम ठेठ बिहारी हैं, जो कहते हैं, वह करते हैं. आप देख लीजिए पिछले विधानसभा में हम लोगों ने ये कहा था कि RJD को जितनी भी सीटें आए लेकिन मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ही होंगे. और आप देखिए RJD को अधिक सीटें आने के बावजूद हमने नीतीश कुमार को मुख्यमंत्री बनाने के अपने वादे को पूरा किया. उसी प्रकार अगर हम लोगों ने एक बार कह दिया है कि अगर सरकार बनी तो 10 लाख नौजवानों को रोज़गार देंगे तो इस फ़ैसले को असली जामा पहनाया जाएगा और हम इसे पूरा कर रहेंगे.
सुशील मोदी के 'बेरोजगारी' वाले ट्वीट पर राबड़ी देवी का पलटवार - '15 साल से मटर छिल रहे थे क्या?'
वहीं, नीतीश कुमार द्वारा अनुभवहीन कहे जाने पर तेजस्वी का कहना था कि नीतीश कुमार जी उम्र में बड़े हैं. हम उनका आदर और सम्मान करते हैं लेकिन बिहार के मुख्य मंत्री रहते हुए वो पूरी तरह से फ़्लॉप रहे हैं. ये सवाल जो लोग अब उठा रहे हैं ये कौन लोग हैं? जब हम उप मुख्य मंत्री बने तो किसकी सरकर में बने थे? तेजस्वी ने कहा कि ये सवाल तब क्यों नहीं उठाया गया था कि अनुभवहीन हैं?
तेजस्वी ने कहा कि उन्होंने उप मुख्य मंत्री रहते हुए तीन-तीन विभाग सम्भाले लेकिन कहीं से कोई दाग नहीं लगा सकता. उन्होंने कहा कि 200 करोड़ के सड़क का फंड एक हज़ार करोड़ का किया. उन्होंने पूछा कि नीतीश जी बताएं कितनी राज्य स्तर की सड़कों को राष्ट्रीय राजमार्ग में परिवर्तित कराया? तेजस्वी ने कहा कि उन्होंने अपने कार्यकाल में अपने विभाग का पैसा बजट से अधिक ख़र्च किया जबकि अन्य विभागों में बजट का पैसा भी खर्च नहीं होता है.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं