Chandrayaan 2 Live
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सोशल मीडिया पर छाया Chandrayaan 3, चंदा मामा वी आर कमिंग जैसे पोस्ट के साथ पब्लिक ने पूछा- कहां पहुंचे
- Monday July 17, 2023
- Written by: शालिनी सेंगर
सोशल मीडिया पर इन दिनों चंद्रयान-3 छाया हुआ है, जिस पर यूजर्स तरह-तरह के पोस्ट और रिएक्शन के जरिये अपना प्यार लुटा रहे हैं. एक यूजर ने लिखा, चंदा मामा, वी आर कमिंग. वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा, ये किसी जादू से कम नहीं है.
- ndtv.in
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TOP 5 NEWS: चंद्रयान से संपर्क टूटने के बाद पीएम मोदी का राष्ट्र के नाम संबोधन, पूरे देश ने थपथपाई ISRO की पीठ
- Saturday September 7, 2019
- Written by: नितेश श्रीवास्तव
TOP 5 NEWS: ‘चंद्रयान-2' के लैंडर ‘विक्रम' का बीती रात चांद पर उतरते समय जमीनी स्टेशन से संपर्क टूट गया. सपंर्क तब टूटा जब लैंडर चांद की सतह से 2.1 किलोमीटर की ऊंचाई पर था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संबंधित घटनाक्रम के मद्देनजर आज सुबह आठ बजे राष्ट्र को संबोधित किया. उन्होंने कहा, ''आप वो लोग हैं जो मां भारती के लिए उसकी जय के लिए जीते हैं.
- ndtv.in
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Chandrayaan 2: पिछले 60 सालों में 40 फीसदी चंद्र मिशन हुए फेल, 109 में से केवल 61 को मिली सफलता
- Saturday September 7, 2019
- Reported by: भाषा
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के तथ्यों के मुताबिक पिछले छह दशक में शुरू किए गए चंद्र मिशन में सफलता का अनुपात 60 प्रतिशत रहा है. नासा के मुताबिक इस दौरान 109 चंद्र मिशन शुरू किए गए, जिसमें 61 सफल हुए और 48 असफल रहे. भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो द्वारा चंद्रमा की तहत पर चंद्रयान-2 के विक्रम लैंडर को उतराने का अभियान शनिवार को अपनी तय योजना के मुताबिक पूरा नहीं हो सका. लैंडर का अंतिम क्षणों में जमीनी स्टेशन से संपर्क टूट गया. इसरो के अधिकारियों के मुताबिक चंद्रयान-2 का ऑर्बिटर पूरी तरह सुरक्षित और सही है.
- ndtv.in
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Chandrayaan 2: इसरो के पूर्व प्रमुख ने कहा- मिशन के 95 फीसदी उद्देश्यों में सफल रहा चंद्रयान-2
- Saturday September 7, 2019
- Reported by: भाषा
Chandrayaan 2: इसरो के पूर्व अध्यक्ष जी. माधवन नायर ने शनिवार को कहा कि चंद्रयान-2 अपने मिशन के 95 प्रतिशत उद्देश्यों में सफल रहा है. अंतरिक्ष विभाग के पूर्व सचिव एवं अंतरिक्ष आयोग के पूर्व अध्यक्ष नायर ने कहा कि ऑर्बिटर सही है चंद्रमा की कक्षा में सामान्य रूप से काम कर रहा है. वहीं चंद्रयान-2 के चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक उतरने सहित कई अन्य उद्देश्य थे. चंद्रयान-2 के लैंडर ‘विक्रम’ का चांद पर उतरते समय जमीनी स्टेशन से संपर्क टूटने पर नायर ने शनिवार को ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हमें ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है... मैं कहूंगा कि मिशन के 95 प्रतिशत से अधिक उद्देश्य पूरे हुए हैं.’’
- ndtv.in
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मुंबई: पीएम मोदी ने कहा- ISRO कोशिश करना कभी बंद नहीं करेगा, हम चांद पर जरूर जाएंगे
- Saturday September 7, 2019
- Reported by: NDTV.com, Translated by: ऋतुराज त्रिपाठी
PM Narendra Modi ने कहा, 'मैं इसरो के वैज्ञानिकों से प्रभावित हुआ. जिस लगन से वह दिन रात मेहनत करते हैं, उससे हम उनसे सीख सकते हैं. किसी भी काम को 3 तरह के लोग करते हैं. एक वो होते हैं जो फेल होने के डर से काम ही नहीं शुरू करते. दूसरा वो जो पहली ही समस्या को देखकर भाग जाते हैं और तीसरे वह होते हैं आखिर तक काम करते हैं और लक्ष्य को हासिल करते हैं. इसरो तीसरी तरह का शख्स है जो कोशिश करना कभी बंद नहीं करेगा.
