लखनऊ:
यूपी के सीएम योगी आदित्याथ ने विधानसभा में शुक्रवार को कहा कि पूरे प्रदेश को भय मुक्त और अपराध मुक्त किया जाएगा. यदि किसी ने भी गरीब, निरीह, शोषित, वंचित को परेशान करने की कोशिश की तो उसको बख्शा नहीं जाएगा. हालांकि उन्होंने अपराधियों के संबंध में यह भी कहा कि पिछले शासन के दौरान 10-12 वर्षों में जो माहौल बना है, उसकी वजह से ये आदतें इतनी जल्दी नहीं छूट रही हैं.
कानून व्यवस्था को लेकर विपक्ष के लगातार हमले का सामना कर रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को साफ कहा कि अपराध और अपराधियों से ‘सख्ती और निर्ममता’ से निपटा जाएगा तथा माफिया जिस भाषा में समझेंगे, उन्हें उसी भाषा में समझाया जाएगा.
योगी ने विधानसभा में राज्यपाल राम नाईक के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा के जवाब में कहा, ‘मैं मानता हूं कि घटनाएं हो रही हैं... लेकिन जब मरना होता है तो श्वास तेज आता है. हम तय कर चुके हैं कि अपराध और अपराधियों तथा उनके संरक्षणदाताओं के लिए प्रदेश में कोई जगह नहीं है. हम ऐसे तत्वों से सख्ती से और निर्ममता से निपटेंगे. गरीब, निरीह और व्यापारियों का उत्पीड़न करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा.’ मुख्यमंत्री ने अपराधियों और माफियाओं को लेकर कहा, ‘आदतें खराब हो गयी हैं. आसानी से छूटने वाली नहीं हैं. लेकिन मैं विश्वास दिलाता हूं कि प्रदेश के सर्वांगीण विकास के लिए और भयमुक्त समाज के लिए सभी कदम उठाये जाएंगे.’
उन्होंने पूर्व की सपा-बसपा सरकारों को निशाने पर लेते हुए कहा, ‘उत्तर प्रदेश की राजनीति का अपराधीकरण किया गया. अपराध का राजनीतिकरण किया गया. किसने किया प्रशासन का जातिकरण? किसने किया? ये अभिशाप है और सच्चाई भी है कि अपराधियों का व्यावसायीकरण और तबादलों का औद्योगीकरण किया गया.’ योगी ने कहा, ‘माफिया की दुर्गति कर देंगे. वे जिस भाषा में समझेंगे, उसी भाषा में समझाएंगे. प्रशासन को खुली छूट दी गयी है और सबकी जवाबदेही तय की गयी है.’ इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने कार्यसूची पर निर्धारित कामकाज निपटाते हुए सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी.
कानून व्यवस्था को लेकर विपक्ष के लगातार हमले का सामना कर रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शुक्रवार को साफ कहा कि अपराध और अपराधियों से ‘सख्ती और निर्ममता’ से निपटा जाएगा तथा माफिया जिस भाषा में समझेंगे, उन्हें उसी भाषा में समझाया जाएगा.
योगी ने विधानसभा में राज्यपाल राम नाईक के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव की चर्चा के जवाब में कहा, ‘मैं मानता हूं कि घटनाएं हो रही हैं... लेकिन जब मरना होता है तो श्वास तेज आता है. हम तय कर चुके हैं कि अपराध और अपराधियों तथा उनके संरक्षणदाताओं के लिए प्रदेश में कोई जगह नहीं है. हम ऐसे तत्वों से सख्ती से और निर्ममता से निपटेंगे. गरीब, निरीह और व्यापारियों का उत्पीड़न करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा.’ मुख्यमंत्री ने अपराधियों और माफियाओं को लेकर कहा, ‘आदतें खराब हो गयी हैं. आसानी से छूटने वाली नहीं हैं. लेकिन मैं विश्वास दिलाता हूं कि प्रदेश के सर्वांगीण विकास के लिए और भयमुक्त समाज के लिए सभी कदम उठाये जाएंगे.’
उन्होंने पूर्व की सपा-बसपा सरकारों को निशाने पर लेते हुए कहा, ‘उत्तर प्रदेश की राजनीति का अपराधीकरण किया गया. अपराध का राजनीतिकरण किया गया. किसने किया प्रशासन का जातिकरण? किसने किया? ये अभिशाप है और सच्चाई भी है कि अपराधियों का व्यावसायीकरण और तबादलों का औद्योगीकरण किया गया.’ योगी ने कहा, ‘माफिया की दुर्गति कर देंगे. वे जिस भाषा में समझेंगे, उसी भाषा में समझाएंगे. प्रशासन को खुली छूट दी गयी है और सबकी जवाबदेही तय की गयी है.’ इसके बाद विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित ने कार्यसूची पर निर्धारित कामकाज निपटाते हुए सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं