भारत ने कोरोना वायरस से प्रभावित चीन के वुहान शहर में फंसे 300 से ज्यादा भारतीय नागरिकों के दूसरे बैच को बाहर निकाल लिया है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कोरोना वायरस को ग्लोबल हेल्थ इमरजेंसी घोषित किया है. इस वायरस ने चीन में 300 से अधिक लोगों की जान ली है और करीब 9,000 से अधिक लोग संक्रमित हैं. 323 भारतीयों के साथ दूसरी एयर इंडिया की विशेष उड़ान रविवार को वुहान से 3:10 बजे (IST) रवाना हुई और इसके 9:20 बजे तक भारत पहुंचने की उम्मीद है.
एयर इंडिया का पहला जहाज बोइंग 747 शनिवार को वुहान में फंसे 324 भारतीयों को वापस लाया था. इनमें तीन नाबालिग और 211 छात्र थे.
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पीपल्स रिपब्लिक ऑफ चाइना के लिए भारत के राजदूत विक्रम मिश्री ने कहा, "वुहान से दूसरी एयर इंडिया की उड़ान ने 323 भारतीय नागरिकों के साथ दिल्ली के लिए उड़ान भरी है. मालदीव के 7 नागरिकों को भी निकाला जा रहा है." उन्होंने चीन के विदेश मंत्रालय और हुबेई प्रांत के स्थानीय स्थानीय अधिकारियों को उनकी सहायता के लिए धन्यवाद दिया. मिश्री ने सेवा भाव दिखाने और धैर्य के लिए विमान में सवार अपने दो अधिकारियों दीपक पद्मकुमार और एम बालाकृष्णन को विशेष तौर पर प्रशंसा की है.
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मिश्री ने बताया कि चार भारतीय तेज बुखार के कारण दूसरी फ्लाइट में नहीं जा सके. शनिवार को छह भारतीय पहली उड़ान में नहीं जा सके थे क्योंकि तेज बुखार की सूचना के बाद उन्हें चीनी आव्रजन अधिकारियों ने रोक दिया था. मिश्री ने बताया कि हुबेई प्रांत में अभी भी लगभग 100 भारतीय फंसे हैं. जबकि 25 अन्य लोग अपनी स्वेच्छा से वहां रुके हैं.
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