एम्स के निदेशक डॉ एमसी मिश्रा (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
देश के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल और रिसर्च संस्थान अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में निदेशक पद के लिए अब तक सर्कुलर जारी नहीं किया गया है, जबकि साढ़े तीन महीने पहले ही स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से ये कह दिया गया है कि नए निदेशक के चयन की प्रक्रिया शुरू की जाए.
सूत्रों के मुताबिक एम्स के मौजूदा निदेशक इस पद के लिए चयन प्रक्रिया शुरु करने की हरी झंडी नहीं दे रहे. एनडीटीवी इंडिया की ओर से पूछे जाने पर एम्स के डिप्टी डायरेक्टर (एडमिनिस्ट्रेशन) यानी डीडीए वी. श्रीनिवास ने बताया कि इस पद के लिए सर्कुलर जल्दी ही जारी किया जाएगा.
एम्स के निदेशक एमसी मिश्रा अगले साल 30 जनवरी को निदेशक पद से रिटायर हो रहे हैं. साढ़े तीन महीने पहले 9 मई को स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से डीडीए वी. श्रीनिवास को भेजी गई चिट्ठी में साफ कहा गया कि इस बारे में -जैसा कि पूर्व में किया गया है - तुरंत सर्कुलर जारी किया जाए.
एम्स के निदेशक के पद के लिए वर्तमान निदेशक के रिटायर होने के कम से कम 6 महीने पहले चयन प्रक्रिया शुरू कर दी जाती है, ताकि पद रिक्त होने से दो महीने पहले नामों की सूची कार्मिक मंत्रालय को भेज दी जाए. एनडीटीवी इंडिया के पास कैबिनेट सेक्रेटरी पीके सिन्हा की ओर से पिछले साल दिसंबर में सभी सचिवों लिखी चिट्ठी भी है जो कहती है कि पदों को भरने के काम में देरी नहीं होनी चाहिए. स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से श्रीनिवास को 9 मई को भेजे गए पत्र में इस चिट्ठी को संलग्न करते हुये कहा गया था कि कैबिनेट सेक्रेटरी के आदेश का सख्ती से पालन किया जाए.
एनडीटीवी इंडिया की ओर भेजे गए सवालों के जवाब में एम्स के डीडीए वी. श्रीनिवास ने कहा, 'एम्स के निदेशक के पद को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से हमें एक पत्र मिला है. एम्स जल्दी ही इस बारे में सर्कुलर जारी करेगा.'
एम्स के निदेशक के पद पर मिश्रा की नियुक्ति 5 साल या 65 साल की उम्र सीमा तक के लिए की गई थी. मिश्रा अगले साल 30 जनवरी को रिटायर हो रहे हैं. विवादों में रहे एम्स निदेशक के खिलाफ सीबीआई ने अपनी जांच रिपोर्ट में टिप्पणियां करते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय से उचित कार्रवाई करने को कहा है. इसके अलावा मिश्रा के हाइकोर्ट में दिए उस हलफनामे को लेकर भी विवाद है, जिसमें उन्होंने भ्रष्टाचार के मामलों में संसदीय समिति की रिपोर्ट की वैधता पर सवाल उठाए थे.
मंत्रालय और एम्स में सूत्र बताते हैं कि मिश्रा एम्स निदेशक का पद छोड़ना नहीं चाहते और इसलिए निदेशक के पद के चयन प्रक्रिया के लिए निकाले जाने वाले विज्ञापन की फाइल को रोके हुए हैं. हैरानी की बात यह है कि पिछले साढ़े तीन महीने से स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से भेजी गई चिट्ठी पर एम्स की ओर से कोई कदम न उठाए जाने के बावजूद इस मामले में मंत्रालय ने कोई रिमाइंडर एम्स को नहीं भेजा है, बल्कि स्वास्थ्य मंत्रालय इस पर चुप्पी साधे है.
वैसे एम्स के डीडीए वी. श्रीनिवास ने इस बारे में सवाल पूछे जाने पर बताया कि 2013 में निदेशक पद के लिए विज्ञापन एम्स के तत्कालीन निदेशक के रिटायरमेंट से 3 महीने पहले ही निकाला गया था.
