खास बातें
- कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने बुधवार को राज्य की भाजपा सरकार के खिलाफ अपना हमला तेज करते हुए दावा किया कि उनकी पार्टी कर्नाटक जनता पक्ष 4 जनवरी को जगदीश शेट्टार के नेतृत्व वाली राज्य सरकार के भविष्य के बारे में फैसला करेगी।
बेंगलुरु: कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा ने बुधवार को राज्य की भाजपा सरकार के खिलाफ अपना हमला तेज करते हुए दावा किया कि उनकी पार्टी कर्नाटक जनता पक्ष (केजेपी) 4 जनवरी को जगदीश शेट्टार के नेतृत्व वाली राज्य सरकार के भविष्य के बारे में फैसला करेगी।
येदियुरप्पा ने ‘विधान सौध चलो’ नाम से विरोध मार्च निकालने से पहले फ्रीडम पार्क में सभा को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा सरकार बहुमत खो चुकी है और उसे बने रहने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है।
करीब एक महीने पहले ही भाजपा छोड़ने वाले येदियुरप्पा ने कहा, ‘‘हम राज्यपाल को बताएंगे कि सरकार के पास पर्याप्त विधायकों का समर्थन नहीं है। यह बहुमत खो चुकी है।’’ उन्होंने बताया कि केजेपी के पदाधिकारियों की बैठक 4 जनवरी को होगी जिसमें फैसला किया जाएगा कि सरकार को बने रहना चाहिए या नहीं।
येदियुरप्पा के साथ केजेपी के प्रमुख नेताओं और कार्यकर्ताओं को आज राज्य सचिवालय बढ़ने की इजाजत नहीं दी गई जहां वे घेराव करने जा रहे थे।
येदियुरप्पा ने इस महीने की शुरुआत में हावेरी में जब केजेपी के औपचारिक गठन की घोषणा की थी तो उनके साथ रैली में भाजपा के 14 असंतुष्ट विधायक भी थे। उस दिन राज्य सरकार के 10 मंत्री सुबह के नाश्ते पर येदियुरप्पा से मिले थे हालांकि वे रैली में शामिल नहीं हुए।
येदियुरप्पा ने आज मुख्यमंत्री जगदीश शेट्टार पर सीधा हमला बोलते हुए उन्हें ‘बेशर्म’ कह दिया और यह भी कहा कि वह कुंभकर्ण की तरह गहरी नींद में हैं और अपनी कुर्सी से चिपके हुए हैं।
उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि मुख्यमंत्री के पद से उनके इस्तीफे के बाद पिछले एक साल से अधिक समय में भाजपा सरकार ने समाज के गरीब वर्गों के साथ धोखाधड़ी की है।