New Delhi:
राष्ट्रीय लोक दल (रालोद) के अध्यक्ष अजीत सिंह ने गुरुवार को उन आरोपों का खंडन किया जिनमें विकिलीक्स के खुलासे के आधार पर एक समाचार पत्र की रिपोर्ट में कहा गया है कि वर्ष 2008 में परमाणु करार के मुद्दे पर लोकसभा में पेश किए गए विश्वास प्रस्ताव पर सरकार बचाने के लिए उनकी पार्टी के चार सांसदों को 10-10 करोड़ रुपये दिए गए थे। अजीत सिंह ने संवाददाताओं से बातचीत में कहा, "यह आरोप बिल्कुल बेबुनियाद है। इसमें कोई सच्चाई नहीं है। हमने तो विश्वास मत के दौरान सरकार के खिलाफ मतदान किया था। इसके लिए विपक्षी नेताओं से हमारी बात हुई थी और हमने रणनीति भी बनाई थी।" उन्होंने कहा कि विकिलीक्स के खुलासे में हमारे चार सांसदों को जो धन देने की बात कही गई है वह इसलिए भी निराधार है कि उस वक्त हमारे चार नहीं बल्कि तीन ही सांसद लोकसभा में थे। विकिलीक्स के ताजा खुलासे के मुताबिक वर्ष 2008 में अमेरिका के साथ हुए परमाणु करार के मुद्दे पर लोकसभा में पेश विश्वास प्रस्ताव पर सरकार की जीत सुनिश्चित करने के लिए कुछ सांसदों को धन दिए गए थे।