- ndtv.in
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Chandrayaan 2: उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा- केवल लैंडर से संपर्क टूटा है, 1.3 अरब भारतीयों की उम्मीद नहीं
- Saturday September 7, 2019
- Reported by: भाषा
Chandrayaan 2: चंद्रयान-2 के लैंडर ‘विक्रम’ का चांद पर उतरते समय जमीनी स्टेशन से संपर्क टूटने पर उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने शनिवार को कहा कि निराश होने वाली कोई बात नहीं है. नायडू के मंत्रालय ने ट्वीट किया, 'निराश होने की कोई जरूरत नहीं है. इसरो का केवल लैंडर से संपर्क टूटा है, 1.3 अरब भारतीयों की उम्मीद नहीं..' उपराष्ट्रपति ने कहा कि ऑर्बिटर अपने पेलोड के साथ अब भी काम कर रहा है.
- ndtv.in
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मिशन चंद्रयान 2 : क्या 'विक्रम' भेजेगा कोई संदेश, बची है कितनी उम्मीद?
- Saturday September 7, 2019
- Reported by: भाषा, Edited by: मानस मिश्रा
चंद्रयान-2 मिशन से जुड़े एक वरिष्ठ इसरो अधिकारी ने शनिवार को कहा कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने 'विक्रम' लैंडर और उसमें मौजूद 'प्रज्ञान' रोवर को संभवत: खो दिया है. इससे पहले लैंडर जब चंद्रमा की सतह के नजदीक जा रहा था तभी निर्धारित सॉफ्ट लैंडिंग से चंद मिनटों पहले उसका पृथ्वी स्थित नियंत्रण केंद्र से सपंर्क टूट गया. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र (इसरो) के अध्यक्ष के़ सिवन ने कहा, 'विक्रम लैंडर चंद्रमा की सतह से 2.1 किलोमीटर की ऊंचाई तक सामान्य तरीके से नीचे उतरा. इसके बाद लैंडर का धरती से संपर्क टूट गया.
- ndtv.in
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मिशन चंद्रयान 2 की पूरी कहानी, कहां से शुरू और कहां पर खत्म, पढे़ं पूरी टाइमलाइन
- Saturday September 7, 2019
- Reported by: भाषा, Edited by: मानस मिश्रा
चंद्रमा की सतह को छूने से चंद मिनट पहले लैंडर ‘विक्रम’ का जमीनी स्टेशन से संपर्क टूटने के बाद इसरो के एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि चंद्रयान-2 का ऑर्बिटर चंद्रमा की कक्षा में सुरक्षित है. अधिकारी ने ‘पीटीआई’ से कहा, ‘‘ऑर्बिटर चंद्रमा की कक्षा में पूरी तरह ठीक एवं सुरक्षित है और सामान्य तरीके से काम कर रहा है.’’ 2379 किलोग्राम ऑर्बिटर के मिशन का जीवन काल एक साल है. उल्लेखनीय है कि 3,840 किलोग्राम वजनी चंद्रयान-2 को 22 जुलाई को जीएसएलवी एमके-3 एम1 रॉकेट से प्रक्षेपित किया गया था. चंद्रयान-2 ने धरती की कक्षा छोड़कर चंद्रमा की तरफ अपनी यात्रा 14 अगस्त को इसरो द्वारा ‘ट्रांस लूनर इन्सर्शन’ नाम की प्रक्रिया को अंजाम दिये जाने के बाद शुरू की थी. यह प्रक्रिया अंतरिक्ष यान को ‘लूनर ट्रांसफर ट्रेजेक्ट्री’ में पहुंचाने के लिये अपनाई गई. अंतरिक्ष यान 20 अगस्त को चंद्रमा की कक्षा में पहुंच गया था. चंद्रयान-2 के ‘ऑर्बिटर’ में चंद्रमा की सतह का मानचित्रण करने और पृथ्वी के इकलौते उपग्रह के बाह्य परिमंडल का अध्ययन करने के लिए आठ वैज्ञानिक उपकरण हैं. इसरो ने दो सितंबर को ऑर्बिटर से लैंडर को अलग करने में सफलता पाई थी, लेकिन शनिवार तड़के विक्रम का जमीनी स्टेशन से संपर्क टूट गया था. इसरो ने कहा है कि वह आंकड़ों का विश्लेषण कर रहा है.
