महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में बारामती सीट पर राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के अध्यक्ष शरद पवार (Sharad Pawar) और उनके परिवार का कब्जा रहा है. अजीत पवार इस सीट से एमएलए चुनते आए हैं और इस विधानसभा चुनाव में भी अजीत सिंह ने शुक्रवार को बारामती से ही नामांकन दाखिल किया. इस सीट पर साल 1967 से लेकर 1990 तक शरद पवार इस सीट से एमएलए रहे हैं, जबकि सबसे खास बात यह है कि वर्ष 1991 से लेकर अभी तक अजीत पवार यहां से विधायक हैं. यही वजह है कि इस सीट के लिए बीजेपी को बड़ा दांव खेलना होगा. फिलहाल बताते चले कि पिछले कई सालों से बारामती विधानसभा सीट पर पवार परिवार का ही कब्जा रहा है.
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2014 के विधानसभा चुनावों की स्थिति की बात करें तो विधान सभा निर्वाचन क्षेत्र बारामती से राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के उम्मीदवार अजीत पवार ने ही जीत हासिल की थी. उन्हें 150588 वोट मिले, जबकि दूसरे पायदान पर बीजेपी के उम्मीदवार प्रभाकर दादाराम गावड़े को 60797 वोट मिले. वहीं साल 2009 की स्थिति की बात करें तो अजीत पवार को तब 128544 वोट मिले थे. दूसरे नंबर पर इंडिपेंडेंट कैंडिडेट रंजन कुमार शंकर रॉव रहे थे, जिन्हें 25747 वोट मिले थे.
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बारामती विधानसभा सीट के बारे में विस्तार से बात करें तो यहां तीन लाख से ज्यादा मतदाता हैं. चुनाव आयोग की वेबसाइट के मुताबिक यहां पर 309993 मतदाता हैं, जबकि इस क्षेत्र का सेक्स रेसियो 904 है. यानी पुरुषों की जनसंख्या 52.53 प्रतिशत और महिला 47.47 प्रतिशत है. पिछले विधानसभा चुनाव में बारामती विधानसभा चुनाव में 73 प्रतिशत वोट पड़े थे. कुल 352 पोलिंग बूथ पर 228429 मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया था.
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