
यशवंत सिन्हा ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों में जबरदस्त बढ़ोतरी करने के लिए केंद्र सरकार की आलोचना की.
नई दिल्ली:
पूर्व वित्त मंत्री यशवंत सिन्हा ने पेट्रोल और डीजल की कीमतों में जबरदस्त बढ़ोतरी करने के लिए केंद्र सरकार की खूब आलोचना की और इस मुद्दे को लेकर विपक्षी दलों द्वारा विरोध प्रदर्शन नहीं किए जाने पर निराशा जताई. सरकार की आर्थिक नीतियों के धुर विरोधी रहे सिन्हा ने ट्वीट कर कहा, "पेट्रोल, डीजल और गैस की कीमतें बढ़ रही हैं और रोजाना हर दिन कीमतें नई ऊंचाईयों पर पहुंच रही हैं. विपक्षी दल सड़कों पर क्यों नहीं उतर रहे हैं? वे किस बात का इंतजार कर रहे हैं?" भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व नेता की टिप्पणियां देश भर में पहले से अभूतपूर्व स्तर पर पेट्रोल और डीजल की कीमतों के होने के बावजूद मंगलवार को लगातार 10वें दिन कीमतें बढ़ने के बाद आई हैं.
गौरतलब है कि राष्ट्रीय राजधानी में रविवार को 78.84 रुपये प्रति लीटर बिके पेट्रोल के मुकाबले अब पेट्रोल 79.15 रुपये प्रति लीटर बिका. तेल की कीमतों में बढ़ोतरी के पीछे अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में लगातार गिरावट को भी एक वजह बताई जा रही है. दूसरी तरफ, कहा जा रहा है कि तेल की कीमतें आने वाले दिनों में और बढ़ सकती हैं. बीते सप्ताह अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल करीब चार डॉलर महंगा हो गया था. हालांकि अमेरिका और चीन के बीच व्यापार जंग गहराने की आशंका से वैश्विक बाजार में शुक्रवार कच्चे तेल की तेजी थम गई. मगर, जानकार बताते हैं मांग और पूर्ति के बदलते परिदृश्य में बहरहाल तेल की महंगाई से निजात मिलने की संभावना नहीं दिख रही है. तेल कीमतों पर विपक्ष लगातार हमलावर मोड में है. (इनपुट - IANS)
कांग्रेस, पेट्रोल और डीजल को तत्काल GST के दायरे में लाने की मांग करती है : पी. चिदंबरम
Petrol, diesel and gas prices are rising and are hitting all time highs daily. Why are opposition parties not hitting the streets? What are they waiting for?
— Yashwant Sinha (@YashwantSinha) September 4, 2018
गौरतलब है कि राष्ट्रीय राजधानी में रविवार को 78.84 रुपये प्रति लीटर बिके पेट्रोल के मुकाबले अब पेट्रोल 79.15 रुपये प्रति लीटर बिका. तेल की कीमतों में बढ़ोतरी के पीछे अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये में लगातार गिरावट को भी एक वजह बताई जा रही है. दूसरी तरफ, कहा जा रहा है कि तेल की कीमतें आने वाले दिनों में और बढ़ सकती हैं. बीते सप्ताह अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल करीब चार डॉलर महंगा हो गया था. हालांकि अमेरिका और चीन के बीच व्यापार जंग गहराने की आशंका से वैश्विक बाजार में शुक्रवार कच्चे तेल की तेजी थम गई. मगर, जानकार बताते हैं मांग और पूर्ति के बदलते परिदृश्य में बहरहाल तेल की महंगाई से निजात मिलने की संभावना नहीं दिख रही है. तेल कीमतों पर विपक्ष लगातार हमलावर मोड में है. (इनपुट - IANS)
कांग्रेस, पेट्रोल और डीजल को तत्काल GST के दायरे में लाने की मांग करती है : पी. चिदंबरम
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