श्रीनगर:
जम्मू−कश्मीर में कस्टडी में मौत के मामले में क्राइम ब्रांच ने अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। स्पीकर ने पीडीपी का स्थगन प्रस्ताव भी नामंजूर कर दिया। स्पीकर का कहना है कि सरकार ने पहले ही इस मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं, इसलिए अब कोई भी कदम उठाना जांच प्रक्रिया में बाधा पैदा करेगा। इस मुद्दे पर जम्मू-कश्मीर विधानसभा में आज जमकर हंगामा हुआ। पीडीपी के एक विधायक ने तो स्पीकर पर पंखा उठाकर फेंकने की कोशिश भी की। बताया जा रहा है कि यह विधायक स्पीकर के बयान से नाराज हो गया था। दरअसल स्पीकर ने पीडीपी विधायक मौलवी इफ्तिखार हुसैन अंसारी को गद्दार और बेइमान मौलवी कहकर बुलाया, जिसे लेकर हंगामा शुरू हो गया। इसके बाद सत्ता पक्ष और विपक्ष के विधायकों के बीच हाथापाई भी हुई। दरअसल नेशनल कॉन्फ्रेंस के एक कार्यकर्ता की हिरासत में मौत को लेकर पीडीपी सरकार को घेर रही है। आज उसने काम रोको प्रस्ताव भी दिया था। इसी दौरान स्पीकर और पीडीपी विधायक में कहासुनी हो गई। दूसरी ओर नेशनल कॉन्फ्रेंस ने इस मामले पर सफ़ाई देते हुए कहा है कि मौत की जांच के लिए एक मौजूदा जज की अध्यक्षता में एक कमेटी का गठन किया गया है। यूसुफ़ पर मंत्री बनाने के नाम पर पैसा लेने का आरोप था जिसके बाद मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने क्राइम ब्रांच को बुलाकर यूसुफ़ को उनके हवाले कर दिया था। इसके बाद यूसुफ़ की पुलिस कस्टडी में मौत हो गई।