- ndtv.in
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मिशन चंद्रयान : पीएम मोदी की इन 10 बातों को साफ संकेत, चांद पर लहराकर रहेगा तिरंगा
- Saturday September 7, 2019
- Written by: मानस मिश्रा
मिशन चंद्रयान के अंतिम क्षण में आई दिक्कतों के बाद आज सुबह 8 बजे पीएम मोदी ने इसरो के वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुए कहा कि इस मिशन के साथ जुड़ा हुआ हर व्यक्ति एक अलग ही अवस्था में था. बहुत से सवाल थे, बड़ी सफलता के साथ आगे बढ़ते हैं. अचानक सबकुछ नजर आना बंद हो गया, मैंने भी उस पल को आपके साथ जिया है. पीएम मोदी ने कहा कि चांद को छूने का जब्जा और बढ़ा है. असफलताओं से जूझना हमारी परंपरा और संस्कृति है. पीएम मोदी ने कहा मुझे और पूरे देश को इसरो के वैज्ञानिकों पर गर्व है. मैं और देश आपके साथ है. पीएम मोदी ने कहा कि आप वह लोग हैं जो मां भारती का सिर ऊंचा रखने के लिए पूरा जीवन खपा देते हैं. पीएम मोदी ने कहा कि ज्ञान का सबसे बड़ा शिक्षक विज्ञान है और विज्ञान असफलता नहीं होती है. पीएम मोदी ने कहा कि चंद्रयान के सफर का आखिरी पड़ाव भले ही आशा के अनुरूप नहीं रही है लेकिन उसकी यात्रा शानदार रही है. पीएम मोदी की बातों से साफ संकेत है कि चांद पर तिरंगा लहराने की कोशिशों को अधूरा नहीं छोड़ा जाएगा. उन्होंने कहा कि हमारा ऑर्बिटर चंद्रमा के शानदार चक्कर लगा रहा है. गौरतलब है कि भारत के चंद्रयान-2 मिशन को शनिवार तड़के उस समय झटका लगा, जब लैंडर विक्रम से चंद्रमा के सतह से महज दो किलोमीटर पहले इसरो का संपर्क टूट गया। इसरो ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि विक्रम लैंडर उतर रहा था और लक्ष्य से 2.1 किलोमीटर पहले तक उसका काम सामान्य थाय उसके बाद लैंडर का संपर्क जमीन पर स्थित केंद्र से टूट गया. आंकड़ों का विश्लेषण किया जा रहा है.
- ndtv.in
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Chandrayaan 2: कुमार विश्वास ने लिखी कविता- हे चंद्रदेव लो भारत की मेधा का पहला नमस्कार...
- Saturday September 7, 2019
- Written by: ऋतुराज त्रिपाठी
Chandrayaan 2 Rover: इसरो के अध्यक्ष के. सिवन ने बताया, 'संपर्क उस समय टूटा, जब विक्रम चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाले स्थान से 2.1 किलोमीटर दूर रह गया था. अभी आंकड़ों का इंतजार किया जा रहा है.' इस खबर से जहां इसरो के वैज्ञानिकों में निराशा देखने को मिली, वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसरो के वैज्ञानिकों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि आपने बहुत अच्छा काम किया है.
- ndtv.in
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Chandrayaan 2 : दुखी न हों मिशन चंद्रयान पूरी तरह से फेल नहीं : उम्मीद अब भी कायम, सिर्फ 5 फीसदी का हुआ है नुकसान
- Saturday September 7, 2019
- Written by: मानस मिश्रा
क्या मिशन चंद्रयान-2 पूरी तरह से फेल हो गया है? क्या भारत इतिहास रचने से मात्र 2.1 किमी दूर रह गया है. सब कुछ सामान्य तरीके से चल रहा था. इसरो की पूरी टीम अपने कंप्यूटरों पर नजर गड़ाए बैठी थी. सॉफ्ट लैडिंग की तैयारी थी. तभी सन्नाटा छा गया. इसरो के प्रमुख के सीवन ने पीएम मोदी से मिलकर कुछ कहा और खबर आई कि मिशन चंद्रयान फेल हो गया है. पीएम मोदी ने वैज्ञानिक को दिलासा दी कि जीवन में उतार-चढ़ाव तो आते ही रहते हैं.
