Chandrayaan 2: भारत के मून लैंडर विक्रम से उस समय संपर्क टूट गया, जब वह शनिवार तड़के चंद्रमा की सतह की ओर बढ़ रहा था. इसरो के अध्यक्ष के. सिवन ने बताया, 'संपर्क उस समय टूटा, जब विक्रम चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाले स्थान से 2.1 किलोमीटर दूर रह गया था. अभी आंकड़ों का इंतजार किया जा रहा है.' इस खबर से जहां इसरो के वैज्ञानिकों में निराशा देखने को मिली, वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसरो के वैज्ञानिकों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि आपने बहुत अच्छा काम किया है. उन्होंने कहा कि जीवन में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं और यह यात्रा जारी रहेगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, "जब मिशन बड़ा होता है तो निराशा से पार पाने की हिम्मत होना चाहिए. मेरी तरफ से आप सभी को बहुत बधाई है. आपने देश की मानव जाति की बड़ी सेवा की है."
अब इस मामले में उद्योगपति आनंद महिंद्रा का भी ट्वीट सामने आया है. उन्होंने कहा, 'कम्यूनिकेशन खत्म नहीं हुआ है. हर भारतीय चंद्रयान-2 (Chandrayaan 2) की धड़कन को महसूस कर सकता है. हम इसे यह कहते हुए सुन सकते हैं कि 'अगर आप पहली बार में सफल नहीं होते हैं, तो फिर से प्रयास करें.' बता दें कि आनंद महिंद्रा चंद्रयान (Chandrayaan 2) की यात्रा को बहुत नजदीक से फॉलो कर रहे थे.
भारत का चंद्र मिशन जब आंध्र प्रदेश के हरिकोटा से जुलाई में निकला था तब महिंद्रा ने कहा था, 'सामान्य रूप से फिर से सांस लेने से पहले इसरो के लोगों को एक दूसरे को गले लगते देखने का इंतजार कर रहा. मैं अपने वैज्ञानिकों के साथ खड़ा हूं और उन्हें सलाम करता हूं. वे हक से हमारे लिए एक हस्ती हैं.'
Video: पीएम मोदी ने इसरो के वैज्ञानिकों से कहा, उतार-चढ़ाव आते रहते हैं, हौसला रखें
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