मुंबई:
जाने-माने सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने अपने गैर सरकारी संगठन हिन्द स्वराज ट्रस्ट को पुणे के चैरिटी आयुक्त द्वारा भेजे गए नोटिस को लेकर एक मानहानि याचिका दायर करने का फैसला किया है। सहायक चैरिटी आयुक्त के कार्यालय ने अन्ना को एक पत्र लिख कर यह कहते हुए माफी मांगी कि नोटिस गलती से भेजा गया। लेकिन, अन्ना ने मानहानि याचिका दाखिल करने का फैसला किया है। उन्होंने अहमदनगर जिले स्थित रालेगन सिद्धी में कहा मेरे लिये यह रहस्य है कि यह नोटिस क्यों भेजा गया। अन्ना ने कहा कि उन्होंने पूछताछ की और उन्हें बताया कि ट्रस्ट ने सभी मानदंडों का पालन किया है। सामाजिक कार्यकर्ता और भ्रष्टाचार के खिलााफ अभियान चलाने वाले अन्ना के वकील ने पुष्टि की कि संबद्ध अधिकारी के खिलाफ मानहानि याचिका दायर की जाएगी। चैरिटी आयुक्त ने ट्रस्ट से पूछा था कि ऑडिट की हुई सभी रिपोर्ट पेश करने के आदेश का पालन न करने पर उसके खिलाफ मामला दायर क्यों नहीं किया जा सकता। इससे पहले नेशनल एंटी करप्शन पब्लिक पॉवर ने चैरिटी आयुक्त से संपर्क कर आरोप लगाया था कि ट्रस्ट ने 2008-09 में पांच लाख रुपये उधार लिए थे जबकि उसकी सावधि जमा (फिक्स्ड डिपॉजिट) राशि 50 लाख रुपये तथा उसकी संपत्ति की कीमत करीब 23.49 लाख रुपये थी। नेशनल एंटी करप्शन पब्लिक पॉवर के अनुसार, ट्रस्ट ने आयुक्त को दी गई अपनी रिपोर्ट में यह ब्यौरा नहीं दिया था।