- ndtv.in
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Chandrayaan 2: आनंद महिंद्रा ने कहा- हर भारतीय चंद्रयान-2 की धड़कन को महसूस कर सकता है
- Saturday September 7, 2019
- Reported by: NDTV.com, Translated by: ऋतुराज त्रिपाठी
chandrayaan: भारत के मून लैंडर विक्रम से उस समय संपर्क टूट गया, जब वह शनिवार तड़के चंद्रमा की सतह की ओर बढ़ रहा था. इसरो के अध्यक्ष के. सिवन ने बताया, 'संपर्क उस समय टूटा, जब विक्रम चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाले स्थान से 2.1 किलोमीटर दूर रह गया था. अभी आंकड़ों का इंतजार किया जा रहा है.' इस खबर से जहां इसरो के वैज्ञानिकों में निराशा देखने को मिली, वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसरो के वैज्ञानिकों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि आपने बहुत अच्छा काम किया है.
- ndtv.in
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चंद्रमा का दक्षिणी ध्रुव ही क्यों चुना भारत ने चंद्रयान-2 उतारने के लिए
- Friday September 6, 2019
- Reported by: पल्लव बागला, Translated by: विवेक रस्तोगी
वैज्ञानिक उपकरणों से लैस और देश का गौरव बन चुके लैंडर 'विक्रम' तथा रोवर 'प्रज्ञान' अब चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव की ओर बढ़ रहे हैं, जो अब तक कतई अनजान जगह है. चीन का मिशन चंद्रमा की सतह के सबसे उत्तरी छोर की तरफ गया था, और अपोलो मिशन समेत ज़्यादातर अमेरिकी मिशनों में लैंडिंग चंद्रमा के भूमध्य क्षेत्र में की गई. अब भारत चाहता है कि दक्षिणी ध्रुव के निकट चंद्रमा की सतह को परखे.
- ndtv.in
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चंद्रयान 2 लैंडिंग : किस वक्त उतरेगा लैंडर, कब बाहर आएगा रोवर
- Friday September 6, 2019
- Edited by: अल्केश कुशवाहा
हालांकि अमेरिका, रूस और चीन के बाद चांद की सतह पर उतरने जा रहे भारत के चंद्रयान 2 का लैंडर 'विक्रम' चंद्रमा के उस हिस्से में उतरेगा, जहां अब तक दुनिया का कोई देश नहीं उतरा है. चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरकर भारत आज इतिहास रचने जा रहा है, जिसके साक्षी LIVE प्रसारण देख रहे सभी देशवासी तो होंगे ही, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और देशभर से आए 70 बच्चे भी होंगे, जो एक प्रतियोगिता जीतकर ISRO पहुंचे हैं.
- ndtv.in
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Chandrayaan-2 : किसान के बेटे और सरकारी स्कूल से पढ़े वैज्ञानिक ने दिया मिशन चंद्रयान-2 को अंजाम
- Friday September 6, 2019
- Edited by: मानस मिश्रा
चांद पर पहुंचने के भारत के सपने के पीछे जो ख़ास लोग हैं उनमें प्रमुख हैं डॉ के सिवन जो एक किसान के बेटे और एक कामयाब ऐरोनॉटिकल इंजीनियर हैं. डॉ के सिवन इसरो के चेयरमैन होने के नाते इस अभियान की अगुवाई कर रहे हैं. उन्हें भारत का रॉकेट मैन भी कहा जाता है. अंतरिक्ष में एक साथ 104 सैटलाइट छोड़कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने में उनकी बड़ी भूमिका रही है. मिशन चंद्रयान-2 के हर पल पर नजर रख रहे के सिवन ने एनडीटीवी से कहा, मैं एक ग़रीब घर से आता हूं, मेरा परिवार किसानी करता है. मैं तमिल मीडियम में सरकारी स्कूल से पढ़ा हूं.
