यह ख़बर 25 मई, 2012 को प्रकाशित हुई थी

बीजेपी की बैठक में शामिल होने मुंबई पहुंचे येदियुरप्पा

खास बातें

  • येदियुरप्पा ने कहा, मैं गडकरी जी को दोबारा अध्यक्ष बनने पर बधाई देने के लिए मुंबई जा रहा हूं। वह मेरे साथ हर परिस्थिति में चट्टान की तरह खड़े रहे हैं, इसलिए मैं उनसे अवश्य मुलाकात करूंगा।
मुंबई / बेंगलुरु:

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता और कर्नाटक के पूर्व मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा मुंबई में चल रही पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे हैं। येदियुरप्पा ने पत्रकारों से कहा कि पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी को लगातार दूसरी बार अध्यक्ष बनने पर बधाई देने के लिए वह मुंबई आए हैं।

उन्होंने कहा, मैं गडकरी जी को दोबारा अध्यक्ष बनने पर बधाई देने के लिए मुंबई जा रहा हूं। वह मेरे साथ हर परिस्थिति में चट्टान की तरह खड़े रहे हैं। इसलिए मैं उनसे अवश्य मुलाकात करूंगा। हालांकि उन्होंने पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता अनंत कुमार पर अपनी अप्रसन्नता भी जाहिर की और कहा कि वह राज्य में बीजेपी को मजबूत बनाने के लिए कार्य करेंगे।

पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, मैं पार्टी को पिछले कुछ दिनों की घटनाओं के विषय में अवगत कराऊंगा। मैं राज्य में पार्टी को मजबूत को बनाने के लिए काम करूंगा। भ्रष्टाचार के आरोपों पर मुख्यमंत्री पद गंवाने के बाद येदियुरप्पा एवं पार्टी के शीर्ष नेतृत्व के मध्य संबंधों में तनाव चल रहा है। येदियुरप्पा का राज्य के वर्तमान मुख्यमंत्री एवं अपने उत्तराधिकारी सदानंद गौड़ा से भी मनमुटाव हो गया है, जिनका चयन उन्होंने खुद किया था।

इससे पहले, गुरुवार को गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपनी ताकत दिखाते हुए अपने धुर विरोधी संजय जोशी को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्यता से इस्तीफा देने को मजबूर कर दिया। पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शुरू होने से पहले जोशी के इस्तीफे को मोदी को शांत रखने के बीजेपी अध्यक्ष नितिन गडकरी के प्रयास के तौर पर देखा जा रहा है। जोशी के इस्तीफे ने बैठक में मोदी की मौजूदगी सुनिश्चित करने का रास्ता साफ कर दिया।

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मोदी और जोशी एक दूसरे के विरोधी रहे हैं और जोशी को कार्यकारिणी में शामिल करने का गडकरी के हालिया फैसले से गुजरात के मुख्यमंत्री काफी नाराज चल रहे थे। मोदी ने धमकी दी थी कि यदि जोशी बैठक के दौरान मौजूद रहे, तो वह इसमें हिस्सा नहीं लेंगे। कार्यकारिणी में जोशी को वापस लाने वाले गडकरी ने छोटे से विवाद के अंत की घोषणा की और ऐलान किया कि वह और मोदी पार्टी की मजबूती के लिए काम करेंगे।