सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक आफ बड़ौदा, देना और विजया बैंक के विलय को वित्त मंत्रालय की ‘वैकल्पिक व्यवस्था' ने सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है. वैश्विक आकार के बैंक बनाने के इरादे से तीनों बैंकों के विलय का निर्णय लिया गया है.
बैंक आफ बड़ौदा (बीओबी) ने शुक्रवार को शेयर बाजार को दी सूचना में कहा, ‘‘वित्त मंत्रालय के अंतर्गत आने वाला वित्तीय सेवा विभाग ने 20 दिसंबर, 2018 को कहा कि वैकल्पिक व्यवस्था ने बैंक आफ बड़ौदा, विजया बैंक तथा देना बैंक के प्रस्तावित विलय को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है.'' प्रस्तावित विलय के तहत बैंक आफ बड़ौदा में विजया बैंक और देना बैंक का विलय होगा.
वित्त मंत्री अरुण जेटली की अध्यक्षता वाली वैकल्पिक व्यवस्था ने वैश्विक आकार के बैंक बनाने के इरादे से तीनों बैंकों के विलय का निर्णय किया. वित्त मंत्रालय के निर्णय के बाद बैंक आफ बड़ौदा के निदेशक मंडल ने 29 सितंबर को तीनों सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के प्रस्तावित विलय को सैद्धांतिक मंजूरी दी थी. अन्य दोनों बैंकों के निदेशक मंडल ने भी विलय प्रस्ताव को मंजूरी दे दी.
बैंक आफ बड़ौदा, विजया बैंक तथा देना बैंक के विलय के बाद बनने वाली नई इकाई अगले वित्त वर्ष की शुरुआत से काम करना शुरू कर सकती है. विलय के बाद अस्तित्व में आने वाले बैंक का कारोबार 14.82 लाख करोड़ होगा और वह एसबीआई तथा आईसीआईसीआई बैंक के बाद तीसरा सबसे बड़ा बैंक होगा.
(इनपुट भाषा से)
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