- ndtv.in
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सोशल मीडिया पर छाया Chandrayaan 3, चंदा मामा वी आर कमिंग जैसे पोस्ट के साथ पब्लिक ने पूछा- कहां पहुंचे
- Monday July 17, 2023
- Written by: शालिनी सेंगर
सोशल मीडिया पर इन दिनों चंद्रयान-3 छाया हुआ है, जिस पर यूजर्स तरह-तरह के पोस्ट और रिएक्शन के जरिये अपना प्यार लुटा रहे हैं. एक यूजर ने लिखा, चंदा मामा, वी आर कमिंग. वहीं एक अन्य यूजर ने लिखा, ये किसी जादू से कम नहीं है.
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TOP 5 NEWS: चंद्रयान से संपर्क टूटने के बाद पीएम मोदी का राष्ट्र के नाम संबोधन, पूरे देश ने थपथपाई ISRO की पीठ
- Saturday September 7, 2019
- Written by: नितेश श्रीवास्तव
TOP 5 NEWS: ‘चंद्रयान-2' के लैंडर ‘विक्रम' का बीती रात चांद पर उतरते समय जमीनी स्टेशन से संपर्क टूट गया. सपंर्क तब टूटा जब लैंडर चांद की सतह से 2.1 किलोमीटर की ऊंचाई पर था. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संबंधित घटनाक्रम के मद्देनजर आज सुबह आठ बजे राष्ट्र को संबोधित किया. उन्होंने कहा, ''आप वो लोग हैं जो मां भारती के लिए उसकी जय के लिए जीते हैं.
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Chandrayaan 2: पिछले 60 सालों में 40 फीसदी चंद्र मिशन हुए फेल, 109 में से केवल 61 को मिली सफलता
- Saturday September 7, 2019
- Reported by: भाषा
अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के तथ्यों के मुताबिक पिछले छह दशक में शुरू किए गए चंद्र मिशन में सफलता का अनुपात 60 प्रतिशत रहा है. नासा के मुताबिक इस दौरान 109 चंद्र मिशन शुरू किए गए, जिसमें 61 सफल हुए और 48 असफल रहे. भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो द्वारा चंद्रमा की तहत पर चंद्रयान-2 के विक्रम लैंडर को उतराने का अभियान शनिवार को अपनी तय योजना के मुताबिक पूरा नहीं हो सका. लैंडर का अंतिम क्षणों में जमीनी स्टेशन से संपर्क टूट गया. इसरो के अधिकारियों के मुताबिक चंद्रयान-2 का ऑर्बिटर पूरी तरह सुरक्षित और सही है.
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Chandrayaan 2: इसरो के पूर्व प्रमुख ने कहा- मिशन के 95 फीसदी उद्देश्यों में सफल रहा चंद्रयान-2
- Saturday September 7, 2019
- Reported by: भाषा
Chandrayaan 2: इसरो के पूर्व अध्यक्ष जी. माधवन नायर ने शनिवार को कहा कि चंद्रयान-2 अपने मिशन के 95 प्रतिशत उद्देश्यों में सफल रहा है. अंतरिक्ष विभाग के पूर्व सचिव एवं अंतरिक्ष आयोग के पूर्व अध्यक्ष नायर ने कहा कि ऑर्बिटर सही है चंद्रमा की कक्षा में सामान्य रूप से काम कर रहा है. वहीं चंद्रयान-2 के चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक उतरने सहित कई अन्य उद्देश्य थे. चंद्रयान-2 के लैंडर ‘विक्रम’ का चांद पर उतरते समय जमीनी स्टेशन से संपर्क टूटने पर नायर ने शनिवार को ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘मुझे लगता है कि हमें ज्यादा चिंता करने की जरूरत नहीं है... मैं कहूंगा कि मिशन के 95 प्रतिशत से अधिक उद्देश्य पूरे हुए हैं.’’
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मुंबई: पीएम मोदी ने कहा- ISRO कोशिश करना कभी बंद नहीं करेगा, हम चांद पर जरूर जाएंगे
- Saturday September 7, 2019
- Reported by: NDTV.com, Translated by: ऋतुराज त्रिपाठी
PM Narendra Modi ने कहा, 'मैं इसरो के वैज्ञानिकों से प्रभावित हुआ. जिस लगन से वह दिन रात मेहनत करते हैं, उससे हम उनसे सीख सकते हैं. किसी भी काम को 3 तरह के लोग करते हैं. एक वो होते हैं जो फेल होने के डर से काम ही नहीं शुरू करते. दूसरा वो जो पहली ही समस्या को देखकर भाग जाते हैं और तीसरे वह होते हैं आखिर तक काम करते हैं और लक्ष्य को हासिल करते हैं. इसरो तीसरी तरह का शख्स है जो कोशिश करना कभी बंद नहीं करेगा.
