वसूली में मिले पैसों के बंटवारे को लेकर माओवादी आपस में ही लड़ बैठ (फाइल फोटो)
हजारीबाग:
माओवादी एक तरफ जहां सरकार से दुश्मनी पाले हुए हैं, वहीं इनमें आपस के झगड़े भी कम नहीं हैं. माओवादियों केक विभिन्न दलों में आए दिन खूनी टक्कर होने के समाचार मिलते रहते हैं. सीपीआई (माओवादी) से टूटकर अलग हुए धड़े तृतीया प्रस्तुति समिति (टीपीसी) के दो गुटों के बीच जिले के केराडारी में एक मुठभेड़ में सात कैडर मारे गए.
उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल के डीआईजी भीमसेन तूती ने कहा कि 20 और 21 मई की मध्यरात्रि को हुई मुठभेड़ में सात कैडर मारे गए. निर्माण कंपनियों से वसूले गए धन के बंटवारे को लेकर हुए विवाद के बाद मुठभेड़ हुई.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि जंगल में घटनास्थल से एक कटा हुआ सिर मिलने के अलावा टीपीसी के केवल तीन कैडर के शव बरामद किए गए हैं. तीनों की पहचान टीपीसी जोनल कमांडर सागर, सब जोनल कमांडर मनीष और जॉनसन के रूप में हुई है. कटे हुए सिर की पहचान अभी नहीं हो पाई है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
उत्तरी छोटानागपुर प्रमंडल के डीआईजी भीमसेन तूती ने कहा कि 20 और 21 मई की मध्यरात्रि को हुई मुठभेड़ में सात कैडर मारे गए. निर्माण कंपनियों से वसूले गए धन के बंटवारे को लेकर हुए विवाद के बाद मुठभेड़ हुई.
पुलिस सूत्रों ने बताया कि जंगल में घटनास्थल से एक कटा हुआ सिर मिलने के अलावा टीपीसी के केवल तीन कैडर के शव बरामद किए गए हैं. तीनों की पहचान टीपीसी जोनल कमांडर सागर, सब जोनल कमांडर मनीष और जॉनसन के रूप में हुई है. कटे हुए सिर की पहचान अभी नहीं हो पाई है.
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं