योगी सरकार अब नया राशन कार्ड जारी करेगी जो स्मार्ट कार्ड वाला होगा. इस कार्ड में चिप भी होगी.
नई दिल्ली:
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने राशन कार्ड को लेकर बड़ा फैसला लिया है. राज्य के तीन करोड़ 40 लाख राशन कार्ड रद्द किए जाएंगे, क्योंकि इन पर पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की तस्वीरें हैं. मौजूदा भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सरकार ने इन सभी राशन कार्डों को रद्द करने का फैसला लिया है. योगी सरकार अब नया राशन कार्ड जारी करेगी जो स्मार्ट कार्ड वाला होगा. इस कार्ड में चिप भी होगी. फिलहाल के लिए पर्ची सिस्टम अपनाने के आदेश दिए गए हैं. राशन कार्ड आधार कार्ड से भी लिंक होगा और इस पर एक बारकोड होगा. स्मार्टकार्ड वाले राशन कार्ड में कोटे का लाभ उठाने वाले की कोड संख्या भी दी जाएगी.
पुराने राशनकार्ड पर अखिलेश यादव की फोटो उसी तर्ज पर लगी थी. जैसे अखिलेश सरकार की तरफ से बांटे गए लैपटॉप में लगी होती थी. खास बात यह है कि 3.40 करोड़ राशनकार्डों में से 2.80 करोड़ कार्ड अब तक बांटे जा चुके हैं, जबकि 60 लाख ऐसे राशन कार्ड जो अब तक बांटे नहीं गए थे, उनके वितरण पर रोक लगा दी गई है.
गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले अखिलेश यादव के ड्रीम प्रोजेक्ट गोमती रिवर फ्रंट को लेकर भी योगी आदित्यनाथ ने सवाल किया था कि 'इतना खर्च क्यों?' सीएम योगी आदित्यनाथ पिछले महीने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के ड्रीम प्रोजेक्ट गोमती रिवर फ्रंट का जायजा लेने भी गए थे. अखिलेश यादव ने विदेश की तमाम नदियों की तर्ज पर गोमती के 14 किलोमीटर तक के एरिया के लिए यह योजना शुरू की थी. इसका एक हिस्सा बनकर तैयार हो गया है.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने रिवर फ्रंट से जुड़े अफसरों के साथ मीटिंग की थी. उन्होंने कहा था कि रिवर फ्रंट की लागत बहुत ज्यादा लग रही है. इसे कम किया जाए. इसे बनाने में इतना समय क्यों लग रहा है, इसका जवाब एक हफ्ते में दिया जाए. योगी ने निर्देश जारी किए थे कि गैर-जरूरी चीजें नहीं बनाई जाएं और इसकी लागत कम की जाए. गोमती नदी के पानी से बदबू आ रही है. इसमें जो नाले गिर रहे हैं उन्हें बंद करने के इंतजाम किए जाएं.
(इनपुट एजेंसियों से भी)
पुराने राशनकार्ड पर अखिलेश यादव की फोटो उसी तर्ज पर लगी थी. जैसे अखिलेश सरकार की तरफ से बांटे गए लैपटॉप में लगी होती थी. खास बात यह है कि 3.40 करोड़ राशनकार्डों में से 2.80 करोड़ कार्ड अब तक बांटे जा चुके हैं, जबकि 60 लाख ऐसे राशन कार्ड जो अब तक बांटे नहीं गए थे, उनके वितरण पर रोक लगा दी गई है.
गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले अखिलेश यादव के ड्रीम प्रोजेक्ट गोमती रिवर फ्रंट को लेकर भी योगी आदित्यनाथ ने सवाल किया था कि 'इतना खर्च क्यों?' सीएम योगी आदित्यनाथ पिछले महीने पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के ड्रीम प्रोजेक्ट गोमती रिवर फ्रंट का जायजा लेने भी गए थे. अखिलेश यादव ने विदेश की तमाम नदियों की तर्ज पर गोमती के 14 किलोमीटर तक के एरिया के लिए यह योजना शुरू की थी. इसका एक हिस्सा बनकर तैयार हो गया है.
सीएम योगी आदित्यनाथ ने रिवर फ्रंट से जुड़े अफसरों के साथ मीटिंग की थी. उन्होंने कहा था कि रिवर फ्रंट की लागत बहुत ज्यादा लग रही है. इसे कम किया जाए. इसे बनाने में इतना समय क्यों लग रहा है, इसका जवाब एक हफ्ते में दिया जाए. योगी ने निर्देश जारी किए थे कि गैर-जरूरी चीजें नहीं बनाई जाएं और इसकी लागत कम की जाए. गोमती नदी के पानी से बदबू आ रही है. इसमें जो नाले गिर रहे हैं उन्हें बंद करने के इंतजाम किए जाएं.
(इनपुट एजेंसियों से भी)
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