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Chandrayaan 2: उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने कहा- केवल लैंडर से संपर्क टूटा है, 1.3 अरब भारतीयों की उम्मीद नहीं
- Saturday September 7, 2019
- Reported by: भाषा
Chandrayaan 2: चंद्रयान-2 के लैंडर ‘विक्रम’ का चांद पर उतरते समय जमीनी स्टेशन से संपर्क टूटने पर उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू ने शनिवार को कहा कि निराश होने वाली कोई बात नहीं है. नायडू के मंत्रालय ने ट्वीट किया, 'निराश होने की कोई जरूरत नहीं है. इसरो का केवल लैंडर से संपर्क टूटा है, 1.3 अरब भारतीयों की उम्मीद नहीं..' उपराष्ट्रपति ने कहा कि ऑर्बिटर अपने पेलोड के साथ अब भी काम कर रहा है.
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मिशन चंद्रयान 2 : क्या 'विक्रम' भेजेगा कोई संदेश, बची है कितनी उम्मीद?
- Saturday September 7, 2019
- Reported by: भाषा, Edited by: मानस मिश्रा
चंद्रयान-2 मिशन से जुड़े एक वरिष्ठ इसरो अधिकारी ने शनिवार को कहा कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने 'विक्रम' लैंडर और उसमें मौजूद 'प्रज्ञान' रोवर को संभवत: खो दिया है. इससे पहले लैंडर जब चंद्रमा की सतह के नजदीक जा रहा था तभी निर्धारित सॉफ्ट लैंडिंग से चंद मिनटों पहले उसका पृथ्वी स्थित नियंत्रण केंद्र से सपंर्क टूट गया. भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान केंद्र (इसरो) के अध्यक्ष के़ सिवन ने कहा, 'विक्रम लैंडर चंद्रमा की सतह से 2.1 किलोमीटर की ऊंचाई तक सामान्य तरीके से नीचे उतरा. इसके बाद लैंडर का धरती से संपर्क टूट गया.
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मिशन चंद्रयान 2 की पूरी कहानी, कहां से शुरू और कहां पर खत्म, पढे़ं पूरी टाइमलाइन
- Saturday September 7, 2019
- Reported by: भाषा, Edited by: मानस मिश्रा
चंद्रमा की सतह को छूने से चंद मिनट पहले लैंडर ‘विक्रम’ का जमीनी स्टेशन से संपर्क टूटने के बाद इसरो के एक अधिकारी ने शनिवार को बताया कि चंद्रयान-2 का ऑर्बिटर चंद्रमा की कक्षा में सुरक्षित है. अधिकारी ने ‘पीटीआई’ से कहा, ‘‘ऑर्बिटर चंद्रमा की कक्षा में पूरी तरह ठीक एवं सुरक्षित है और सामान्य तरीके से काम कर रहा है.’’ 2379 किलोग्राम ऑर्बिटर के मिशन का जीवन काल एक साल है. उल्लेखनीय है कि 3,840 किलोग्राम वजनी चंद्रयान-2 को 22 जुलाई को जीएसएलवी एमके-3 एम1 रॉकेट से प्रक्षेपित किया गया था. चंद्रयान-2 ने धरती की कक्षा छोड़कर चंद्रमा की तरफ अपनी यात्रा 14 अगस्त को इसरो द्वारा ‘ट्रांस लूनर इन्सर्शन’ नाम की प्रक्रिया को अंजाम दिये जाने के बाद शुरू की थी. यह प्रक्रिया अंतरिक्ष यान को ‘लूनर ट्रांसफर ट्रेजेक्ट्री’ में पहुंचाने के लिये अपनाई गई. अंतरिक्ष यान 20 अगस्त को चंद्रमा की कक्षा में पहुंच गया था. चंद्रयान-2 के ‘ऑर्बिटर’ में चंद्रमा की सतह का मानचित्रण करने और पृथ्वी के इकलौते उपग्रह के बाह्य परिमंडल का अध्ययन करने के लिए आठ वैज्ञानिक उपकरण हैं. इसरो ने दो सितंबर को ऑर्बिटर से लैंडर को अलग करने में सफलता पाई थी, लेकिन शनिवार तड़के विक्रम का जमीनी स्टेशन से संपर्क टूट गया था. इसरो ने कहा है कि वह आंकड़ों का विश्लेषण कर रहा है.
