फाइल फोटो
नई दिल्ली:
आम आदमी पार्टी (AAP) ने कड़ा कदम उठाते हुए प्रशांत भूषण, योगेंद्र यादव और दो अन्य को पार्टी विरोधी गतिविधियों तथा 'घोर अनुशासनहीनता' के आरोप में पार्टी से निष्कासित कर दिया। इन नेताओं को दो दिन पहले पार्टी ने कारण बताओ नोटिस जारी किया था।
इन नेताओं को पार्टी से निकाले जाने का फैसला राष्ट्रीय अनुशासन समिति ने लिया, जिसने कहा कि वह कारण बताओ नोटिस के लिए मिले जवाब से संतुष्ट नहीं है।
पार्टी प्रवक्ता दीपक बाजपेयी ने बताया, 'पार्टी की राष्ट्रीय अनुशासन समिति ने प्रशांत भूषण, योगेंद्र यादव, आनंद कुमार और अजित झा को निकालने का फैसला किया है। उन्हें घोर अनुशासनहीनता, पार्टी विरोधी गतिविधियों और पार्टी की आचार संहिता के उल्लंघन करने के कारण निष्कासित किया गया है।'
बागी नेताओं को 'स्वराज संवाद' आयोजित करने का कारण बताने के लिए 17 अप्रैल को नोटिस जारी किया गया था। भूषण पर दिल्ली विधानसभा चुनाव में पार्टी को हराने के लिए काम करने का आरोप लगाया गया था। उन पर पार्टी से अलग हुए धड़े 'अवाम' का समर्थन करने का भी आरोप लगाया गया।
वहीं प्रशांत भूषण ने आज इस नोटिस को लेकर पलटवार करते हुए राष्ट्रीय अनुशासन समिति (एनडीसी) के सदस्य पंकज गुप्ता पर संदिग्ध कंपनियों से चंदा लेने और आशीष खेतान पर एक कंपनी का पक्ष लेते हुए 'पेड न्यूज़' स्टोरी करने का आरोप लगाया था। (पढ़ें-प्रशांत ने AAP नेताओं पर लगाए ये संगीन आरोप)
वहीं पार्टी ने आरोपों का खंडन करते हुए कहा था कि गृहमंत्रालय ने भी आप को मिले चंदे को पाक साफ बताया है। आप ने अपने नेताओं का जोरदार बचाव किया है। आप नेता आशुतोष ने कहा, 'ऐसे आरोप लगाकर वे अपना मजाक बना रहे हैं। आशीष खेतान को अपनी पत्रकारिता पर मीडिया के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है।'
इन नेताओं को पार्टी से निकाले जाने का फैसला राष्ट्रीय अनुशासन समिति ने लिया, जिसने कहा कि वह कारण बताओ नोटिस के लिए मिले जवाब से संतुष्ट नहीं है।
पार्टी प्रवक्ता दीपक बाजपेयी ने बताया, 'पार्टी की राष्ट्रीय अनुशासन समिति ने प्रशांत भूषण, योगेंद्र यादव, आनंद कुमार और अजित झा को निकालने का फैसला किया है। उन्हें घोर अनुशासनहीनता, पार्टी विरोधी गतिविधियों और पार्टी की आचार संहिता के उल्लंघन करने के कारण निष्कासित किया गया है।'
बागी नेताओं को 'स्वराज संवाद' आयोजित करने का कारण बताने के लिए 17 अप्रैल को नोटिस जारी किया गया था। भूषण पर दिल्ली विधानसभा चुनाव में पार्टी को हराने के लिए काम करने का आरोप लगाया गया था। उन पर पार्टी से अलग हुए धड़े 'अवाम' का समर्थन करने का भी आरोप लगाया गया।
वहीं प्रशांत भूषण ने आज इस नोटिस को लेकर पलटवार करते हुए राष्ट्रीय अनुशासन समिति (एनडीसी) के सदस्य पंकज गुप्ता पर संदिग्ध कंपनियों से चंदा लेने और आशीष खेतान पर एक कंपनी का पक्ष लेते हुए 'पेड न्यूज़' स्टोरी करने का आरोप लगाया था। (पढ़ें-प्रशांत ने AAP नेताओं पर लगाए ये संगीन आरोप)
वहीं पार्टी ने आरोपों का खंडन करते हुए कहा था कि गृहमंत्रालय ने भी आप को मिले चंदे को पाक साफ बताया है। आप ने अपने नेताओं का जोरदार बचाव किया है। आप नेता आशुतोष ने कहा, 'ऐसे आरोप लगाकर वे अपना मजाक बना रहे हैं। आशीष खेतान को अपनी पत्रकारिता पर मीडिया के सर्टिफिकेट की जरूरत नहीं है।'
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