झारखंड के देवघर की रहने वाली गीता देवी (95) ने कई प्रधानमंत्री देखे, लेकिन उनके लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जैसा कोई नहीं है. वह हर दिन पीएम मोदी को समाचार में देखती हैं और उनकी तस्वीर से बात करती हैं. जब गीता देवी को उनके पत्र का पीएम मोदी ने जवाब दिया, तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा. शनिवार को एक्स हैंडल 'मोदी आर्काइव' ने गीता देवी का एक वीडियो पोस्ट किया. वीडियो के कैप्शन में लिखा, "95 साल की गीता देवी ने ब्रिटिश औपनिवेशिक शक्तियों का शासन, महाराजाओं का युग और स्वतंत्र भारत में कई प्रधानमंत्रियों का नेतृत्व देखा है, लेकिन उनकी नजर में कोई भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बराबरी नहीं कर सकता.
गीता देवी हर दिन अपने 'भाई सा' नरेंद्र मोदी को समाचारों में देखना नहीं भूलती हैं. वह उनकी तस्वीर से बात करती हैं. उनकी हृदयस्पर्शी कहानी देखें और जानें कि एक दिन जब पीएम मोदी ने खुद उनके पोते द्वारा लिखे गए पत्रों का जवाब दिया तो उनकी क्या प्रतिक्रिया थी."
Letters from PM | Geeta Devi
— Modi Archive (@modiarchive) January 25, 2025
She has seen the rule of British colonial powers, the era of maharajas, and the leadership of many prime ministers in independent India, but none, in her eyes, compare to Prime Minister @narendramodi
Every day, 95-year-old Geeta Devi from Rajasthan… pic.twitter.com/690MqSOmxt
एक्स हैंडल 'मोदी आर्काइव' द्वारा शेयर किए गए वीडियो में गीता देवी कह रही हैं कि मैं 95 साल की हूं. उनके पोते रमण ने कहा कि तू बहुत सुंदर लग रही है, तो गीता देवी ने कहा कि मैं बहन हूं मोदी जी की. पोते ने कहा कि शहर में क्या विकास हो रहा है, क्या नई चीजें आई हैं, ये सब जानना उनको अच्छा लगता है. गीता देवी ने कहा कि एयरपोर्ट बनाया, हॉस्पिटल बनाया है। गीता देवी का कहना है कि मोदी जी जैसा कोई नहीं है.
गीता देवी के बेटे संजय भारद्वाज ने बताया कि मां ने राजा-महाराजाओं, अंग्रेजों का राज भी देखा है. देश की आजादी के बाद से इतने प्रधानमंत्री बने, लेकिन नरेंद्र मोदी जैसा प्रधानमंत्री कोई नहीं बना.
पीएम मोदी को देख हुई भावुक
गीता देवी के पोते ने बताया कि पीएम मोदी जब देवघर आए थे, तब मैंने दादी को पीएम मोदी को दिखाया. उन्होंने उन्हें पहली बार देखा था, तो वह भावुक हो गई थीं. दादी पीएम मोदी को अपने भाई जैसा मानती हैं, उन्हें भाई साहब कहती हैं. उनको देखे बिना एक दिन नहीं रहती हैं. यदि किसी दिन पीएम मोदी को नहीं देखा पाते तो कहती हैं, "आज पीएम मोदी क्यों नहीं आए?"
गीता देवी के पोते रमन भारद्वाज ने पीएम मोदी का पत्र लिखा था, जिसमें लिखा था, "वह मेरी दादी हैं, उनका नाम गीता देवी है, वह 95 साल की हैं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सबसे बड़ी प्रशंसक हैं और जब भी वह उनकी तस्वीर देखती हैं तो इस आशा के साथ फोटो के साथ बात करती हैं कि प्रधानमंत्री इस तस्वीर में बोलेंगे और वह पीएम सर को 'भाईसाहब' कहती थीं. मुझे उम्मीद है कि एक दिन सर जवाब देंगे. धन्यवाद आपका विश्वासी रमन."
पत्र से मिली नई ऊर्जा
जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गीता देवी के पत्र का जवाब दिया, तो लगा उनका बचपन लौट आया हो. 95 साल की उम्र में पीएम मोदी का पत्र पढ़कर गीता देवी को जैसे एक नई ऊर्जा मिल गई हो. गीता देवी के पोते ने पीएम मोदी के पत्र को पढ़कर सुनाया, जिसमें पीएम मोदी ने कहा कि "गीता देवी जी, आप जैसे मेरे देश के परिवारजनों से मिलने वाला स्नेह मुझे राष्ट्र के लिए जी जान से कार्य करने की नई ऊर्जा देता है. मुझे यह जानकर बहुत प्रसन्नता हुई कि 95 वर्ष की आयु में भी आप देश व समाज से जुड़े विभिन्न विषयों के प्रति सजग हैं. एक बार पुन: आपके स्नेहल शब्दों के लिए धन्यवाद. इस वर्ष से आपके अच्छे स्वास्थ्य और परिवार के उज्जवल भविष्य की कामना सहित आपका नरेंद्र मोदी."
गीता देवी की बहू ने कहा कि मां के पास बहुत ऊर्जा है. पीएम मोदी का पत्र देख उन्हें बहुत खुशी हुई. हम लोगों को उनकी खुशी देकर ऊर्जा मिली है. उनके बेटे ने कहा कि मैं उनका पुत्र हूं, इसलिए उनसे ज्यादा खुशी मुझे हुई. पत्र से खुश गीता देवी ने पीएम मोदी को आशीर्वाद दिया.
ये भी पढ़ें-वित्त मंत्री ने पारंपरिक हलवा समारोह में भाग लिया, अंतिम दौर में पहुंची बजट की तैयारी
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं