प्रतीकात्मक तस्वीर
नई दिल्ली:
वैष्णो देवी यात्रा को लेकर कांग्रेस ने मोदी सरकार पर हमला क्या बोला, चंद घंटे के भीतर सरकार को उस पर अपनी सफाई पेश करनी पड़ी।
मोदी सरकार की कथनी और करनी में अंतर गिनाते हुए कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने जम्मू और कश्मीर का हवाला दिया। कहा कि बाढ़ के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने 44 हज़ार करोड़ रुपये की मदद का भरोसा दिया था। लेकिन वास्तव में मदद बहुत कम पहुंची है।
इसी क्रम में सिंघवी ने ज़िक्र किया कि हेलीकॉप्टर से वैष्णो देवी की यात्रा करने पर कश्मीर की बीजेपी-पीडीपी सरकार ने 12.5% का सर्विस टैक्स लगा दिया है। सिंघवी ने पूछा कि क्या ये जज़िया कर है जो वैष्णो देवी की तीर्थयात्रा पर जाने वाले उन तीर्थ यात्रियों को देना पड़ेगा जो कमज़ोर और लाचार हैं और पैदल चल कर वहां तक पहुंच नहीं सकते।
ज्ञात हो कि मुगल बादशाह औरंगज़ेब ने तीर्थ यात्रा पर जाने वाले हिंदूओं पर जज़िया लगाया था। कांग्रेस ने जज़िया शब्द का इस्तेमाल कर एक तीर से दो निशाने साधे। एक तो हिंदू हित की बात करने वाली बीजेपी पर हिंदू हित के विरुद्ध काम करने का आरोप लगा दिया। दूसरा ख़ुद पर मुस्लिम तुष्टिकरण में लगे रहने की छवि तोड़ने की तरफ भी एक कदम बढ़ाया।
कांग्रेस की तरफ से आए इस बयान के बाद सरकार तुरंत हरकत में आयी। पहले प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्यमंत्री जितेन्द्र सिंह और फिर बीजेपी के महासचिव राम माधव की तरफ से बयान जारी कर कहा गया कि इस बारे में जम्मू और कश्मीर के उप मुख्यमंत्री से बात कर उन्हें इसकी समीक्षा करने को कहा गया है। ज़ाहिर है केन्द्र सरकार ने इसे वापस कराने की दिशा में कोशिश शुरू कर दी है। देखना है कि सरकार में साथी पीडीपी इस दिशा में क्या रुख दिखाती है।
मोदी सरकार की कथनी और करनी में अंतर गिनाते हुए कांग्रेस प्रवक्ता अभिषेक मनु सिंघवी ने जम्मू और कश्मीर का हवाला दिया। कहा कि बाढ़ के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने 44 हज़ार करोड़ रुपये की मदद का भरोसा दिया था। लेकिन वास्तव में मदद बहुत कम पहुंची है।
इसी क्रम में सिंघवी ने ज़िक्र किया कि हेलीकॉप्टर से वैष्णो देवी की यात्रा करने पर कश्मीर की बीजेपी-पीडीपी सरकार ने 12.5% का सर्विस टैक्स लगा दिया है। सिंघवी ने पूछा कि क्या ये जज़िया कर है जो वैष्णो देवी की तीर्थयात्रा पर जाने वाले उन तीर्थ यात्रियों को देना पड़ेगा जो कमज़ोर और लाचार हैं और पैदल चल कर वहां तक पहुंच नहीं सकते।
ज्ञात हो कि मुगल बादशाह औरंगज़ेब ने तीर्थ यात्रा पर जाने वाले हिंदूओं पर जज़िया लगाया था। कांग्रेस ने जज़िया शब्द का इस्तेमाल कर एक तीर से दो निशाने साधे। एक तो हिंदू हित की बात करने वाली बीजेपी पर हिंदू हित के विरुद्ध काम करने का आरोप लगा दिया। दूसरा ख़ुद पर मुस्लिम तुष्टिकरण में लगे रहने की छवि तोड़ने की तरफ भी एक कदम बढ़ाया।
कांग्रेस की तरफ से आए इस बयान के बाद सरकार तुरंत हरकत में आयी। पहले प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्यमंत्री जितेन्द्र सिंह और फिर बीजेपी के महासचिव राम माधव की तरफ से बयान जारी कर कहा गया कि इस बारे में जम्मू और कश्मीर के उप मुख्यमंत्री से बात कर उन्हें इसकी समीक्षा करने को कहा गया है। ज़ाहिर है केन्द्र सरकार ने इसे वापस कराने की दिशा में कोशिश शुरू कर दी है। देखना है कि सरकार में साथी पीडीपी इस दिशा में क्या रुख दिखाती है।
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