सैम पित्रोदा के बाद अधीर रंजन की टिप्पणी से मुश्किल में फंसी कांग्रेस, BJP ने किया हमला

पित्रोदा ने एक इंटरव्यू में कहा था कि, भारत में पूरब में लोग चीनी जैसे, पश्चिम में लोग अरब जैसे, उत्तर में लोग शायद गोरे जैसे और दक्षिण में लोग अफ्रीकी जैसे दिखते हैं.

सैम पित्रोदा के बाद अधीर रंजन की टिप्पणी से मुश्किल में फंसी कांग्रेस, BJP ने किया हमला

कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी (फाइल फोटो).

नई दिल्ली :

सैम पित्रोदा (Sam Pitroda) के बयान, ''भारत के पूरब में लोग चीनी जैसे दिखते हैं, पश्चिम में लोग अरब जैसे दिखते हैं, उत्तर में लोग शायद गोरे जैसे दिखते हैं और दक्षिण में लोग अफ्रीकी जैसे दिखते हैं.'' पर कांग्रेस (Congress) नेता अधीर रंजन चौधरी (Adhir Ranjan Chowdhury) ने टिप्पणी की है कि, "हमारे पास प्रोटो ऑस्ट्रेलॉइड्स...मोंगोलॉइड...नेग्रिटो (भारत में) हैं." इसको लेकर पीएम मोदी और बीजेपी (BJP) ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की और त्वचा के रंग के आधार पर भारतीयों का अपमान करने का आरोप लगाया. 

प्रोटो ऑस्ट्रेलियाड (Proto Austriliad) का अर्थ ऑस्ट्रेलिया के मूल निवासियों से शारीरिक समानताओं से है. मंगोलॉइड (Mongoloid) का मतलब एशिया, अमेरिका, यूरोप और ओशिनिया के कुछ क्षेत्रों के मूल निवासी नस्लीय समूह से है. नेग्रिटो (Negrito) मानवीय जातियों का वह समूह है जो दक्षिणपूर्वी एशिया के दूर-दराज के क्षेत्रों में बसता है.

बुधवार को 'द स्टेट्समैन' को दिए गए पित्रोदा के इंटरव्यू का एक हिस्सा ऑनलाइन प्रसारित किया गया था. इसमें उन्होंने कहा था कि, ''हम भारत जैसे विविधतापूर्ण देश को एक साथ रख सकते हैं, जहां पूरब में लोग चीनी जैसे दिखते हैं, पश्चिम में लोग अरब जैसे दिखते हैं, उत्तर में लोग शायद गोरे जैसे दिखते हैं और दक्षिण में लोग अफ्रीकी जैसे दिखते हैं.'' 

उन्होंने कहा था कि, ''इससे कोई फर्क नहीं पड़ता. हम सभी भाई-बहन हैं. हम अलग-अलग भाषाओं, अलग-अलग धर्मों, अलग-अलग रीति-रिवाजों, अलग-अलग खान-पान का सम्मान करते हैं.''

सैम पित्रोदा के नस्लीय और मानवशास्त्रीय समूहों का जिक्र करने के एक दिन बाद गुरुवार को एक नया विवाद शुरू हो गया. 

अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि, "हम प्रोटो ऑस्ट्रेलॉइड्स, मोंगोलोइड्स, (और) नेग्रिटो समूह के लोग हैं. हैं तो हैं... हमारे देश की डेमोग्राफी में क्षेत्रीय विशेषताएं अलग हैं. किसी (पित्रोदा का नाम लिए बगैर) ने क्या कहा, यह उनकी राय है...लेकिन यह सच है कि कुछ लोग गोरे हैं...और कुछ काले हैं."

अधीर रंजन चौधरी का बयान पित्रोदा की नस्लवादी टिप्पणियों के बचाव की कोशिश के रूप में देखा गया. बीजेपी ने इसकी निंदा की है. शहजाद पूनावाला ने जुलाई 2022 में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के बारे में बंगाल कांग्रेस प्रमुख की टिप्पणियों को लेकर विवाद खड़ा कर दिया.

''शब्द सैम पित्रोदा के और सोच कांग्रेस की''

शहजाद पूनावाला ने कहा कि, "इससे पता चलता है कि शब्द सैम पित्रोदा के हैं और सोच कांग्रेस की है. भारतीयों को 'नेग्रिटो' कहना... क्या यह अंकल सैम (पित्रोदा पर एक व्यंग्य) की टिप्पणियों को उचित ठहराया जा रहा है? क्या इसीलिए उन्होंने (कांग्रेस) उन्हें बर्खास्त नहीं किया? क्या वे अधीर को बर्खास्त करेंगे... जिन्होंने पहले द्रौपदी मुर्मूजी को 'राष्ट्रपत्नी' कहा था?"  

कांग्रेस ने फिलहाल अधीर रंजन चौधरी की टिप्पणी पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.

पित्रोदा की टिप्पणी के बाद एक और विवादित टिप्पणी आने पर कांग्रेस ने इससे खुद को दूर कर लिया, लेकिन इससे पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तीखी प्रतिक्रिया जता दी. उन्होंने कहा कि देश "त्वचा के रंग के आधार पर अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा." 

''त्वचा के रंग के आधार पर अपमान बर्दाश्त नहीं''

पीएम मोदी ने राहुल गांधी के लिए अपने व्यंग्यात्मक संबोधन "शहजादे" को दोहराते हुए कहा, "शहजादे, तुम्हें जवाब देना होगा. देश त्वचा के रंग के आधार पर हमारे देशवासियों का अपमान बर्दाश्त नहीं करेगा..."

टिप्पणी के कुछ ही घंटों बाद पित्रोदा ने कांग्रेस की विदेशी इकाई के प्रमुख का पद छोड़ दिया. पार्टी के संचार प्रमुख जयराम रमेश ने कहा कि इस्तीफा देना "उनकी (पित्रोदा की) अपनी मर्जी है."

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