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दिल्ली: डिफेंस कॉलोनी में मैनहोल में गिरे बच्चे को बचाया गया, घरवालों ने MCD, NDMC पर उठाए सवाल

बच्चे को उसके पिता स्कूल छोड़ने जा रहे थे और उसके साथ उसकी मां और छोटी बहन भी थी. बच्चे के पिता अजीत सिंह ने बताया, "सीवर पर प्लाईबोर्ड था, वह टूट गया और मेरा बच्चा उसमें गिर गया. मेरी पत्नी मेरे साथ थी, उसने बच्चे का हाथ पकड़ा और लोगों ने तुरंत मेरे बच्चे को बाहर निकाला.

दिल्ली: डिफेंस कॉलोनी में मैनहोल में गिरे बच्चे को बचाया गया, घरवालों ने MCD, NDMC पर उठाए सवाल
मैनहोल का ढक्कन प्लाईबोर्ड से ढका हुआ था
नई दिल्ली:

दिल्ली के डिफेंस कॉलोनी इलाके में कार्डबोर्ड से ढके एक मैनहोल में गिरे 8 वर्षीय एक बच्चे को सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया गया है. दिल्ली पुलिस के अनुसार, बच्चे की पहचान जसमीत सिंह के रूप में हुई है, जो साउथ दिल्ली पब्लिक स्कूल के सामने एक मैनहोल में गिर गया था. पुलिस ने कहा, "मैनहोल का ढक्कन प्लाईबोर्ड से ढका हुआ था, जिस पर 8 वर्षीय बच्चे ने पैर रख दिया. पैर रखते ही प्लाईबोर्ड टूट गया, जिससे बच्चा सीवर में गिर गया." हालांकि शुक्र इस बात का रहा है कि लोगों की मदद से बच्चे को तुरंत बचा लिया गया और उसे कोई चोट नहीं आई.

मैनहोल में कैसे गिरा बच्चा

बच्चे को उसके पिता स्कूल छोड़ने जा रहे थे और उसके साथ उसकी मां और छोटी बहन भी थी. बच्चे के पिता अजीत सिंह ने बताया, "सीवर पर प्लाईबोर्ड था, वह टूट गया और मेरा बच्चा उसमें गिर गया. मेरी पत्नी मेरे साथ थी, उसने बच्चे का हाथ पकड़ा और लोगों ने तुरंत मेरे बच्चे को बाहर निकाला. क्योंकि गड्ढा गहरा था, इसलिए मुझे सड़क पर लेटकर बच्चे को बाहर निकालना पड़ा. गौर करने वाली बात ये है कि कल बारिश नहीं हुई, अगर बारिश होती तो सीवर ओवरफ्लो हो जाता. सीवर पर प्लाईबोर्ड था, लेकिन उसका कवर भी पड़ा हुआ था. कवर टूटा नहीं था, उसमें कोई दरार भी नहीं थी."

ऐसी घटनाओं का जिम्मेदार कौन

बच्चे के पिता ने बताया कि वह अपने बेटे को तुरंत एम्स ट्रॉमा सेंटर ले गए, जहां उसे प्राथमिक उपचार और आगे का उपचार दिया गया. उन्होंने कहा, "बाहर निकाले जाने के बाद मैं अपने बच्चे को एम्स ले गया, जहां वह 7-8 घंटे तक रहा. वहां उसकी जांच की गई. वह अभी भी घबराया हुआ है, रात में 2-3 बार डरकर उठा, सीवर में छाती तक पानी था. मैं अपने बच्चे के साथ था. कई अन्य बच्चे अकेले स्कूल आते हैं, अगर वे इसमें गिर जाते, तो उन्हें कौन देखता और बचाता? अगर सीवर साफ था, तो उसे ढका क्यों नहीं गया? एमसीडी और एनडीएमसी के बीच लड़ाई में मेरा बच्चा क्यों पीड़ित हो? इसकी जांच होनी चाहिए."

कोचिंग सेंटर में डूबने से 3 छात्रों की मौत

इससे पहले 1 अगस्त को, राष्ट्रीय राजधानी में भारी बारिश के बाद पूर्वी दिल्ली के मयूर विहार इलाके के पास गाजीपुर में एक मां और एक बच्चे की जलभराव वाले नाले में गिरने से दर्दनाक मौत हो गई थी. मृतकों की पहचान प्रकाश नगर खोड़ा कॉलोनी निवासी तनुजा (22) और उसके बच्चे प्रियांश (3) के रूप में हुई. 27 जुलाई को, पुराने राजेंद्र नगर में एक आईएएस कोचिंग सेंटर में पानी घुसने से यूपीएससी के तीन उम्मीदवारों की जान चली गई.

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