घरेलू हवाई यात्रियों के लिए आधार कार्ड या पासपोर्ट दिखाना जरूरी हो सकता है (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
घरेलू विमान यात्रा के लिए जल्द ही पासपोर्ट या आधार कार्ड दिखाना जरूरी हो सकता है. नागरिक उड्डयन मंत्रालय इस आशय से संबंधित एक प्रस्ताव पर विचार कर रहा है. विमानों में बखेड़ा करने वालों को नो फ्लाई लिस्ट (हवाई यात्रा से प्रतिबंधित लोगों की सूची) में डालने की पहल के तहत यात्रियों की पुख्ता पहचान सुनिश्चित करने के लिए उड्डयन मंत्रालय यह व्यवस्था बनाना चाहता है. सूत्रों के मुताबिक आधार कार्ड या पासपोर्ट से वाजिब यात्रियों और परेशानी पैदा करने वाले मुसाफिरों के बीच फर्क करने में सहूलियत होगी, भले ही उनके नाम एक जैसे क्यों न हों.
यह निर्णय शिवसेना सांसद रवींद्र गायकवाड़ द्वारा एयर इंडिया की फ्लाइट में विमान के एक अधिकारी के साथ मारपीट करने की घटना के बाद लिया गया है. इस घटना के बाद एयर इंडिया के साथ-साथ सात अन्य निजी एयरलाइंस कंपनियों ने गायकवाड़ के हवाई सफर पर बैन लगाया दिया था. हालांकि बाद में नागरिक उड्डयन मंत्रालय के लिखित निर्देशों के बाद यह प्रतिबंध हटा लिया गया.
शुक्रवार को एयर इंडिया ने दावा किया था कि उन्होंने गायकवाड़ द्वारा ऑनलाइन टिकट खरीदने की कोशिशों को रोक दिया. लेकिन सांसद ने यह कहते हुए इस बात से इनकार किया कि उनके नाम के किसी और शख्स ने टिकट बुक करने की कोशिश की होगी. गायकवाड़ ने संसद के बाहर संवाददाताओं से कहा था, मैंने कोई बुकिंग नहीं कराई. कृपया एयर इंडिया से चेक कीजिए कि मेरे नाम का इस्तेमाल कर किसने टिकट बुक कराया.
एक सरकारी अधिकारी ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया कि पासपोर्ट या आधार कार्ड दिखाने का नियम लागू हो जाने पर ऐसी किसी गड़बड़ी की आशंका नहीं रहेगी. हालांकि मंत्रालय इस संबंध में कोई भी अंतिम निर्णय करने से पहले एयरलाइंस कंपनियों और यात्रियों के सुझाव जानने के लिए सभी प्रस्तावों को अपने वेबसाइट पर प्रकाशित करेगा.
नो-फ्लाई लिस्ट बनाने के अलावा मंत्रालय उपद्रवी व्यवहार करने वाले हवाई यात्रियों के लिए अपराध की गंभीरता के आधार पर अलग-अलग तरह की सजाओं का प्रावधान करने पर भी विचार कर रहा है. शनिवार को नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने कई ट्वीट कर कहा कि विमान यात्रा के दौरान बुरा व्यवहार करने वाले यात्रियों को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे. सिन्हा ने कहा, 'हवाई यात्रा करने वालों को इस बात को ध्यान में रखना चाहिए कि यात्रियों और चालक दल की बेहतरी और सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है. किसी भी तरह के खराब अथवा उपद्रवी व्यवहार के गंभीर परिणाम होंगे. इसमें किसी खास घटना के लिये पुलिस कारवाई भी हो सकती है और विमान यात्रा से भी रोका जा सकता है.'
यह निर्णय शिवसेना सांसद रवींद्र गायकवाड़ द्वारा एयर इंडिया की फ्लाइट में विमान के एक अधिकारी के साथ मारपीट करने की घटना के बाद लिया गया है. इस घटना के बाद एयर इंडिया के साथ-साथ सात अन्य निजी एयरलाइंस कंपनियों ने गायकवाड़ के हवाई सफर पर बैन लगाया दिया था. हालांकि बाद में नागरिक उड्डयन मंत्रालय के लिखित निर्देशों के बाद यह प्रतिबंध हटा लिया गया.
शुक्रवार को एयर इंडिया ने दावा किया था कि उन्होंने गायकवाड़ द्वारा ऑनलाइन टिकट खरीदने की कोशिशों को रोक दिया. लेकिन सांसद ने यह कहते हुए इस बात से इनकार किया कि उनके नाम के किसी और शख्स ने टिकट बुक करने की कोशिश की होगी. गायकवाड़ ने संसद के बाहर संवाददाताओं से कहा था, मैंने कोई बुकिंग नहीं कराई. कृपया एयर इंडिया से चेक कीजिए कि मेरे नाम का इस्तेमाल कर किसने टिकट बुक कराया.
एक सरकारी अधिकारी ने नाम न जाहिर करने की शर्त पर बताया कि पासपोर्ट या आधार कार्ड दिखाने का नियम लागू हो जाने पर ऐसी किसी गड़बड़ी की आशंका नहीं रहेगी. हालांकि मंत्रालय इस संबंध में कोई भी अंतिम निर्णय करने से पहले एयरलाइंस कंपनियों और यात्रियों के सुझाव जानने के लिए सभी प्रस्तावों को अपने वेबसाइट पर प्रकाशित करेगा.
नो-फ्लाई लिस्ट बनाने के अलावा मंत्रालय उपद्रवी व्यवहार करने वाले हवाई यात्रियों के लिए अपराध की गंभीरता के आधार पर अलग-अलग तरह की सजाओं का प्रावधान करने पर भी विचार कर रहा है. शनिवार को नागरिक उड्डयन राज्य मंत्री जयंत सिन्हा ने कई ट्वीट कर कहा कि विमान यात्रा के दौरान बुरा व्यवहार करने वाले यात्रियों को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे. सिन्हा ने कहा, 'हवाई यात्रा करने वालों को इस बात को ध्यान में रखना चाहिए कि यात्रियों और चालक दल की बेहतरी और सुरक्षा हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है. किसी भी तरह के खराब अथवा उपद्रवी व्यवहार के गंभीर परिणाम होंगे. इसमें किसी खास घटना के लिये पुलिस कारवाई भी हो सकती है और विमान यात्रा से भी रोका जा सकता है.'
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