मुरथल:
जाट आंदोलन के दौरान हरियाणा के मुरथल में महिलाओं के साथ रेप की अपुष्ट खबरों के बीच एक शख्स सामने आया है, जिसका कहना है कि उसने उपद्रवियों को कई महिलाओं को खींचकर खेतों की तरफ ले जाते देखा।
ट्रक ड्राइवर सुखविंदर ने समाचार एजेंसी ANI को बताया, मैंने करीब 50 महिलाओं को देखा, जिन्हें खेतों में खींचकर ले जाया गया। उनके साथ क्या किया गया, यह मैं देख नहीं पाया। उसने कहा कि करीब 150 लोग थे, जो खेतों की ओर से हाइवे पर आए थे और महिलाओं को अपने साथ खींचकर ले गए।
हाइवे से सटे खेतों में महिलाओं के बिखरे कपड़े मिलने से इन अंदेशों को बल मिला कि जाट हिंसा के दौरान कारों से महिलाओं को बाहर निकालकर उन्हें खेतों में खींचकर ले जाया गया और उनके साथ दुष्कर्म किया गया। पुलिस का कहना है कि कथित रूप से रविवार रात को हुई इन घटनाओं की किसी ने पुष्टि नहीं की, कोई गवाह सामने नहीं आया और न ही किसी ने शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि अगर कोई पीड़ित है, तो सामने आए- उसकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी।
इस बीच, मुरथल में कथित गैंगरेप की घटना की जांच के लिए गठित समिति ने शनिवार को घटनास्थल का दौरा किया। राज्य सरकार ने घटना की जांच के लिए तीन महिला अफसरों की एक समिति गठित की है। डीआईजी राजश्री सिंह इस समिति की प्रमुख हैं, जो जांच के बाद सरकार को रिपोर्ट सौंपेगी। मौके पर मिले महिलाओं के कपड़ों को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है।
ट्रक ड्राइवर सुखविंदर ने समाचार एजेंसी ANI को बताया, मैंने करीब 50 महिलाओं को देखा, जिन्हें खेतों में खींचकर ले जाया गया। उनके साथ क्या किया गया, यह मैं देख नहीं पाया। उसने कहा कि करीब 150 लोग थे, जो खेतों की ओर से हाइवे पर आए थे और महिलाओं को अपने साथ खींचकर ले गए।
हाइवे से सटे खेतों में महिलाओं के बिखरे कपड़े मिलने से इन अंदेशों को बल मिला कि जाट हिंसा के दौरान कारों से महिलाओं को बाहर निकालकर उन्हें खेतों में खींचकर ले जाया गया और उनके साथ दुष्कर्म किया गया। पुलिस का कहना है कि कथित रूप से रविवार रात को हुई इन घटनाओं की किसी ने पुष्टि नहीं की, कोई गवाह सामने नहीं आया और न ही किसी ने शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने लोगों से अपील की है कि अगर कोई पीड़ित है, तो सामने आए- उसकी पहचान गोपनीय रखी जाएगी।
इस बीच, मुरथल में कथित गैंगरेप की घटना की जांच के लिए गठित समिति ने शनिवार को घटनास्थल का दौरा किया। राज्य सरकार ने घटना की जांच के लिए तीन महिला अफसरों की एक समिति गठित की है। डीआईजी राजश्री सिंह इस समिति की प्रमुख हैं, जो जांच के बाद सरकार को रिपोर्ट सौंपेगी। मौके पर मिले महिलाओं के कपड़ों को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया गया है।