पड़ोसी देश में अशांति के कारण शेख हसीना को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर देश छोड़कर जाना पड़ा, जिसके बाद बांग्लादेश में सभी भारतीय वीज़ा आवेदन केंद्र अगले नोटिस तक बंद रहेंगे. भारतीय वीज़ा के लिए आवेदन करने के लिए ऑनलाइन पोर्टल पर अब एक संदेश है, "अस्थिर स्थिति के कारण सभी IVAC अगले नोटिस तक बंद रहेंगे. अगली आवेदन तिथि एसएमएस के जरिए सूचित की जाएगी और अनुरोध है कि पासपोर्ट अगले वर्किंग डे पर प्राप्त करें."
नॉन-एसेंशियल कर्मचारियों को वापस भारत लाया गया
बता दें कि यह जानकारी नई दिल्ली द्वारा बांग्लादेश में अस्थिर स्थिति के बीच अपने उच्चायोग और वाणिज्य दूतावास से नॉन-एसेंशियल कर्मचारियों और उनके परिवारों को निकालने जाने के एक दिन बाद आई है. हालांकि, सरकारी सूत्रों ने बताया कि भारतीय राजनयिक देश में ही हैं और मिशन पर काम कर रहे हैं.
बांग्लादेश की राजधानी में है भारत का उच्चायोग
बांग्लादेश की राजधानी ढाका में भारत का उच्चायोग है तथा चटगांव, राजशाही, खुलना और सिलहट में वाणिज्य दूतावास हैं. बांग्लादेश में शेख हसीना के नेतृत्व वाली अवामी लीग सरकार के खिलाफ बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शनों के कारण 76 वर्षीय नेता को प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर भारत आना पड़ा है.
बांग्लादेश में अंतरिम सरकार का होगा निर्माण
इसके बाद अब सेना के समर्थन से अंतरिम सरकार के गठन की प्रक्रिया चल रही है. नोबेल शांति पुरस्कार विजेता और ग्रामीण बैंक के संस्थापक मोहम्मद यूनुस इस कार्यवाहक सरकार का नेतृत्व करेंगे.
विदेश मंत्री ने पड़ोसी देश की स्थिति पर कही ये बात
पड़ोसी देश की स्थिति के बारे में बात करते हुए विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा था कि लगभग 19 हजार भारतीय बांग्लादेश में हैं, जिनमें से 9 हजार छात्र हैं. इनमें से कई छात्र विरोध के बीच भारत वापस आ गए थे. उन्होंने कहा कि सरकार वहां रह रहे भारतीय समुदाय के साथ निकट संपर्क में है. उन्होंने यह भी कहा कि सरकार बांग्लादेश में रह रहे अल्पसंख्यकों की स्थिति पर नज़र रख रही है.
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