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मिशन चंद्रयान : पीएम मोदी की इन 10 बातों को साफ संकेत, चांद पर लहराकर रहेगा तिरंगा
- Saturday September 7, 2019
- Written by: मानस मिश्रा
मिशन चंद्रयान के अंतिम क्षण में आई दिक्कतों के बाद आज सुबह 8 बजे पीएम मोदी ने इसरो के वैज्ञानिकों को संबोधित करते हुए कहा कि इस मिशन के साथ जुड़ा हुआ हर व्यक्ति एक अलग ही अवस्था में था. बहुत से सवाल थे, बड़ी सफलता के साथ आगे बढ़ते हैं. अचानक सबकुछ नजर आना बंद हो गया, मैंने भी उस पल को आपके साथ जिया है. पीएम मोदी ने कहा कि चांद को छूने का जब्जा और बढ़ा है. असफलताओं से जूझना हमारी परंपरा और संस्कृति है. पीएम मोदी ने कहा मुझे और पूरे देश को इसरो के वैज्ञानिकों पर गर्व है. मैं और देश आपके साथ है. पीएम मोदी ने कहा कि आप वह लोग हैं जो मां भारती का सिर ऊंचा रखने के लिए पूरा जीवन खपा देते हैं. पीएम मोदी ने कहा कि ज्ञान का सबसे बड़ा शिक्षक विज्ञान है और विज्ञान असफलता नहीं होती है. पीएम मोदी ने कहा कि चंद्रयान के सफर का आखिरी पड़ाव भले ही आशा के अनुरूप नहीं रही है लेकिन उसकी यात्रा शानदार रही है. पीएम मोदी की बातों से साफ संकेत है कि चांद पर तिरंगा लहराने की कोशिशों को अधूरा नहीं छोड़ा जाएगा. उन्होंने कहा कि हमारा ऑर्बिटर चंद्रमा के शानदार चक्कर लगा रहा है. गौरतलब है कि भारत के चंद्रयान-2 मिशन को शनिवार तड़के उस समय झटका लगा, जब लैंडर विक्रम से चंद्रमा के सतह से महज दो किलोमीटर पहले इसरो का संपर्क टूट गया। इसरो ने एक आधिकारिक बयान में कहा कि विक्रम लैंडर उतर रहा था और लक्ष्य से 2.1 किलोमीटर पहले तक उसका काम सामान्य थाय उसके बाद लैंडर का संपर्क जमीन पर स्थित केंद्र से टूट गया. आंकड़ों का विश्लेषण किया जा रहा है.
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Chandrayaan 2: कुमार विश्वास ने लिखी कविता- हे चंद्रदेव लो भारत की मेधा का पहला नमस्कार...
- Saturday September 7, 2019
- Written by: ऋतुराज त्रिपाठी
Chandrayaan 2 Rover: इसरो के अध्यक्ष के. सिवन ने बताया, 'संपर्क उस समय टूटा, जब विक्रम चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाले स्थान से 2.1 किलोमीटर दूर रह गया था. अभी आंकड़ों का इंतजार किया जा रहा है.' इस खबर से जहां इसरो के वैज्ञानिकों में निराशा देखने को मिली, वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसरो के वैज्ञानिकों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि आपने बहुत अच्छा काम किया है.
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Chandrayaan 2 : दुखी न हों मिशन चंद्रयान पूरी तरह से फेल नहीं : उम्मीद अब भी कायम, सिर्फ 5 फीसदी का हुआ है नुकसान
- Saturday September 7, 2019
- Written by: मानस मिश्रा
क्या मिशन चंद्रयान-2 पूरी तरह से फेल हो गया है? क्या भारत इतिहास रचने से मात्र 2.1 किमी दूर रह गया है. सब कुछ सामान्य तरीके से चल रहा था. इसरो की पूरी टीम अपने कंप्यूटरों पर नजर गड़ाए बैठी थी. सॉफ्ट लैडिंग की तैयारी थी. तभी सन्नाटा छा गया. इसरो के प्रमुख के सीवन ने पीएम मोदी से मिलकर कुछ कहा और खबर आई कि मिशन चंद्रयान फेल हो गया है. पीएम मोदी ने वैज्ञानिक को दिलासा दी कि जीवन में उतार-चढ़ाव तो आते ही रहते हैं.
