महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी के संदिग्ध हत्यारों में से एक शिव कुमार (Baba Siddique Murder Accused) ने करीब तीन महीने पहले इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट शेयर किया था. इस पोस्ट में सफेद और ब्राउन रंग की चेकदार शर्ट और नीली जींस पहने शिव कुमार एक मोटरसाइकिल के सामने खड़ा दिख रहा है. उसने 24 जुलाई को एक तस्वीर पोस्ट कर लिखा, "यार तेरा गैंगस्टर है जानी." वहीं दूसरे पोस्ट में लिखा "शरीफ बाप हैं, हम नहीं.
बाबा सिद्दीकी के शूटर का इंस्टाग्राम पोस्ट
उसके इंस्टा पोस्ट में मुंबई के स्काई लाइन का वीडियो शेयर किया गया है, जिसमें 'केजीएफ' का बैकग्राउंड स्कोर दिखाई दे रहा है. बता दें कि इस फिल्म के डायलॉग बहुत ही दमदार थे. शिव कुमार ने अपनी आखिरी इंस्टाग्राम पोस्ट 4 अगस्त को की थी.
शिव कुमार उन तीन शूटरों में से एक है, जिन्होंने शनिवार रात बांद्रा में महाराष्ट्र के पूर्व मंत्री बाबा सिद्दीकी पर गोलियां बरसाई थीं. गुरमेल बलजीत सिंह और धर्मराज राजेश कश्यप तो तभी पकड़ में आ गए लेकिन शिव कुमार भागने में कामयाब हो गया.
महाराष्ट्र से कैसे भागा शूटर शिव कुमार?
पुलिस का कहना है कि शिव कुमार बांद्रा से रिक्शा लेकर कुर्ला स्टेशन पहुंचा था. जांच में सामने आया है कि आरोपी ट्रेन से कुर्ला से पनवेल स्टेशन तक हार्बर लाइन से पहुंचा. उसे आखिरी बार पनवेल में देखा गया था. पुलिस को शक है कि वह पनवेल से एक्सप्रेस ट्रेन पकड़कर महाराष्ट्र से बाहर भाग गया.
बाबा सिद्दीखे के संदिग्ध तीन कथित शूटरों में से दो शिव कुमार और धर्मराज राजेश कश्यप, यूपी के बहराइच के गंडारा गांव के रहने वाले हैं, दोनों ही बहुत गरीब परिवार से ताल्लुक रखते हैं. दोनों ही होली के बाद पैसे कमाने के लिए अपने गांव से पुणे चले गए थे. एनडीटीवी ने जब उनके परिवारों से संपर्क किया, तो उन्होंने कहा कि वह इस बारे में कुछ भी नहीं जानते कि दोनों मुंबई क्यों और कब गए थे. वहीं तीसरा आरोपी हरियाणा का रहने वाला है.
पैसे कमाने गांव से मुंबई गया था शिवकुमार
गंडारा गांव के लोगों और पुलिस का कहना है कि शिव कुमार की कोई क्रिमिनल हिस्ट्री नहीं है. वह गांव से पुणे एक कबाड़ी की दुकान पर काम करने गया था. वहीं उसकी मां सुमन पुलिस के इस दावे पर बिल्कुल भी विश्वास नहीं कर रही कि उनका बेटा एनसीपी नेता और पूर्व विधायक बाबा सिद्दीकी की सनसनीखेज हत्या में शामिल था.
बता दें कि 66 साल के बाबा सिद्दीकी की शुक्रवार को मुंबई के बांद्रा इलाके के खेर नगर में उनके बेटे जीशान सिद्दीकी के दफ्तर के बाहर गोली मारकर हत्या कर दी. तीन लोगों ने दशहरा आतिशबाजी की आड़ में उन पर गोलियां बरसा दीं. सूत्रों के मुताबिक, तीनों आरोपियों ने बाबा सिद्दीकी की सुरक्षा में तैनात पुलिस कांस्टेबल पर भी मिर्च पाउडर फेंक दिया था. एनसीपी नेता तो तुरंत लीलावती अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया था.
विपक्ष के निशाने पर महाराष्ट्र सरकार
पुलिस ने हत्या के इस हाई-प्रोफाइल मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जिससे राजनीतिक विवाद खड़ा हो गया है. विपक्ष राज्य में "कानून-व्यवस्था की स्थिति" को लेकर महाराष्ट्र सरकार की आलोचना कर रहा है. इस बीच, मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का कहना है कि सिद्दीकी की हत्या के लिए जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा.
पुलिस ने इस मामले में रविवार शाम पुणे से 28 साल के एक शख्स को गिरफ्तार किया था. पुलिस ने कहा कि गिरफ्तार प्रवीण लोनकर भी साजिशकर्ताओं में शामिल था, अब उसके भाई शुभम लोनकर की तलाश है.
बाबा सिद्दीकी के कितने गुनहगार?
पुलिस के मुताबिक, शुभम लोनकर ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर बताया कि बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी लॉरेंस बिश्नोई गैंग ने ली है. दोनों गिरफ्तार आरोपियों को शुभम के भाई प्रवीण ने पुणे में शरण दी थी. क्राइम ब्रांच के एक अधिकारी ने रविवार को कहा कि प्रवीण और शुभम ने दो कथित शूटरों कश्यप और शिवकुमार को भी अपने साथ शामिल कर लिया था.
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