महाराष्ट्र में गणेश उत्सव के अंतिम दिन बृहस्पतिवार को प्रतिमा विसर्जन के दौरान 12 लोगों की डूबने से मौत हो गई. राज्य में 'गणपति बप्पा मोरया, अगले बरस तू जल्दी आ' के जयकारों के साथ गुरुवार को समूचे महाराष्ट्र में भगवान गणेश की प्रतिमाओं को विसर्जित किया गया और इसके साथ ही 10 दिनों तक चलने वाला गणेश उत्सव ‘अनंत चतुदर्शी' के अवसर पर संपन्न हो गया, लेकिन विसर्जन के दौरान लोगों के डूबने और लापता होने की घटनाओं ने कुछ जगहों पर माहौल को गमगीन कर दिया.
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पुलिस अधिकारियों ने बताया कि विसर्जन के दौरान रत्नागिरी जिले में तीन, नासिक, सिंधुदुर्ग, सतारा जिलों में दो-दो और धुले, बुलढाणा और भंडारा जिलों में एक-एक व्यक्ति की डूबने से मौत हो गई. इसके अलावा विसर्जन के लिए गए करीब छह अन्य लोग लापता हैं और उनके भी डूबने की आशंका है. गणेश चतुर्थी के साथ दो सितंबर को गणपति उत्सव शुरू हुआ था.
प्रतिमा विसर्जन के लिए मुंबई महानगर,राज्य की सांस्कृतिक राजधानी पुणे के विभिन्न मंडलों और प्रदेश के अन्य हिस्सों में ढोल-ताशों के साथ श्रद्धालुओं ने पारंपरिक श्रद्धा एवं उल्लास के साथ झांकियां निकालीं. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने भी पारिस्थितिकी अनुकूल गणेश प्रतिमा के विसर्जन से पहले पूजा-अर्चना की. मुंबई में गिरगांव चौपाटी, शिवाजी पार्क, जुहू, वर्सोवा और मार्वे बीच तथा कई तालाबों सहित 129 स्थानों पर प्रतिमाओं को विसर्जित किया गया.
नगर निकाय के एक अधिकारी ने बताया कि दोपहर तक करीब 587 गणेश प्रतिमाएं विसर्जित की गईं. एक अधिकारी ने बताया कि विसर्जन को लेकर पूरे शहर में 50,000 से अधिक पुलिसकर्मी तैनात किये गए. 5,000 से अधिक सीसीटीवी कैमरों से भी झांकियों की निगरानी की गई. मुंबई पुलिस ने प्रतिमा विसर्जन से पहले ट्वीट किया, ‘‘हम अपने प्रिय भगवान गणेश को विदा करने को तैयार हैं ऐसे में हम आप सबसे एक सुरक्षित और शांतिपूर्ण गणेश विसर्जन सुनिश्चित करने का अनुरोध करते हैं.''
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एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘पिछले कुछ बरसों में शहर में पुल ढहने की घटनाओं के मद्देनजर हमने कमजोर पुलों को बंद करने का फैसला किया. मुंबई में यातायात के लिए आज कम से कम 53 सड़कों को बंद रखा गया.'' पुणे के पांच प्रमुख मंडलों--कस्बा गणपति, तम्बादी जोगेश्वरी मंडल, गुरजी तालिम मंडल, तुलसी बाग मंडल और केसरीवाडा मंडल में श्रद्धालुओं ने झांकियां निकालीं.
नासिक में श्रद्धालुओं ने विसर्जन झांकियों के दौरान एक दूसरे को गुलाल लगाया. नासिक नगर निकाय ने प्रतिमाओं के विसर्जन के लिए विभिन्न स्थानों पर कृत्रिम तालाब बनाए. ठाणे, नवी मुंबई, पालघर, सोलापुर, कोल्हापुर, औरंगाबाद, नांदेड़, जलगांव, अमरावती और नागपुर सहित राज्य के अन्य हिस्सों में भी श्रद्धालुओं ने पारंपरिक उल्लास के साथ भगवान गणेश की प्रतिमाओं का विसर्जन किया.
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