(फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
राज्यसभा और लोकसभा की कार्यवाही लगातार हंगामें की भेंट चढ़ रहा है. पिछले करीब 14 दिनों से लोकसभा और राज्यसभा में हंगामा जारी है. इसकों लेकर अब केंद्रीय मंत्री विजय गोयल विभिन्न राजनीति दलों के नेताओं से उनके आवास पर मुलाकात करेंगे और लोकसभा में अलग अलग मुद्दों पर विभिन्न दलों के सदस्यों के विरोध प्रदर्शन के कारण इतने दिनों से संसद की कार्यवाही बाधित रहने के संबंध में जारी गतिरोध को समाप्त करने का प्रयास करेंगे. संसदीय कार्य राज्य मंत्री विजय गोयल ने संवाददाताओं से कहा कि सरकार अपने खिलाफ लाये गए अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा कराने को तैयार है और उसे लोकसभा में भारी बहुमत प्राप्त है.
उन्होंने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि विपक्ष के नेता संसद में चर्चा करने की बजाए टेलीविजन पर चर्चा करने में क्यों व्यस्त हैं. उन्होंने कहा कि संसद में कार्यवाही चलाने में काफी धन खर्च होता है और ऐसे में सदस्यों को सदन में चर्चा करनी चाहिए.
यह भी पढ़ें : हंगामे की वजह से 13 दिन से संसद का कामकाज ठप, सरकार और विपक्ष एक-दूसरे को कर रही ब्लेम
गोयल ने कहा कि वह कांग्रेस, अन्नाद्रमुक, तेलुगू देशम पार्टी और टीआरएस समेत विपक्षी दलों के प्रमुख नेताओं के यहां जायेंगे और उन्हें विरोध प्रदर्शन समाप्त करने के लिये मनायेंगे क्योंकि इसके कारण पांच मार्च से शुरू हुए संसद के बजट सत्र के दूसरे हिस्से में एक दिन भी काम नहीं हो पाया है. उन्होंने कहा कि वह संसद में विपक्षी दलों के नेताओं से मिलते रहे हैं और अब वह उनके घर जाकर मिलेंगे और उनसे चर्चा शुरू करने का आग्रह करेंगे.
VIDEO : मनोज तिवारी ने कहा- संसद में काम नहीं तो वेतन नहीं
संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि संसद के बजट सत्र का दूसरा हिस्सा 23 दिनों का है और उसमें से 14 दिन कामकाज नहीं हो पाया है. उन्होंने कहा कि संसद चर्चा के लिये है और सरकार नियमों के तहत किसी भी मुद्दे पर चर्चा कराने को तैयार है. मोदी सरकार ईमानदारी से शासन चला रही है . मेघवाल ने कहा कि जब तक संसद में व्यवस्था नहीं हो, शोर शराबा खत्म नहीं हो, तब तक स्पीकर के लिये भी अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस को आगे बढ़ाना कठिन होता है.
(इनपुट भाषा से)
उन्होंने आश्चर्य व्यक्त करते हुए कहा कि विपक्ष के नेता संसद में चर्चा करने की बजाए टेलीविजन पर चर्चा करने में क्यों व्यस्त हैं. उन्होंने कहा कि संसद में कार्यवाही चलाने में काफी धन खर्च होता है और ऐसे में सदस्यों को सदन में चर्चा करनी चाहिए.
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गोयल ने कहा कि वह कांग्रेस, अन्नाद्रमुक, तेलुगू देशम पार्टी और टीआरएस समेत विपक्षी दलों के प्रमुख नेताओं के यहां जायेंगे और उन्हें विरोध प्रदर्शन समाप्त करने के लिये मनायेंगे क्योंकि इसके कारण पांच मार्च से शुरू हुए संसद के बजट सत्र के दूसरे हिस्से में एक दिन भी काम नहीं हो पाया है. उन्होंने कहा कि वह संसद में विपक्षी दलों के नेताओं से मिलते रहे हैं और अब वह उनके घर जाकर मिलेंगे और उनसे चर्चा शुरू करने का आग्रह करेंगे.
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संसदीय कार्य राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल ने कहा कि संसद के बजट सत्र का दूसरा हिस्सा 23 दिनों का है और उसमें से 14 दिन कामकाज नहीं हो पाया है. उन्होंने कहा कि संसद चर्चा के लिये है और सरकार नियमों के तहत किसी भी मुद्दे पर चर्चा कराने को तैयार है. मोदी सरकार ईमानदारी से शासन चला रही है . मेघवाल ने कहा कि जब तक संसद में व्यवस्था नहीं हो, शोर शराबा खत्म नहीं हो, तब तक स्पीकर के लिये भी अविश्वास प्रस्ताव के नोटिस को आगे बढ़ाना कठिन होता है.
(इनपुट भाषा से)
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