पीएसएलवी ने विश्वरिकॉर्ड बनाने वाले कामयाब मिशन की कई सेल्फी खींची थीं
नई दिल्ली:
सोशल मीडिया के इस युग में सेल्फी का शौक चौतरफा फैला हुआ है, और आम लोग ही नहीं, बड़ी-बड़ी, नामी-गिरामी हस्तियां भी सेल्फी के बुखार से खुद को अलग नहीं रख पाती हैं... लेकिन अगर आपको बताया जाए कि इंसान ही नहीं, अब रॉकेटों ने भी सेल्फी खींचना शुरू कर दिया है, तो आपकी प्रतिक्रिया क्या होगी...?
जी हां, यह सच है... बुधवार को जिस समय भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन, यानी इसरो ने श्रीहरिकोटा से एक साथ 104 उपग्रहों को अंतरिक्ष में भेजकर विश्वरिकॉर्ड स्थापित किया, और देशभर के विज्ञानियों का सिर फख्र से ऊंचा कर दिया, उसी समय स्पेस मिशन की सेल्फी खींची गईं, जो किसी और ने नहीं, सैटेलाइटों को ले जा रहे पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल, यानी पीएसएलवी ने ही खींची थीं... ये दर्शनीय सेल्फी पीएसएलवी पर लगे हाई-रिसॉल्यूशन कैमरों की मदद से खींची गई थीं... (पूरा वीडियो समाचार के अंत में देखें...)
आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से जब इस रॉकेट ने अंतरिक्ष की दिशा में उठना शुरू किया, रॉकेट के चार चरणों ने एक के बाद एक 320 टन वज़न (50 पूरी तरह विकसित हाथियों के बराबर वज़न) वाले पीएसएलवी को अंतरिक्ष में पहुंचा दिया... इसके बाद उड़ान के 18 मिनट बीतते-बीतते तीन सैटेलाइट, तीनों भारतीय, अपनी-अपनी कक्षाओं में स्थापित कर दिए गए...
...और उसके बाद सिर्फ 600 सेकंड के भीतर 101 अन्य सैटेलाइटों को भी, जोड़ों में, अंतरिक्ष में छोड़ दिया गया... अमेरकी 'डव' सैटेलाइटों की पृथ्वी पर दिख रहे नीले-सफेद बादलों के साथ खींची गई सेल्फी बेहद खूबसूरत है...
इन 104 उपग्रहों में से 101 विदेशी उपग्रह थे, जो अंतरराष्ट्रीय ग्राहक देशों के लिए भेजे गए... दरअसल भारत, 300 अरब अमेरिकी डॉलर के वैश्विक अंतरिक्ष उद्योग में बड़ी हिस्सेदारी हासिल करने के लिए प्रयासरत है...
जी हां, यह सच है... बुधवार को जिस समय भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन, यानी इसरो ने श्रीहरिकोटा से एक साथ 104 उपग्रहों को अंतरिक्ष में भेजकर विश्वरिकॉर्ड स्थापित किया, और देशभर के विज्ञानियों का सिर फख्र से ऊंचा कर दिया, उसी समय स्पेस मिशन की सेल्फी खींची गईं, जो किसी और ने नहीं, सैटेलाइटों को ले जा रहे पोलर सैटेलाइट लॉन्च व्हीकल, यानी पीएसएलवी ने ही खींची थीं... ये दर्शनीय सेल्फी पीएसएलवी पर लगे हाई-रिसॉल्यूशन कैमरों की मदद से खींची गई थीं... (पूरा वीडियो समाचार के अंत में देखें...)
आंध्र प्रदेश के श्रीहरिकोटा से जब इस रॉकेट ने अंतरिक्ष की दिशा में उठना शुरू किया, रॉकेट के चार चरणों ने एक के बाद एक 320 टन वज़न (50 पूरी तरह विकसित हाथियों के बराबर वज़न) वाले पीएसएलवी को अंतरिक्ष में पहुंचा दिया... इसके बाद उड़ान के 18 मिनट बीतते-बीतते तीन सैटेलाइट, तीनों भारतीय, अपनी-अपनी कक्षाओं में स्थापित कर दिए गए...
...और उसके बाद सिर्फ 600 सेकंड के भीतर 101 अन्य सैटेलाइटों को भी, जोड़ों में, अंतरिक्ष में छोड़ दिया गया... अमेरकी 'डव' सैटेलाइटों की पृथ्वी पर दिख रहे नीले-सफेद बादलों के साथ खींची गई सेल्फी बेहद खूबसूरत है...
इन 104 उपग्रहों में से 101 विदेशी उपग्रह थे, जो अंतरराष्ट्रीय ग्राहक देशों के लिए भेजे गए... दरअसल भारत, 300 अरब अमेरिकी डॉलर के वैश्विक अंतरिक्ष उद्योग में बड़ी हिस्सेदारी हासिल करने के लिए प्रयासरत है...
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