विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने शुक्रवार को कहा कि जी20 की सफल अध्यक्षता के बाद भारत दुनिया में एक ‘मित्र' और ‘सहमति निर्माता' के रूप में उभरा है. उन्होंने मौजूदा वक्त को देश के राजनयिक इतिहास में एक ‘उल्लेखनीय काल' भी बताया. राष्ट्रीय राजधानी में एक पुस्तक विमोचन समारोह को संबोधित करते हुए जयशंकर ने विशेष रूप से भारत द्वारा पिछले साल सितंबर में जी20 शिखर सम्मेलन की अध्यक्षता और यूक्रेन संघर्ष को लेकर मतभेदों के बावजूद नेताओं की आम सहमति से नई दिल्ली जी20 घोषणा पत्र को तैयार करने का उल्लेख किया.
घोषणापत्र में यूक्रेन संघर्ष का वर्णन करने वाले हिस्से की शब्दावली पर उपजे मतभेदों को दूर करने के लिए चली व्यस्त वार्ताओं का परोक्ष संदर्भ देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘उस सहमति पर पहुंचने से पहले हमारे लिए अंतिम 48 घंटे विशेष रूप से रोमांचक थे.''
जयशंकर ‘इंडिया एंड द फ्यूचर ऑफ जी20: शेपिंग पॉलिसीज फॉर ए बेटर वर्ल्ड' नामक पुस्तक के विमोचन के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे, यह कार्यक्रम नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ सिंगापुर के इंस्टीट्यूट ऑफ साउथ एशियन स्टडीज द्वारा आयोजित किया गया था.
जयशंकर ने कहा, ‘‘भारतीय परिप्रेक्ष्य में हमारे लिए जी20 आज की दुनिया में एक विश्वमित्र, एक मित्र, एक प्रकार का सर्वसम्मति निर्माता, एक सेतु निर्माता के रूप में उभरने की हमारी क्षमता का परीक्षण था.''
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं