नई दिल्ली:
प्रभावी लोकपाल की मांग को लेकर अनशन पर बैठे सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे के सहयोगी अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कहा कि सरकार की तरफ से बातचीत के लिए उन्हें कोई प्रस्ताव नहीं मिला है। केजरीवाल ने कहा, "किसी ने हमसे सम्पर्क नहीं साधा है।" उन्होंने कहा, "प्रधानमंत्री ने आपसे (मीडिया से) कहा है कि वह बातचीत के लिए तैयार हैं। हम आपके माध्यम से बार-बार पूछ रहे हैं कि हमें बातचीत के लिए कहां जाना चाहिए और किससे मिलना चाहिए।" उन्होंने कहा, "आधिकारिक सूत्रों से खबरें आ रही है कि वे बातचीत करना चाहते हैं, लेकिन जब तक कोई ठोस प्रस्ताव नहीं मिलता तब तक हम प्रतिक्रिया नहीं व्यक्त कर सकते।" गुंडागर्दी के लगाए जा रहे आरोपों पर केजरीवाल ने कहा कि अपने सांसदों के सामने लोगों से विरोध प्रदर्शन करने के लिए कहने में कुछ भी गलत नहीं है। केजरीवाल ने कहा, "इसमें क्या गलत है जब अन्ना लोगों से अपने सांसदों के पास जाने और उनसे स्थिति स्पष्ट करने के लिए कहते हैं। अन्ना जी यह नहीं कह रहे हैं कि आप गुंडागर्दी कीजिए, अन्ना जी यह नहीं कह रहे हैं कि आप हिंसा कीजिए।" उन्होंने कहा, "अन्यथा लोकतंत्र क्या है, लोकतंत्र केवल यह नहीं कि पांच साल में एक बार वोट देने के लिए जाएं और अगले पांच वर्षों के लिए अपनी नियती कुछ लोगों के हाथों में सौंप दे।" उन्होंने सांसदों के अपने निर्वाचन क्षेत्र का दौरा नहीं करने के लिए भी आलोचना की। हालांकि उन्होंने एक बार फिर साफ किया अन्ना की टीम की मंशा सरकार गिराने की नहीं है।
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