मध्य प्रदेश के उज्जैन के हासमपुरा स्थित अध्यात्म वाटिका में रहने वाले ऋषि अजय दास ने किन्नर अखाड़े से महामंडलेश्वर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी को निलंबित कर दिया है. उन्होंने 24 जनवरी को किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर बनाई गईं ममता कुलकर्णी को भी अखाड़े से पदमुक्त कर दिया है. इसके साथ ही किन्नर अखाड़ा चर्चा में आ गया है. अजय दास का दावा है कि उन्होंने ने ही किन्नर अखाड़े की स्थापना की थी. लेकिन वो न तो किन्नर हैं और न ही कभी किन्नरों के लिए कोई आंदोलन किया है.
किन्नर अखाड़ा और अजय दास
किन्नर अखाड़े की स्थापना मध्य प्रदेश के उज्जैन में 2016 में लगे सिंहस्थ कुंभ से पहले 2015 में की गई थी. इसका उद्देश्य किन्नरों को एक धार्मिक पहचान देना था. इसी उद्देश्य के तहत इस अखाड़े ने उन किन्नरों को भी अपने साथ जोड़ा जिन्होंने हिंदू धर्म छोड़कर इस्लाम अपना लिया था. इस अखाड़े ने अब तक कई महामंडलेश्वर और मंडलेश्वर बनाए हैं. किन्नर अखाड़े की स्थापना के बाद उन्होंने ने केवल उनकी पेशवाई कराई बल्कि सिंहस्थ में उन्हें जगह भी दिलवाई.
प्रयागराज में 2019 में आयोजित अर्ध कुंभ से पहले किन्नर अखाड़े ने श्री पंचदशनाम जूना अखाड़े के साथ एक समझौता किया. इस समझौते के तहत दोनों अखाड़े मिलकर काम करते हैं. श्री पंचदशनाम जूना अखाड़े ने किन्नर अखाड़े को अपने सनातन परंपरा को मजबूत करने के लिए अपने साथ जोड़ा था. अजय दास इस समझौते को अनैतिक बताया है. उनका दावा है कि किन्नर अखाड़े और जूना अखाड़े के बीच हुआ समझौता कानूनन सही नहीं है. उनका कहना है कि इस समझौते से किन्नर अखाड़े के सबी प्रतीक चिन्हों को भी क्षत-विक्षत किया गया है.
किन्नर अखाड़े का ईष्टदेव कौन है
किन्नर अखाड़े के ईष्टदेव अर्धनारिश्वर और ईष्टदेवी बहुचरा को माना जाता है. इसकी ध्वजा सफेद रंग की होती है. इसका किनारा सुनहरे रंग का होता है. समझौते के तहत जूना अखाड़े की धर्मध्वजा के साथ ही किन्नर अखाड़े की धर्मध्वजा फहराई जाती है.
अजय दास से जुड़े विवाद कौन से हैं
अजय दास ने 'विवाह एक नैतिक बलात्कार' नाम से एक किताब भी लिखी थी. भोपाल के रवींद्र भवन में इस किताब का विमोचन होना था. इस कार्यक्रम में शामिल होने के लिए बिहार के चर्चित लवगुरु मटुकनाथ और उनकी प्रेमिका जूली भी आई थीं. लेकिन इस कार्यक्रम का विश्व हिंदू परिषद ने विरोध किया. इसमें अजय दास के साथ मारपीट भी हुई थी. इस वजह से इस कार्यक्रम का आयोजन नहीं हो सका था. अजय दास ने अपने ब्लॉग पर इस किताब के बारे में विस्तार से जानकारी दी है. इस ब्लॉग के मुताबिक वो नर्मदा नदी को बचाने के लिए भी धार्मिक आंदोलन करते रहे हैं. मध्य प्रदेश में कांग्रेस के समर्थक माने जाने वाले कंप्यूटर बाबा को अजय दास के समर्थन में देखा जा सकता है. किन्नर अखाड़े पर वो अजय दास के दावों का समर्थन करते हैं.
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