सूत्रों के मुताबिक एम्स के मौजूदा निदेशक इस पद के लिए चयन प्रक्रिया शुरु करने की हरी झंडी नहीं दे रहे. एनडीटीवी इंडिया की ओर से पूछे जाने पर एम्स के डिप्टी डायरेक्टर (एडमिनिस्ट्रेशन) यानी डीडीए वी. श्रीनिवास ने बताया कि इस पद के लिए सर्कुलर जल्दी ही जारी किया जाएगा.
एम्स के निदेशक एमसी मिश्रा अगले साल 30 जनवरी को निदेशक पद से रिटायर हो रहे हैं. साढ़े तीन महीने पहले 9 मई को स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से डीडीए वी. श्रीनिवास को भेजी गई चिट्ठी में साफ कहा गया कि इस बारे में -जैसा कि पूर्व में किया गया है - तुरंत सर्कुलर जारी किया जाए.
इस साल 9 मई को स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से एम्स को भेजी गई चिट्ठी
एम्स के निदेशक के पद के लिए वर्तमान निदेशक के रिटायर होने के कम से कम 6 महीने पहले चयन प्रक्रिया शुरू कर दी जाती है, ताकि पद रिक्त होने से दो महीने पहले नामों की सूची कार्मिक मंत्रालय को भेज दी जाए. एनडीटीवी इंडिया के पास कैबिनेट सेक्रेटरी पीके सिन्हा की ओर से पिछले साल दिसंबर में सभी सचिवों लिखी चिट्ठी भी है जो कहती है कि पदों को भरने के काम में देरी नहीं होनी चाहिए. स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से श्रीनिवास को 9 मई को भेजे गए पत्र में इस चिट्ठी को संलग्न करते हुये कहा गया था कि कैबिनेट सेक्रेटरी के आदेश का सख्ती से पालन किया जाए.
पिछले साल दिसंबर में कैबिनेट सचिव की ओर से सभी सचिवों को लिखा गया पत्र
एनडीटीवी इंडिया की ओर भेजे गए सवालों के जवाब में एम्स के डीडीए वी. श्रीनिवास ने कहा, 'एम्स के निदेशक के पद को लेकर स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से हमें एक पत्र मिला है. एम्स जल्दी ही इस बारे में सर्कुलर जारी करेगा.'
एम्स के निदेशक के पद पर मिश्रा की नियुक्ति 5 साल या 65 साल की उम्र सीमा तक के लिए की गई थी. मिश्रा अगले साल 30 जनवरी को रिटायर हो रहे हैं. विवादों में रहे एम्स निदेशक के खिलाफ सीबीआई ने अपनी जांच रिपोर्ट में टिप्पणियां करते हुए स्वास्थ्य मंत्रालय से उचित कार्रवाई करने को कहा है. इसके अलावा मिश्रा के हाइकोर्ट में दिए उस हलफनामे को लेकर भी विवाद है, जिसमें उन्होंने भ्रष्टाचार के मामलों में संसदीय समिति की रिपोर्ट की वैधता पर सवाल उठाए थे.
मंत्रालय और एम्स में सूत्र बताते हैं कि मिश्रा एम्स निदेशक का पद छोड़ना नहीं चाहते और इसलिए निदेशक के पद के चयन प्रक्रिया के लिए निकाले जाने वाले विज्ञापन की फाइल को रोके हुए हैं. हैरानी की बात यह है कि पिछले साढ़े तीन महीने से स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से भेजी गई चिट्ठी पर एम्स की ओर से कोई कदम न उठाए जाने के बावजूद इस मामले में मंत्रालय ने कोई रिमाइंडर एम्स को नहीं भेजा है, बल्कि स्वास्थ्य मंत्रालय इस पर चुप्पी साधे है.
वैसे एम्स के डीडीए वी. श्रीनिवास ने इस बारे में सवाल पूछे जाने पर बताया कि 2013 में निदेशक पद के लिए विज्ञापन एम्स के तत्कालीन निदेशक के रिटायरमेंट से 3 महीने पहले ही निकाला गया था.
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