सांकेतिक तस्वीर
नई दिल्ली:
भारत की जेलों में बंद कम से कम नौ पाकिस्तानी मछुआरों को रिहा कर दिया गया और बुधवार को वाघा बॉर्डर पर उन्हें पाकिस्तानी अधिकारियों के सुपुर्द कर दिया गया।
अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि करीब डेढ़ साल से जेल में बंद मछुआरों को वाघा-अटारी सीमा चौकी पर पाकिस्तानी सैनिकों के हवाले कर दिया गया।
पाकिस्तान द्वारा 87 भारतीय मछुआरों को रिहा किए जाने के एक सप्ताह के बाद नौ पाकिस्तानी मछुआरों को रिहा किया गया है। माना जाता है कि करीब 457 भारतीय, पाकिस्तान की जेल में बंद हैं और इनमें से अधिकांश मछुआरे हैं, जिन्हें क्षेत्र संबंधी उल्लंघन के कारण हिरासत में लिया गया है।
पाकिस्तान के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने हाल ही में कहा था कि 113 पाकिस्तानी मछुआरे भारत की हिरासत में हैं।
अरब सागर सीमा के स्पष्ट रूप से निर्धारित नहीं होने और कई नावों में उनके सही स्थान तय करने की तकनीक नहीं होने के कारण भारतीय और पाकिस्तानी मछुआरों दोनों को अक्सर अवैध रूप से मछली पकड़ने के आरोप में गिरफ्तार किया जाता है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
अधिकारिक सूत्रों ने बताया कि करीब डेढ़ साल से जेल में बंद मछुआरों को वाघा-अटारी सीमा चौकी पर पाकिस्तानी सैनिकों के हवाले कर दिया गया।
पाकिस्तान द्वारा 87 भारतीय मछुआरों को रिहा किए जाने के एक सप्ताह के बाद नौ पाकिस्तानी मछुआरों को रिहा किया गया है। माना जाता है कि करीब 457 भारतीय, पाकिस्तान की जेल में बंद हैं और इनमें से अधिकांश मछुआरे हैं, जिन्हें क्षेत्र संबंधी उल्लंघन के कारण हिरासत में लिया गया है।
पाकिस्तान के विदेश मामलों के सलाहकार सरताज अजीज ने हाल ही में कहा था कि 113 पाकिस्तानी मछुआरे भारत की हिरासत में हैं।
अरब सागर सीमा के स्पष्ट रूप से निर्धारित नहीं होने और कई नावों में उनके सही स्थान तय करने की तकनीक नहीं होने के कारण भारतीय और पाकिस्तानी मछुआरों दोनों को अक्सर अवैध रूप से मछली पकड़ने के आरोप में गिरफ्तार किया जाता है।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)