फाइल फोटो : यासीन भटकल
हैदराबाद:
आतंकवादी संगठन इंडियन मुजाहिद्दीन के सह-संस्थापक और संदिग्ध आतंकी यासीन भटकल ने कहा है कि उसे हैदराबाद की जेल में 24x7 सीसीटीवी निगरानी में रखा जा रहा है, जिसके चलते उसे अपनी जान का खतरा है।
भटकल के वकील शेक सैफुल्लाह ने आज NDTV से कहा, भटकल इससे पहले यह भी अपील कर चुका है कि चेर्लापल्ली जेल के सात बाय सात फीट के सेल में उसे सुरक्षा, धूप, हवा और साफ पानी भी नहीं मयस्सर हो रहे। वकील ने कहा, हम यह दरख्वास्त कर चुके हैं कि उसे सर्विलांस में रखा जाए, लेकिन जेल में नहीं, बल्कि जब वह कोर्ट में हो और उसे वापस ले जाया जा रहा हो।
32 वर्षीय भटकल ने सोमवार को अदालत में पेशी के दौरान जेब से एक पत्र निकालकर वहां मौजूद पत्रकारों की तरफ फेंका था। हाथ से लिखे इस ख़त में उसने इस बात से इंकार किया था कि उसकी जेल में टेलीफोन पर अपनी बीवी से कोई बात हुई थी और वह जेल से भागने की योजना बना रहा है।
भटकल को दिलसुख नगर ब्लास्ट मामले में चार अन्य के साथ पुलिसवालों से भरी बस में अदालत लाया गया था। साल 2013 में हैदराबाद में हुए इस दोहरे धमाके में 17 लोगों की मौत हुई थी।
NDTV को सूत्रों ने बताया था कि ख़ुफ़िया एजेंसी ने करीब महीना पहले यासीन की उसकी बीवी से हुई बात को इंटरसेप्ट किया था, जिसमें उसने यह संकेत दिए थे कि उसे आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट यानी आईएस की मदद से जेल में भागने में मदद मिलने वाली है।
इसके बाद एजेंसियां इस बात को लेकर चिंतित थी कि क्या यासीन भटकल जेल से आईएस के संपर्क में है। जेल प्रशासन ने दावा था कि जेल में भटकल के पास मोबाइल फोन होना नामुमकिन है। सुरक्षा अधिकारियों का कहना है कि इंडियन मुजाहिद्दीन के कुछ सदस्य भारत से भागकर इस्लामिक स्टेट के लिए लड़ रहे हैं।
भटकल के वकील शेक सैफुल्लाह ने आज NDTV से कहा, भटकल इससे पहले यह भी अपील कर चुका है कि चेर्लापल्ली जेल के सात बाय सात फीट के सेल में उसे सुरक्षा, धूप, हवा और साफ पानी भी नहीं मयस्सर हो रहे। वकील ने कहा, हम यह दरख्वास्त कर चुके हैं कि उसे सर्विलांस में रखा जाए, लेकिन जेल में नहीं, बल्कि जब वह कोर्ट में हो और उसे वापस ले जाया जा रहा हो।
32 वर्षीय भटकल ने सोमवार को अदालत में पेशी के दौरान जेब से एक पत्र निकालकर वहां मौजूद पत्रकारों की तरफ फेंका था। हाथ से लिखे इस ख़त में उसने इस बात से इंकार किया था कि उसकी जेल में टेलीफोन पर अपनी बीवी से कोई बात हुई थी और वह जेल से भागने की योजना बना रहा है।
भटकल को दिलसुख नगर ब्लास्ट मामले में चार अन्य के साथ पुलिसवालों से भरी बस में अदालत लाया गया था। साल 2013 में हैदराबाद में हुए इस दोहरे धमाके में 17 लोगों की मौत हुई थी।
NDTV को सूत्रों ने बताया था कि ख़ुफ़िया एजेंसी ने करीब महीना पहले यासीन की उसकी बीवी से हुई बात को इंटरसेप्ट किया था, जिसमें उसने यह संकेत दिए थे कि उसे आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट यानी आईएस की मदद से जेल में भागने में मदद मिलने वाली है।
इसके बाद एजेंसियां इस बात को लेकर चिंतित थी कि क्या यासीन भटकल जेल से आईएस के संपर्क में है। जेल प्रशासन ने दावा था कि जेल में भटकल के पास मोबाइल फोन होना नामुमकिन है। सुरक्षा अधिकारियों का कहना है कि इंडियन मुजाहिद्दीन के कुछ सदस्य भारत से भागकर इस्लामिक स्टेट के लिए लड़ रहे हैं।
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं
इंडियन मुजाहिद्दीन, यासीन भटकल, हैदराबाद, सीसीटीवी निगरानी, दिलसुख नगर ब्लास्ट, आईएस, आतंकी यासीन भटकल, Indian Mujahiddin, Yasin Bhatkal, Yasin Bhatkal Jail, Yasin Bhatkal Wife, Hydrabad Jail, Dilsukh Nagar Blast, IS, CCTV Surveillance