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This Article is From Sep 24, 2022

अमित शाह ने ललन सिंह को कहा 'नए-नए अध्यक्ष', जेडीयू नेता ने दिया करारा जवाब

जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन ललन सिंह ने कहा- जुमलेबाज गृहमंत्री अमित शाह जी, आप जब सिर्फ 10 वर्ष के थे तब से मैं राजनीति में सक्रिय हूं

अमित शाह ने ललन सिंह को कहा 'नए-नए अध्यक्ष', जेडीयू नेता ने दिया करारा जवाब
ललन सिंह ने अमित शाह से पूछा - मेरा राजनीतिक जीवन 1974 के छात्र आंदोलन से प्रारंभ हुआ, आपका राजनीतिक जीवन किस संघर्ष से शुरू हुआ?
पटना:

केंद्रीय गृह मंत्री और बीजेपी (BJP) के वरिष्ठ नेता अमित शाह (Amit Shah) ने कल बिहार (Bihar) के दौरे के दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और उनकी पार्टी जनता दल यूनाईटेड (JDU) को निशाना बनाया. उन्होंने पूर्णिया में एक जनसभा में कहा कि सीएम नीतीश कुमार की राजनीति स्वार्थ की राजनीति है. उन्होंने जॉर्ज फर्नांडिस, बीजेपी समेत कइयों को धोखा दिया है. एक दिन वह लालू का साथ छोड़कर कांग्रेस के पास चले जाएंगे. इस पर जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजीव रंजन ललन सिंह (Rajiv Ranjan Lalan Singh) ने ट्विटर पर अमित शाह के वीडियो क्लिप के साथ उन पर सिलसिलेवार प्रहार किए हैं.    

अमित शाह ने कहा था कि, नए-नए नेता बनाए हैं ललन सिंह जी को. ये चारा घोटाले की बूम लगाते थे. इसके जवाब में ललन सिंह ने कहा है कि, ''देश के माननीय जुमलेबाज गृहमंत्री अमित शाह जी, आप जब सिर्फ 10 वर्ष के थे, तब से मैं राजनीति में सक्रिय हूं. मेरा राजनीतिक जीवन 1974 के छात्र आंदोलन के संघर्ष के साथ प्रारंभ हुआ है. पता नहीं आप का राजनीतिक जीवन किस संघर्ष से शुरू हुआ है?''

दूसरे ट्वीट में ललन सिंह ने कहा है- ''देश के माननीय जुमलेबाज गृह मंत्री श्री अमित शाह जी, बड़बोला टिप्पणी अहंकार का द्योतक होता है. आपको आत्मचिंतन की सख़्त जरूरत है.''

अमित शाह ने कहा था कि पूर्णिया में हवाई अड्डा बन गया. करीब 12 जिलों के लोगों को बागडोगरा या पटना नहीं जाना पड़ेगा. पूर्णिया से सस्ते हवाई जहाज से मुंबई और दिल्ली जा सकेंगे. इस पर ललन सिंह ने एक ट्वीट में कहा, ''जुमलेबाज माननीय गृहमंत्री जी, पूर्णिया हवाई अड्डा कब बन गया, बताइए तो जरा? कृपया हमारा ज्ञानवर्धन कीजिए. कम से कम अब तो बिहार के लोगों को ठगना बंद कीजिए. सोचिए जिस देश का गृहमंत्री ही जुमलेबाज हो, उस देश का भविष्य क्या होगा? अब तो भाजपा मुक्त देश ही एक मात्र विकल्प है.''

बिहार के पूर्णिया में कल अमित शाह ने सीएम नीतीश कुमार पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा था कि सीएम नीतीश कुमार की राजनीति स्वार्थ की राजनीति है. उन्होंने जॉर्ज फर्नांडिस, बीजेपी समेत कइयों को धोखा दिया है. एक दिन वह लालू का साथ छोड़कर कांग्रेस के पास चले जाएंगे. जॉर्ज के कंधे पर बैठकर उन्होंने समता पार्टी बनाई और जॉर्ज की तबीयत खराब हुई तो उन्होंने हटा दिया. शरद यादव को धोखा दिया. फिर भाजपा को पहली बार धोखा दिया, फिर जीतनराम, फिर रामविलास पासवान और फिर पीएम बनने की लालसा में बीजेपी को धोखा देकर लालू के साथ चले गए. 

उन्होंने कहा था कि मेरे आने से लालू नीतीश की जोड़ी के पेट में दर्द हो रहा है. कह रहे हैं कि झगड़ा लगाने आए हैं. मैं झगड़ा लगाने नहीं आया. नीतीश तो लालू के साथ मिल गए. हम तो विकास और सेवा की राजनीति के पक्षधर हैं. 

पीएम बनने के लिए नीतीश बाबू (जो कांग्रेस विरोधी राजनीति से पैदा हुए) आरजेडी और कांग्रेस के साथ मिल गए हैं. सत्ता के स्वार्थ में दलबदल करके नीतीश पीएम बन सकते हैं क्या, बिहार में सरकार चल सकती है क्या? लालू भी ये समझ लें कि नीतीश आपको भी धोखा देंगे और कांग्रेस के साथ मिल जाएंगे.

बता दें कि केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह आज से बिहार के दो दिवसीय दौरे पर हैं. बिहार में सरकार से बाहर होने के बाद बीजेपी के किसी वरिष्ठ नेता का ये पहला बिहार दौरा है. 

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