Behror Election Results 2023: जानें, बहरोड़ (राजस्थान) विधानसभा क्षेत्र को

बहरोड़ विधानसभा सीट पर साल 2018 के विधानसभा चुनाव में कुल 216324 वोटर मौजूद थे, जिनमें से 55160 ने निर्दलीय उम्मीदवार बलजीत यादव को वोट देकर जिताया था, जबकि 51324 वोट पा सके कांग्रेस प्रत्याशी रामचंद्र यादव 3836 वोटों से चुनाव हार गए थे.

Behror Election Results 2023: जानें, बहरोड़ (राजस्थान) विधानसभा क्षेत्र को

Assembly Elections 2023 के अंतर्गत राजस्थान में 25 नवंबर को एक ही चरण में मतदान होगा, और चुनाव परिणाम (Election Results) 3 दिसंबर को घोषित किए जाएंगे.

उत्तर भारत के अहम राज्यों में शुमार होने वाले राजस्थान (Rajasthan Assembly Elections 2023) राज्य के पूर्व क्षेत्र में मौजूद है अलवर जिला, जहां बसा है बहरोड़ विधानसभा क्षेत्र, जो अनारक्षित है. वर्ष 2018 में हुए विधानसभा चुनाव में, यानी पिछले विधानसभा चुनाव में इस विधानसभा सीट पर कुल 216324 मतदाता थे, और उन्होंने निर्दलीय उम्मीदवार बलजीत यादव को 55160 वोट देकर विजयश्री प्रदान की थी, और विधायक बना दिया था, जबकि कांग्रेस उम्मीदवार रामचंद्र यादव को 51324 मतदाताओं का भरोसा हासिल हो पाया था, और वह 3836 वोटों से चुनाव हार गए थे.

इससे पहले, साल 2013 में हुए विधानसभा चुनाव में बहरोड़ विधानसभा सीट से बीजेपी उम्मीदवार यशवंत सिंह ने जीत हासिल की थी, और उन्हें 53835 मतदाताओं का समर्थन मिला था. विधानसभा चुनाव 2013 के दौरान इस सीट पर निर्दलीय उम्मीदवार बलजीत यादव को 35250 वोट मिल पाए थे, और वह 18585 वोटों के अंतर से दूसरे पायदान पर रह गए थे.

इसी तरह, विधानसभा चुनाव 2008 में बहरोड़ विधानसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार यशवंत सिंह को कुल 56890 वोट हासिल हुए थे, और वह विधानसभा पहुंचे थे, जबकि कांग्रेस प्रत्याशी करण सिंह यादव दूसरे पायदान पर रह गए थे, क्योंकि उन्हें 36886 वोटरों का ही समर्थन मिल पाया था, और वह 20004 वोटों से चुनाव में पिछड़ गए थे.

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वैसे, गौरतलब है कि विधानसभा चुनाव 2018, यानी पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस को राजस्थान में कामयाबी मिली थी, और भारतीय जनता पार्टी (BJP) पिछड़ गई थी. कांग्रेस के वरिष्ठतम नेताओं में शुमार होने वाले अशोक गहलोत को एक बार फिर मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई थी, और इस समय वह एन्टी-इन्कम्बेन्सी की लहर के बावजूद अपनी सरकार की कल्याणकारी योजनाओं के बूते लगातार दूसरा कार्यकाल हासिल होने की उम्मीद कर रहे हैं. दूसरी ओर, BJP भी गहलोत सरकार के भ्रष्टाचार और लगातार बढ़ते अपराधों के मुद्दों को लेकर ज़ोर-शोर से प्रचार अभियान में जुटी है, और उसे भी पूरी उम्मीद है कि राजस्थान की जनता द्वारा हर पांच साल में सत्ता बदलने की परिपाटी जारी रहेगी, और इस बार उन्हें कामयाबी ज़रूर हासिल होगी.