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Chandrayaan 2: आनंद महिंद्रा ने कहा- हर भारतीय चंद्रयान-2 की धड़कन को महसूस कर सकता है
- Saturday September 7, 2019
- Reported by: NDTV.com, Translated by: ऋतुराज त्रिपाठी
chandrayaan: भारत के मून लैंडर विक्रम से उस समय संपर्क टूट गया, जब वह शनिवार तड़के चंद्रमा की सतह की ओर बढ़ रहा था. इसरो के अध्यक्ष के. सिवन ने बताया, 'संपर्क उस समय टूटा, जब विक्रम चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने वाले स्थान से 2.1 किलोमीटर दूर रह गया था. अभी आंकड़ों का इंतजार किया जा रहा है.' इस खबर से जहां इसरो के वैज्ञानिकों में निराशा देखने को मिली, वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसरो के वैज्ञानिकों का हौसला बढ़ाते हुए कहा कि आपने बहुत अच्छा काम किया है.
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चंद्रमा का दक्षिणी ध्रुव ही क्यों चुना भारत ने चंद्रयान-2 उतारने के लिए
- Friday September 6, 2019
- Reported by: पल्लव बागला, Translated by: विवेक रस्तोगी
वैज्ञानिक उपकरणों से लैस और देश का गौरव बन चुके लैंडर 'विक्रम' तथा रोवर 'प्रज्ञान' अब चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव की ओर बढ़ रहे हैं, जो अब तक कतई अनजान जगह है. चीन का मिशन चंद्रमा की सतह के सबसे उत्तरी छोर की तरफ गया था, और अपोलो मिशन समेत ज़्यादातर अमेरिकी मिशनों में लैंडिंग चंद्रमा के भूमध्य क्षेत्र में की गई. अब भारत चाहता है कि दक्षिणी ध्रुव के निकट चंद्रमा की सतह को परखे.
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चंद्रयान 2 लैंडिंग : किस वक्त उतरेगा लैंडर, कब बाहर आएगा रोवर
- Friday September 6, 2019
- Edited by: अल्केश कुशवाहा
हालांकि अमेरिका, रूस और चीन के बाद चांद की सतह पर उतरने जा रहे भारत के चंद्रयान 2 का लैंडर 'विक्रम' चंद्रमा के उस हिस्से में उतरेगा, जहां अब तक दुनिया का कोई देश नहीं उतरा है. चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर उतरकर भारत आज इतिहास रचने जा रहा है, जिसके साक्षी LIVE प्रसारण देख रहे सभी देशवासी तो होंगे ही, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और देशभर से आए 70 बच्चे भी होंगे, जो एक प्रतियोगिता जीतकर ISRO पहुंचे हैं.
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Chandrayaan-2 : किसान के बेटे और सरकारी स्कूल से पढ़े वैज्ञानिक ने दिया मिशन चंद्रयान-2 को अंजाम
- Friday September 6, 2019
- Edited by: मानस मिश्रा
चांद पर पहुंचने के भारत के सपने के पीछे जो ख़ास लोग हैं उनमें प्रमुख हैं डॉ के सिवन जो एक किसान के बेटे और एक कामयाब ऐरोनॉटिकल इंजीनियर हैं. डॉ के सिवन इसरो के चेयरमैन होने के नाते इस अभियान की अगुवाई कर रहे हैं. उन्हें भारत का रॉकेट मैन भी कहा जाता है. अंतरिक्ष में एक साथ 104 सैटलाइट छोड़कर वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाने में उनकी बड़ी भूमिका रही है. मिशन चंद्रयान-2 के हर पल पर नजर रख रहे के सिवन ने एनडीटीवी से कहा, मैं एक ग़रीब घर से आता हूं, मेरा परिवार किसानी करता है. मैं तमिल मीडियम में सरकारी स्कूल से पढ़ा हूं.
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