विज्ञापन

ट्यूबलाइट... निशिकांत दुबे की SC को लेकर की टिप्पणी पर विपक्ष हमलावर, पढ़ें औवैसी ने क्या कुछ कहा

भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद निशिकांत दुबे के सुप्रीम कोर्ट और सीजेआई को लेकर दिए बयान से पार्टी ने भी किनारा कर लिया है.

असदुद्दीन ओवैसी ने निशिकांत दुबे पर साधा निशाना

नई दिल्ली:

भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सांसद निशिकांत दुबे और दिनेश शर्मा के सुप्रीम कोर्ट को लेकर की गई टिप्पणी पर अब विपक्ष हमलावर दिख रहा है. AIMIM के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने निशिकांत दुबे पर तीखा हमला करते हुए उन्हें 'ट्यूबलाइट' तक कह दिया है. उन्होंने आगे कहा कि पीएम मोदी को चाहिए वो ऐसे सांसदों को रोकें जो अब कोर्ट को ही धमकियां देने लगे हैं. ओवैसी ने आगे कहा कि आप ट्यूबलाइट हैं, आप अंगूठा दिखा रहे हैं. आप न्यायालयों को धमका रहे हैं? संविधान का अनुच्छेद 142 (जो सुप्रीम कोर्ट को विशेष अधिकार देता है) बीआर अंबेडकर द्वारा लाया गया था. अंबेडकर आपसे ज्यादा दूरदर्शी थे.

Latest and Breaking News on NDTV

वहीं, वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने केंद्र पर सुप्रीम कोर्ट को कमजोर करने की कोशिश करने का आरोप लगाया है. सत्तारूढ़ भाजपा ने दुबे की टिप्पणियों से खुद को अलग कर लिया है और उन्हें "व्यक्तिगत बयान" करार दिया है जिसे पार्टी "पूरी तरह से खारिज करती है". 

भाजपा सांसद ने शनिवार को कहा था कि देश में धार्मिक युद्ध भड़काने के लिए सुप्रीम कोर्ट जिम्मेदार है. सुप्रीम कोर्ट अपनी सीमाओं से बाहर जा रहा है. अगर हर चीज के लिए सुप्रीम कोर्ट जाना पड़ता है, तो संसद और राज्य विधानसभा को बंद कर देना चाहिए. उन्होंने न्यायालय पर आरोप लगाया कि वह विधायिका द्वारा पारित कानूनों को रद्द करके संसद की विधायी शक्तियों को अपने हाथ में ले रहा है और यहां तक ​​कि राष्ट्रपति को निर्देश भी दे रहा है, जो उच्चतम न्यायालय के न्यायाधीशों की नियुक्ति कर्ता प्राधिकारी हैं.

Latest and Breaking News on NDTV

दुबे ने एक बयान में न्यायपालिका की शक्ति की औचित्य और सीमाओं पर सवाल उठाते हुए कहा था कि आप नियुक्ति प्राधिकारी को कैसे निर्देश दे सकते हैं? राष्ट्रपति भारत के मुख्य न्यायाधीश की नियुक्ति करते हैं. संसद इस देश का कानून बनाती है.आप उस संसद को निर्देश देंगे? आपने नया कानून कैसे बनाया? किस कानून में लिखा है कि राष्ट्रपति को तीन महीने के भीतर फैसला लेना है? इसका मतलब है कि आप इस देश को अराजकता की ओर ले जाना चाहते हैं. जब संसद बैठेगी, तो इस पर विस्तृत चर्चा होगी.

पार्टी ने किया किनारा

झारखंड के गोड्डा से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद निशिकांत दुबे के सुप्रीम कोर्ट और सीजेआई को लेकर दिए बयान से पार्टी ने किनारा कर लिया है. बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि हम न्यायपालिका का सम्मान करते हैं. बीजेपी ऐसे बयानों का समर्थन नहीं करती.

जेपी नड्डा ने पोस्ट में लिखा, "भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और दिनेश शर्मा का न्यायपालिका एवं देश के चीफ जस्टिस पर दिए गए बयान से भारतीय जनता पार्टी का कोई लेना–देना नहीं है. यह इनका व्यक्तिगत बयान है, लेकिन भाजपा ऐसे बयानों से न तो कोई इत्तेफाक रखती है और न ही कभी भी ऐसे बयानों का समर्थन करती है. भाजपा इन बयानों को सिरे से खारिज करती है."

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com